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भारत का इततहास (ततथि क्रम)

इततहास ततथि क्रम 1947 तक

क्र ततथि
वििरण
म क्रम

7000
1 राजस्थान (साम्भर) में बोने पौधे के प्रथम साक्ष्य।
ई.प.ू

6000 मेहरगढ़ (ससिंध-बलूचिस्तान सीमा), बर्ज


ु ह ़ ोम (कश्मीर) में भारत के
2
ई.प.ू प्रािीनतम आवास, कृषि तथा पशप
ु ालन के अवशेि।

5000
– बागोर (भीलवाडा) तथा आदमगढ़(होशिंगाबाद) के ननकट आखेटकों
3
4000 द्वारा भेड-बकरी पालन के प्रथम अवशेि।
ई.पू.

4000 खेनतहारों-पशपालकों की स्थानीय सभ्यताएँ।


4 ु

3000
ई.पू.

2500 ससिंधु घाटी में पूव-़ हडप्पा सभ्यता के नगरों का षवकास, अस्स्थ एविं
5
ई.पू. प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूिण के अवशेि।

2500
– रे डिया-काब़न नतचथ-ननधा़रण के आधार पर हडप्पा सभ्यता का काल-
6
1750 षवस्तार।
ई.पू.

2250
– हडप्पा सभ्यता का पूण-़ षवकससत दौर, षवघटन तथा स्थानीय
7
2000 सभ्यताओिं का उदय।
ई.पू.

1500 भारत में आयों का आगमन, ऋग्वेदकी रिना, वैददक काल (1500-
8
ई.पू. 1000) प्रारम्भ, गिंगा के मैदान में आयोत्तर ताम्र सभ्यता।

आयों का (गिंगा मैदान) षवस्तार, उत्तर वैददक काल प्रारम्भ, 'ब्राह्मण


1000
9 ग्रन्थों' की रिना, वण़ व्यवस्था का बीजारोपण, लौह धातु का प्रयोग
ई.पू.
प्रारम्भ।
950
10 महाभारत का युद्ध।
ई.पू.

800 महषि़ व्यास के द्वारा महाभारतमहाकाव्य की रिना, आयों का दक्षिण-


11
ई.पू. पूव़ (बिंगाल) की ओर षवस्तार, रामायणका प्रथम वत्त
ृ ान्त।

600– उपननिदों की रिना, आयों का षवदभ़तथा गोदावरी तक दक्षिण-


12 550 षवस्तार। सोलह महाजनपदों की स्थापना, आय़ सभ्यता में
ई.पू. कम़काण्िीय अनुष्ठान प्रनतस्ष्ठत।

563–
बौद्ध धम़ के सिंस्थापक गौतम बद्
ु ध का जीवन काल, जन्म-लस्ु म्बनी,
13 483
मत्ृ यु-कुशीनगर।
ई.पू.

599–
जैन धम़ के पुनप्ऱनतष्ठापक वध़मान महावीर का काल (जन्म-
14 257
कुन्िग्राम, वैशाली), मत्ृ यु-पावापरु ी, कुशीनगर।
ई.प.ू

544–
गौतम बद्
ु ध के समकासलक बबस्म्बसार(हय़क विंश) का
15 492
राज्यकाल, मगध राज्य की श्रेष्ठता।
ई.पू.
517– हखमनी विंश (ईरान) के सम्राट िेररयस प्रथम के साथ प्रथम षवदे शी
16 509 आक्रमण, आयों की पराजय, यूनानी नौ-सेनापनत स्काइलैक्स
ई.प.ू द्वारा ससन्धु नदी पर गवेिण असभयान।

492–
17 460 बबस्म्बसार के पत्र
ु अजातशत्रु का राज्यकाल।
ई.पू.

412–
सशशुनाग विंश का शासनकाल, अवस्न्तके प्रद्यौत विंश
18 344
का मगध साम्राज्य में षवलय।
ई.प.ू

400 सम्पूण़ दक्षिण भारत में आयों का प्रभुत्व, सम्भवतः श्रीलिंका तक


19
ई.प.ू षवस्तार। (दक्षिण भारत)

344
20 महापद्मनन्द द्वारा मगध में निंदविंश की स्थापना।
ई.प.ू

निंद विंशी राजा घनानिंद की सैन्य शस्क्त से प्रभाषवत होकर ससकन्दर के


326
21 सैननकों का वापस लौटने का इरादा, वापसी माग़ में बेबीलोन
ई.पू.
में ससकन्दर की मत्ृ यु।
322 ििंद्रगुप्त मौय़ द्वारा (कौदटल्य की मदद से) निंद शासक घनानिंद को
22
ई.पू. परास्जत कर मौय़ विंश की स्थापना।

315 इस्ण्िका के लेखक तथा सेल्युकस(यूनानी शासक) के


23
ई.पू. दत
ू मेगस्थनीर्जका भारत में आगमन।

298–
24 273 िन्द्रगप्ु त मौय़ के पत्र
ु बबन्दस
ु ार का राज्य काल।
ई.पू.

273–
अशोक का शासनकाल, मौय़वश
िं का स्वण़यग
ु , अशोक द्वारा कसलिंग की
25 232
षवजय (262-61)।
ई.पू.

185 अस्न्तम मौय़ शासक बह


ृ द्रथ की हत्या कर मौय़ सेनापनत पुष्यसमत्र
26
ई.पू. शुिंग द्वारा शुिंग विंश की स्थापना।

190–
27 171 यवन शासक िेमदे ियस का राज्यकाल।
ई.प.ू

165 कसलिंग शासक खारवेल द्वारा 'त्रसमरदे श सिंघटम' (पाण््य, िोल) राज्य
28
ई.पू. पर षवजय।
155–
29 130 सबसे प्रससद्ध यवन शासक 'समनान्िर' (समसलन्द) का राज्यकाल।
ई.प.ू

145 िोल राजा एलारा की श्रीलिंका के शासक असेल पर षवजय तथा


30
ई.प.ू लगभग 50 विों तक शासन।

128
31 यि
ू ी आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में पिंजाब से प्रवेश।
ई.पू.

71 शिंग
ु विंश के अस्न्तम सम्राट दे वभनू त की हत्या, वसद
ु े व के द्वारा कण्व
32
ई.पू. विंश की स्थापना।

60
33 आन्र में ससमुक द्वारा सातवाहन विंशकी स्थापना।
ई.पू.

58
34 उज्जैन के शासक षवक्रमाददत्य द्वारा षवक्रम सिंवत का प्रारम्भ।
ई.पू.

50
35 दक्षिण भारत (दक्कन) में सातवाहन विंश शुरू।
ई.पू.
22 रोम के शासक आगस्टस के दरबार में पाण््य राजदत
ू पहुँिा, िोल,
36
ई.पू. पाण््यों का रोम में व्यापाररक सम्बन्ध।

14–
शक (दहन्द-पाचथ़यन) शासक गोंिोफ़ॅरस का शासन, ईसाई धम़प्रिार हे तु
37 13
रोमन सिंत सेंट टामस का भारत में आगमन।
ई.

15
38 कुिाणों (यि
ू ी का तोिाररयन) का भारत में प्रवेश।
ई.

64
39 उत्तर-पस्श्िमी भारत में शक षवम किफाइससस का राज्य।
ई.

78 कुिाण विंश के महानतम शासक कननष्क का राज्यारोहण, उसके


40
ई. द्वारा शक सिंवत का प्रारम्भ।

78–
कननष्क का शासनकाल, िौथी बौद्ध सिंगीनत का (कश्मीर में )
41 101
आयोजन।
ई.

100 अश्वघोि द्वारा 'सौन्दरानन्द' तथा 'बुद्धिररत' एविं 'कुमारलाट' के


42
ई. द्वारा 'कल्पमिंददनतका' की रिना।
100–
सिंगम युग, कररकाल का शासन (बत्रिनापल्ली के ननकट कावेरी नदीपर
43 200
ससिंिाई बाँध का ननमा़ण)। (दक्षिण भारत)
ई.

109–
44 132 महानतम सातवाहन शासक गौतमीपत्र
ु सातकर्ण़ द्वारा राज्य षवस्तार।
ई.

150 बघेलखण्ि, वाराणसी तथा आगे िलकर मथरु ा तक के िेत्र


45
ई. में भारसशवनागाओिं की षवसभन्न शाखाओिं का राज्य।

200– सातवाहनों का पतन, महाराष्ि में आभीर, उत्तरी कनारा तथा मैसूर
46 250 स्र्जलोंमें कुन्तल और कटु, आन्र में इक्ष्वाकुतथा षवदभ़ में वाकाटकों की
ई. सत्ता स्थाषपत।

300–
47 888 कािंिी में पल्लवों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.

225 षविंध्यशस्क्त द्वारा वाकाटक शासन की स्थापना, अगले 272 विों तक


48
ई. इस विंश का शासन।
250 नाससक में आभीरों द्वारा त्रैकुटकर विंश की स्थापना, अगले 250 विों
49
ई. तक इस विंश का शान।

320–
50 335 िन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त विंश को स्थाषपत ककया।
ई.

325
51 कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव विंशीराज्य की स्थापना।
ई.

335–
52 376 समुद्रगुप्त का शासनकाल।
ई.

330– सम्पूण़ उत्तर भारत में समुद्रगुप्त का शासन। पूव़ में असम, पस्श्िम
53 375 में काबल
ु , उत्तर में नेपाल तथा दक्षिण में पल्लवों तक,
ई. केवल उज्जैन स्वतिंत्र (शक विंश के अधीन)।

350 मयूरशम़न द्वारा कदम्ब विंश की स्थापना जो अगले 200 विों तक


54
ई. षवद्यमान रहा।
िन्द्रगुप्त द्षवतीय षवक्रमाददत्य द्वारा उज्जैन, मालवा तथा गुजरात पर
375–
षवजय, राजधानी पाटसलपुत्र से अयोध्या और
55 413
तत्पश्िात ् कौशाम्बीस्थानान्तररत, िीनी
ई.
यात्री फाह्यान का भारत आगमन।

415–
कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल, नालन्दा में बौद्ध षवहार तथा
56 454
षवश्वषवद्यालय की स्थापना, हुणों के आक्रमण का ख़तरा।
ई.

455–
स्कन्दगुप्त का शासनकाल, हूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा
57 467
उनकी पराजय।
ई.

477–
58 496 बुद्धगुप्त गुप्तविंश का अस्न्तम सम्राट, गुप्तविंश का षवघटन प्रारम्भ।
ई.

490–
सौराष्ि के बल्लभी िेत्र में मैत्रक (सम्भवतः षवदे शी मूल) आक्रामकों
59 766
का शासन। (पस्श्िम भारत)
ई.
500–
हूणों के प्रथम शासक तोरमाण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा
60 502
मध्यवती भाग (मालवा में एरण) तक उसका षवस्तार।
ई.

500–
पस्श्िम तथा मध्य दक्कन में वातापीका प्रथम िालक्
ु य विंश। (दक्षिण
61 757
भारत)
ई.

502–
तोरमाण का उत्तराचधकारी समदहरकुलभारत में गुप्त शासक भानुगुप्त
62 528
द्वारा परास्जत, एरण पर गुप्तविंश का पुनः अचधकार, (510)।
ई.

533
63 मिंदसौर के यशोधम़न की समदहरकुल पर षवजय।
ई.

540
64 परवती गप्ु त तथा गप्ु त विंश की मख्
ु य शाखा का अन्त।
ई.

550–
मध्य राजपत
ू ाना में मध्य एसशया में आये हुए गज
ु ऱ खानाबदोश दलों का
65 861
शासन स्थाषपत। (पस्श्िम भारत)
ई.
मौखरर विंश के शासक यशोवम़न की मत्ृ यु (752), उत्तर, मध्य,
पस्श्िम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामिंतों के द्वारा स्वतिंत्रता की
घोिणा, अनेक छोटे -बडे राज्यों का उदय, बिंगाल में गौड,
600– खिंग, वम़न, पाल तथा सेन विंश, उज्जैन में गुजऱ -प्रनतहार, कन्नौज में
66 1200 प्रनतहार, उडीसा में भौम, भिंज, सोम तथा पव
ू ी गिंग
ई. विंश, असम में भास्कर वमा़, गज
ु रात में िालक्
ु य, धारा में परमार, नम़दा-
बत्रपुरी तथा उत्तर प्रदे श में कलिरु ी, राजस्थान में िाहमान
(िौहान), बुिंदेलखण्ि में ििंदेल, कन्नौजमें गहडवाल, कश्मीर में काकोट, उत्प
ल तथा लोहार, अफगाननस्तान-पिंजाब में दहन्दश
ु ाही विंश।

606– हि़ (पुष्यभुनत या कान्यकुब्ज विंश) का शासनकाल।


67 647 िीनी बौद्ध यात्री ह्वेन त्सािंग का भारत आगमन (630-
ई. 44), बाणभट्ट ने 'हि़िररत' की रिना की।

630–
68 970 पूवी दक्कन में वें गी के पव
ू ी िालुक्योंका शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.

636–
ख़लीफा उमर के समय में अरबों का भारत पर पहला असभसलर्खत
69 637
हमला। (दक्षिण भारत)
ई.
643
70 िीनी यात्री ह्वेनसािंग की िीन वापसी। (दक्षिण भारत)
ई.

647 नतब्बत से कन्नौज आते हुए ह्वेन सािंग पर ककसी स्थानीय सामिंत के
71
ई. द्वारा हमला। हि़वध़न की मत्ृ यु। (दक्षिण भारत)

674 षवक्रमाददत्य प्रथम, िालुक्य और परमेश्वर वम़न प्रथम, पल्लव शासक


72
ई. बने। (दक्षिण भारत)

675–
73 685 तीसरे िीन यात्री इस्त्सिंग का नालन्दाआवास। (दक्षिण भारत)
ई.

कन्नौज में यशोवम़न (मौखरर विंश)


700
74 ससिंहासनारूढ़, सिंस्कृत नाट्यकार भवभनू त तथा प्राकृत कषववाक्पनतराज
ई.
को उसके राजदरबार में सिंरिण।

700–
दक्षिण भारत में आलवारों (वैष्णव) का भस्क्त आिंदोलन, भस्क्त सिंग्रह
75 900
'प्रबिंधम ्' की रिना। (दक्षिण भारत)
ई.

712 मुहम्मद बबन क़ाससम के नेतत्ृ व में भारत पर प्रथम अरब आक्रमण,
76
ई. मैत्रक राज्य का पतन। (पस्श्िम भारत), मुहम्मद बबन क़ाससम
का ससन्ध पर आक्रमण, दे वलगढ़ षवजय, ननरुन की लडाई
में दहन्द ू राजा दादहर की मत्ृ यु, क़ाससम की ब्राह्मणाबाद पर षवजय।

730
77 कन्नौज में मौखरी शासक यशोवम़न ससिंहासनरुढ़।
ई.

753–
ख़लीफा मिंसूर के काल में ब्रह्मगप्ु त के 'ब्रह्म ससद्धान्त' तथा
78 774
'खण्िनखा्य' का अल्फजारी द्वारा अरबी में अनव
ु ाद।
ई.

757–
79 973 मान्यखेत में राष्िकूटों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.

740–
उत्तर भारत में गुजऱ -प्रनतहारों का आचधपत्य, अरबों का प्रनतरोध। (उत्तरी
80 1036
भारत)
ई.

746– छाप या छापौटकट्ट, गुजऱ क़बीले द्वारा 746 के आसपास अस्न्हलपुर


81 974 (आनन्दपरु ) की स्थापना, जो 15वीिं शती तक पस्श्िम भारत का
ई. प्रमुख नगर रहा। (पस्श्िम भारत)
ईरानी शासक ख़लीफा हारून-अल-रशीद का शासनकाल, बरमस्क
786–
(एक मन्त्री) द्वारा भारत के अनेक वैद्यों, ज्योनतषियों,
82 808
रसायनशास्स्त्रयों, षविारकों को बगदाद बल
ु ाकर उनसे इन षवियों के
ई.
अनेक ग्रन्थों का अरबीमें अनुवाद करवाया।

824–
83 924 वैष्णव भस्क्तकाल।
ई.

831– िन्दे लों द्वारा बुिंदेलखण्ि में स्वतिंत्र राज्य की स्थापना,


84 1310 अनेक षवष्णम
ु स्न्दरों और खजरु ाहों के मस्न्दरों का भी ननमा़ण।
ई. (पस्श्िम भारत)

840–
सतलज
ु से नम़दा नदी तक समदहरभोजया भोज का शासन। (पस्श्िम
85 890
भारत)
ई.

950– इिंदौर के पास धारा में परमारों का राज्य, स्जनमें मुिंज (974-994)
86 1200 तथा भोज प्रससद्ध राजा हुए, भोज ज्योनति,
ई. काव्यशास्त्र, वास्तक
ु ला तथा सिंस्कृनतका षवद्वान ् था। (पस्श्िम भारत)
973–
87 1189 कल्याणी का द्षवतीय िालुक्य विंश। (दक्षिण भारत)
ई.

974–
िालक्
ु यों का अस्न्हलपरु , सौराष्ि तथा आबू िेत्र में प्रभत्ु व, िालक्
ु य
88 1240
शासक मूलराज का शासन काल (974-995)। (पस्श्िम भारत)
ई.

985–
िोल शासक राजराज का शासनकाल, भूसम-सवेिण का प्रारम्भ (1000
89 1014
ई.)। (दक्षिण भारत)
ई.

986– खुरासनी शासक अलप्तगीन के गल


ु ाम सुबुक्तगीन का काबुल-
90 87 किंधार में दहन्दश
ु ाही शासक जयपाल पर प्रथम आक्रमण, जयपाल
ई. परास्जत।

997–
91 998 सुबुक्तगीन की मत्ृ यु, महमूद गजनवीखुरासान की गद्दी पर बैठा।
ई.

999 बगदाद के ख़लीफा द्वारा महमूद गजनवी को स्वतुत्र शासक के रूप में
92
ई. मान्यता।
1000 महमूद गजनवी का भारत पर (काबुलमें ) प्रथम आक्रमण, स्थानीय
93
ई. जनता पर लूट तथा जबरन धम़ पररवत़न।

1002 महमूद गजनवी का तीसरा आक्रमण, आनन्दपाल से युद्ध तथा


94
ई. उसकी पराजय।

1010
95 आनन्दपाल अपमानजनक शतों पर महमूद गजनवी का सामिंत बना।
ई.

1011
– महमद
ू का थानेश्वर पर हमला, उत्तर-पस्श्िम भारत में दहन्दश
ु ाही
96
1012 विंश के छोटे -बडे सभी राज्य ध्वस्त।
ई.

1013
97 आनन्दपाल की मत्ृ यु, पुत्र बत्रलोिनपाल उत्तराचधकारी बना।
ई.

1014 तोिी की लडाई में बत्रलोिनपाल परास्त, झेलम तक का िेत्र महमूद


98
ई. गजनवी के राज्य में सस्म्मसलत।

99 1014 िोल राजा राजेन्द्र का शासनकाल, श्रीलिंका की षवजय (1018), बिंगालपर


– आक्रमण (1021)। (दक्षिण भारत)
1044
ई.

10 1017 शिंकरािाय़ के 'मायावाद' का खिंिन कर षवसशष्टाद्वैतवाद मत की


0 ई. स्थापना करने वाले वैष्णव आिाय़ रामानुज का जन्म।

1018
10 –
महमद
ू गजनवी का गिंगा नदी-यमन
ु ादोआब िेत्र पर क़ब्र्जा।
1 1019
ई.

1025
10 –
गजनवी के द्वारा सोमनाथ मस्न्दर(गज
ु रात) की लट
ू ।
2 1026
ई.

10 1026 अस्न्तम दहन्दश


ू ाही शासक भीमपाल की मत्ृ यु, काबल
ु -
3 ई. किंधार के दहन्दश
ु ाही विंश का अन्त।

10 1027 जाटों को कुिलने के सलए महमद


ू गजनवी का भारत (गज
ु रात-ससन्ध)
4 ई. पर 17वाँ व अस्न्तम आक्रमण।
10 1030 महमूद गजनवी की मत्ृ यु; मसूद, गजनीका सल्
ु तान, 'ककताब-उल-
5 ई. दहन्द' के लेखक अलबेरूनी का भारत आगमन।

10 1043 स्थानीय दहन्द ू राजाओिं का लाहौर पर पन


ु ः अचधकार कर स्वाधीन
6 ई. राज्य स्थाषपत करने का प्रयास षवफल।

1044
10 राजेन्द्र के उत्तराचधकारी राजाचधराज प्रथम का शासनकाल। (दक्षिण
–52
7 भारत)
ई.

1052
10
–64 राजेन्द्र द्षवतीय का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
8
ई.

1064
10
–70 वीर राजेन्द्र िोल का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
9
ई.

1070
11 – कुलोत्तग
िंु प्रथम का शासनकाल, आन्रका िोल राज्य में षवलेय
0 1120 (1076)। (दक्षिण भारत)
ई.
1120
11 –
परवती िोल शासकों का काल। (दक्षिण भारत)
1 1267
ई.

11 1131 कना़टक में सलिंगायत सम्प्रदाय के सिंस्थापक सिंत बासवेश्वर या बासव


2 ई. का जन्म। (दक्षिण भारत)

11 1137
षवसशष्टाद्वैतवाद मत के षविारक सिंत रामानज
ु ािाय़ का दे हान्त।
3 ई.

11 1162
द्वैतवादी वैष्णव सिंत ननम्बाक़ स्वामी का जन्म।
4 ई.

11 1163
मइ
ु जद्
ु दीन मोहम्मद गौरी गजनी का शासन बना।
5 ई.

11 1167
सिंत बाससेश्वर का ननधन।
6 ई.

11 1191 तराईन के प्रथम यद्


ु ध में राजपत
ू शासक पथ्ृ वीराज तत
ृ ीय के हाथों
7 ई. मुहम्मद गोरी परास्जत।
तराईन का दस
ू रा युद्ध, मोहम्मद गौरीके हाथों पथ्
ृ वीराज तत
ृ ीय की
11 1192
हार, गौरी का गल
ु ाम कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक भारत का सब
ू ेदार
8 ई.
ननयुक्त, मेरठ एविं कौल (अलीगढ़) पर अचधकार।

1192
11 –
ददल्ली पर कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक का आचधपत्य।
9 1193
ई.

12 1199
द्वैतवादी सम्प्रदाय के आिाय़ महादे व मध्वािाय़ का जन्म।
0 ई.

12 1200
मोहम्मद गौरी की मत्ृ य।ु
1 ई.

कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 'ददल्ली सल्तनत' की स्थापना; ददल्ली


12 1206
सल्तनत पर शासन करने वाले प्रथम विंश- 'इल्बरी विंश' की
2 ई.
स्थापना; क़ुतुबमीनार का ननमा़ण आरम्भ।

12 1210
ऐबक की मत्ृ यु, आरामशाहउत्तराचधकारी बना।
3 ई.
1211
12 –
इल्तुतसमश का शासनकाल, रणथम्भौरषवजय (1226)।
4 1236
ई.

12 1221
भारत पर ििंगेर्ज ख़ाँ का हमला।
5 ई.

12 1228 बगदाद के ख़लीफा से इल्तुतसमश को 'र्खल्लत' अथा़त ् 'इस्लामी


6 ई. शासक के रूप में मान्यता'।

12 1229
प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैब़नो (इटली) का भारत आगमन।
7 ई.

12 1236 इल्तत
ु समश के उत्तराचधकारी रुकुनद्
ु दीन फीरोर्जशाह की मत्ृ य,ु रस्जया
8 ई. सुल्तानगद्दी पर बैठी।

12 1239
इस्ततयारुद्दीन अल्तूननया का षवद्रोह।
9 ई.

13 1240
रस्जया सुल्तान की हत्या।
0 ई.
13 1241
भारत पर मिंगोलों का प्रथम आक्रमण।
1 ई.

13 1246
सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मत्ृ यु।
2 ई.

13 1253
अमीर ख़ुसरो का जन्म।
3 ई.

13 1266
गयासुद्दीन बलबन गद्दी पर बैठा।
4 ई.

13 1279
महाराष्ि में सिंत सम्मेलन का आयोजन।
5 ई.

13 1279
बिंगाल में तुगररल ख़ाँ का षवद्रोह।
6 ई.

13 1286
बलबन की मत्ृ य।ु
7 ई.
1288
13 –
प्रससद्ध वेननश यात्री माको पोलो की भारत यात्रा।
8 1293
ई.

13 1290
जलालुद्दीन र्ख़लजी ददल्ली का सुल्तान, र्ख़लजी विंश की स्थापना।
9 ई.

14 1294
अलाउद्दीन र्ख़लजी का दे वचगररअसभयान।
0 ई.

1295 अलाउद्दीन र्ख़लजी ददल्ली का सुल्तान, राज्य-षवस्तार असभयान


14 – प्रारम्भ; गज
ु रात (1299), रणथम्भौर(1301), चित्तौड (1303), मालवा(13
1 1316 05), मसलक काफूर के नेतत्ृ व में दक्कन असभयान, 1320-1325-
ई. अलाउद्दीन की मत्ृ यु

1320
गयासुद्दीन तुगलक़ (गार्जी मसलक) ददल्ली का सुल्तान बना, तुगलक़
14 –
विंशकी स्थापना, काकतीय तथा पाण््योंके राज्य का ददल्ली सल्तनत में
2 1325
षवलय (1321-1323)।
ई.
गयासुद्दीन की मत्ृ यु, मुहम्मद बबन तुगलक़ गद्दी पर आसीन, अमीर
14 1325
ख़स
ु रोकी मत्ृ य,ु फैंससस्कन पादरी आिोररक आफ पोिेनॉन की भारत
3 ई.
यात्रा।

1326
14 – मुहम्मद तुगलक़ द्वारा ददल्ली से दौलताबाद राजधानी का
4 1327 स्थानान्तरण।
ई.

14 1330 मह
ु म्मद तग
ु लक़ द्वारा प्रयोग के तौर पर सोने के स्थान पर ताँबे के
5 ई. ससक्के जारी ककए गए।

14 1333
अफ़्रीकी यात्री इब्नबतूता की भारत यात्रा।
6 ई.

14 1336
हररहर एविं बुक्का द्वारा षवजयनगर राज्य की स्थापना।
7 ई.

14
1342 इब्नबतूता का िीन को प्रस्थान।
8
14 1347
अलाउद्दीन बहमन शाह प्रथम के द्वारा बहमनी राज्य की स्थापना।
9 ई.

15 1350
षवद्यापनत का जन्म, सिंत नामदे व का ननधन।
0 ई.

15 1351
मुहम्मद तुगलक़ की मत्ृ यु, कफरोर्ज शाह तुगलक उत्तराचधकारी बना।
1 ई.

1351
सल्
ु तान कफरोर्ज शाह तग
ु लक का राज्यकाल, बिंगाल असभयान (1353-
15 –
54, 1359, 1369), कािंगडा षवजय (1360-61), थट्टा षवजय (1371-
2 1388
72), कफरोज की मत्ृ य।ु
ई.

1388
15 –
परवती तुगलक़ शासकों का शासनकाल।
3 1414
ई.

15 1398 तैमूर लिंग का भारत पर आक्रमण, ददल्ली पर अचधकार, भारत में


4 ई. अराजकता।
ददल्ली सल्तनत का षवघटन प्रारम्भ, सूबेदारों द्वारा स्वतिंत्र राज्यों
की स्थापना, ददल्ली-दोआब में इक़बाल ख़ाँ, गज
ु रात में जफर
15 1399 ख़ाँ, ससिंध-मुल्तान में र्ख़ज़्र ख़ाँ, महोबा-कालपी में महमूद
5 ई. ख़ाँ, कन्नौज अथवा बबहार में ख्वाजा जहान, धारा (इन्दौर) में ददलावर
ख़ाँ, समन में गासलब ख़ाँ, बयाना में शख्स ख़ाँ तथा ग्वासलयर में
भीमदे व द्वारा स्वतिंत्र राज्य स्थाषपत।

1411
15
–42 अहमदशाह द्वारा अहमदाबाद की स्थापना एविं स्वतिंत्रता की घोिणा।
6
ई.

15 1412
अस्न्तम तुगलक़ शासक महमूद की मत्ृ यु, तुगलक़ विंश का पतन।
7 ई.

15 1414
ददल्ली पर र्ख़ज़्र ख़ाँ का अचधकार।
8 ई.

1420
15 –
इटली के यात्री ननकोलो कोंटी की भारत यात्रा।
9 1421
ई.
16 1429
बहमनी राज्य की राजधानी गुलबगा़ से बीदर स्थानान्तररत।
0 ई.

1430
16
–69 मेवाड में राणा कुम्भा का राज्यकाल।
1
ई.

16 1442
अब्दरु ़ज्जाक की षवजयनगर यात्रा।
2 ई.

16 1447
बहलोल लोदी का ददल्ली पर अचधकार, लोदी विंश की स्थापना।
3 ई.

16 1450
गोरखनाथ की सार्खयों की रिना।
4 ई.

16 1455
प्रससद्ध सिंत कबीर का जन्म।
5 ई.

16 1469 ससक्ख धम़ के सिंस्थापक गुरुनानक दे व का ननकाना (पिंजाब) में


6 ई. जन्म।
16 1470
रूसी यात्री ननककनतन की भारत यात्रा।
7 ई.

16 1472
शेरशाह सूरी का जन्म।
8 ई.

16 1479
बल्लभािाय़ का जन्म।
9 ई.

17 1483
जहीरूद्दीन बाबर का फरगना में जन्म।
0 ई.

17 1485
िैतन्य महाप्रभु का जन्म।
1 ई.

पत
ु ग
़ ाली नाषवक सरदार बाथोलोम्यो डिआज िेनोवेज ने 'केप ऑफ
17 1486
गुि होप' (शुभ यात्रा अिंतरीप) की खोज की, इसी माग़ से बाद
2 ई.
में वास्कोडिगामाने भारत की यात्रा की।

17 1489
ससकन्दर लोदी गद्दी पर आसीन, बीजापुर स्वाधीन।
3 ई.
17 1490
ददल्ली सल्तनत से अहमदनगरस्वाधीन।
4 ई.

17 1494
बिंगाल में हुसैनशाह गद्दी पर आसीन, बाबर फरगना का अमीर बना।
5 ई.

17 1498
पुतग
़ ाली नाषवक वास्कोडिगामा भारत में , कालीकट पहुँिा।
6 ई.

पत
ु ग
़ ाल के राजा जॉन द्षवतीय को पोप अलेक्जेंिर िष्टम का 'बल
ु '
17 1502 प्रदान ककया गया, स्जससे पुतग
़ ासलयों को भारत के साथ व्यापार
7 ई. करने का एकाचधकार तथा भारत में राज्य स्थाषपत करने का
औपिाररक अचधकार समला।

17 1503
फरगना बाबर के अचधकार से मुक्त।
8 ई.

17 1504 इटली के लि
ु ोषवको िी बाथेमा की पस्श्िम तथा दक्षिण भारत की
9 ई. यात्रा, काबुल पर अचधकार कर बाबर का मुल्तान की ओर प्रस्थान।

18 1507 गुजरात के शासक महमूद बेगडा का दीव (गोवा) में पुतग


़ ासलयों के
0 ई. षवरुद्ध असभयान।
18 1508
द्षवतीय मुगल सम्राट हुमायूँ का जन्म।
1 ई.

18 1509 षवजयनगर में कृष्णदे वरायससिंहासनरूढ़, पत


ु ग
़ ाली गवऩर फ़्रािंससस्को-द-
2 ई. अल्मेिा भारत आया।

1509
18 –
मेवाड में राणा सािंगा का राज्यकाल।
3 1527
ई.

18 1510
गोवा पर पुतग
़ ासलयों का अचधकार, अलबुकक़ गवऩर बना।
4 ई.

1512
18 –
गोलकुण्िा बहमनी राज्य से मुक्त।
5 1518
ई.

18 1517
ससकन्दर लोदी की मत्ृ यु के पश्िात ् इब्रादहम लोदी गद्दी पर बैठा।
6 ई.
18 1519
बाबर का भारत आगमन।
7 ई.

18 1520
बाबर का भीरा, ससयालकोट पर आक्रमण।
8 ई.

18 1522
बाबर का किंधार पर अचधकार।
9 ई.

19 1523 लाहौर और सरदहन्द पर बाबर का आक्रमण, लाहौर पर अचधकार


0 ई. (1524)।

(21 अप्रैल) बाबर तथा इब्रादहम लोदीके मध्य पानीपत का प्रथम


19 1526
युद्ध, इब्राहीम लोदी की पराजय तथा मत्ृ यु, ददल्ली पर क़ब्र्जे के
1 ई.
साथ ही मुगल साम्राज्य की स्थापना।

19 1527 राणा सिंग्राम ससिंह तथा बाबर के मध्य खािंिवा का यद्


ु ध (16 माि़),
2 ई. सिंग्राम ससिंह परास्जत।

19 1528 राणा सिंग्राम ससिंह की मत्ृ यु, बाबर ने सहयोग के


3 ई. बदले शेरशाह को सासाराम (बबहार) की पैतक
ृ जागीर वापस की।
19 1530 बाबर की मत्ृ यु (29 मई), षवजयनगरके राजा कृष्णदे व राय की मत्ृ यु
4 ई. (26 ददसम्बर)।

19 1531
गुजरात के बहादरु शाह का मालवातथा उज्जैन पर अचधकार।
5 ई.

19 1532 रायसेन, ििंदेरी एविं मिंदसौर पर बहादरु शाह का अचधकार तथा चित्तौडपर
6 ई. पहला हमला।

19 1533 बहादरु शाह ने चित्तौड का घेरा उठाया, रणथम्भौर तथा अजमेर पर


7 ई. अचधकार, वैष्णव सिंत िैतन्य का ननधन।

19 1534 हुमायूँ का मालवा को प्रस्थान, शेरशाहने सूरजगढ़ की लडाई


8 ई. में बिंगाल के शासक महमूद ख़ाँ को परास्त ककया।

19 1535 पत
ु ग
़ ासलयों की सहायता से बहादरु शाहका चित्तौड पर अचधकार, हुमायूँ से
9 ई. बहादरु शाह परास्जत, हुमायूँ की गज
ु रात तथा मालवा पर षवजय।

20 1536 हुमायूँ ने अस्करी को गुजरात का शासक ननयुक्त ककया, गुजरात


0 ई. में मुगलों के षवरुद्ध षवद्रोह।
20 1537
गुजरात के शासक बहादरु शाह की मत्ृ यु।
1 ई.

20 1538 शेरशाह के हाथों बिंगाल का शासक महमद


ू शाह
2 ई. परास्त, हुमायूँ का बिंगालपर आक्रमण, ससक्ख गरु
ु नानक दे वका ननधन।

20 1539
िौसा के युद्ध में हुमायूँ शेरशाह से परास्जत।
3 ई.

20 1540
शेरशाह ददल्ली की गद्दी पर बैठा।
4 ई.

20 1542 मारवाड के राजा मालदे व के आमिंत्रण


5 ई. पर हुमायूँ जोधपुर पहुँिा, अमरकोट में (15 अक्टूबर) अकबर का जन्म।

20 1544
हुमायूँ फारस के तहमस्प शाह की शरण में पहुँिा।
6 ई.

20 1545 शाह तहमस्प की मदद से किंधार-काबुल पर पन


ु ः हुमायूँ का
7 ई. अचधकार, शेरशाह की मत्ृ यु, इस्लामशाह गद्दी पर बैठा।
20 1553
सूर विंशी शासक इस्लामशाह की मत्ृ यु।
8 ई.

20 1555
लाहौर पर हुमायूँ का अचधकार।
9 ई.

हुमायूँ की मत्ृ यु (24 जनवरी), बैरम ख़ाँ के सिंरिण


21 1556 में अकबर मग
ु ल सम्राट बना, पानीपत के दस
ू रे यद्
ु ध (5 नवम्बर) में
0 ई. अकबर के द्वारा आददलशाह का दीवान हे मू परास्जत, पुतग
़ ाल से
पहला प्रेस भारत पहुँिा, स्जसे जेसुइट पादरी गोवा लेकर आए थे।

21 1557 र्ख़ज़्र ख़ाँ के साथ लडाई में आददलशाह मारा गया, ससकन्दर सूर को
1 ई. हराकर मानकोट के कक़ले पर अकबर का अचधकार।

21 1560
अकबर के द्वारा बैरम ख़ाँ का ननष्कासन।
2 ई.

21 1561
अकबर की मालवा पर षवजय।
3 ई.

21 1562 आमेर की राजकुमारी (राजा भारमलकी पत्र


ु ी) से अकबर का षववाह,
4 ई. युद्ध-बिंस्न्दयों को दास बनाने की प्रथा का उन्मूलन।
21 1563
अकबर द्वारा तीथ़यात्रा-कर की समास्प्त।
5 ई.

21 1564 अकबर द्वारा जस्र्जया कर की उगाही बन्द, रानी दग


ु ा़वती को परास्त
6 ई. कर गोंिवाना मुगल राज्य में सस्म्मसलत, रानी द्वारा आत्महत्या।

1564
21 –
उजबेकों का षवद्रोह।
7 1567
ई.

21 1565 षवजयनगर के शासक रामराय और बहमनी सुल्तानों के बीि तालीकोट


8 ई. का यद्
ु ध, षवजयनगर परास्जत।

21 1567 राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवत़क श्री हररविंश का दे वबन्द (सहारनपरु )


9 ई. में जन्म।

22 1568
अकबर की चित्तौड पर षवजय।
0 ई.

22 रणथम्भौर और कासलिंजर पर अकबरका अचधकार,


1569
1 युवराज सलीम(जहाँगीर) का जन्म।
22 1571 अकबर द्वारा फतेहपुर सीकरी का ननमा़ण तथा राजधानी बनाने का
2 ई. ननण़य।

22 1572 राणा उदयससिंह की मत्ृ य,ु जालौर के राजा और मेवाड सेनापनतयों के


3 ई. द्वारा राणा प्रताप को गद्दी पर बैठाया गया।

22 1573
कबीर का ननधन, गुजरात पर अकबर का आचधपत्य।
4 ई.

1574
22
–76 अकबर की बबहार-बिंगाल पर षवजय।
5
ई.

22 1575 ठुकरोई (उडीसा) का युद्ध, अकबरद्वारा दाऊद ख़ाँ परास्जत फतेहपुर


6 ई. सीकरी में इबादतख़ाना की स्थापना।

22 1576 हल्दीघाटी का यद्


ु ध, अकबर द्वारा राणा प्रताप परास्जत, अकबर
7 ई. का बिंगाल पर अचधकार, दाऊद ख़ाँ की मत्ृ यु।

भारतीय भािा की पहली पुस्तक "िुदिना कक्रस्टा' (तसमल भािा में )


22 1578
मदु द्रत व प्रकासशत, इस पस्
ु तक के सलए टाइप जआ
ु बों गिंज
ु ाल्बेज
8 ई.
नाम के स्पेनी लुहार ने स्क्कलोन (केरल) में ढाले थे। (दक्षिण भारत)
1579
अकबर ने 'महजरनामा' (इन्फैसलबबसलटी डिक्री) जारी ककया, बिंगाल-
22 –
बबहार में षवद्रोह, अकबर के दरबार में गोवा से प्रथम जेसइ
ु ट समशन
9 1580
आया (1580)।
ई.

1580
23 – गोलकुण्िा में सुल्तान कुली कुतुबशाह द्षवतीय के आश्रय में 'रे ख्ता'
0 1611 (दहन्दस्
ु तानी के आदद रूप) के कषवयों को प्रोत्साहन।
ई.

1611
23
– आददलशाह बीजापुर की गद्दी पर आसीन।
1
1656

23 1582
अकबर के द्वारा दीन-ए-इलाही की घोिणा।
2 ई.

पहले पाँि अिंग्रेर्ज व्यापारी (जॉन न्यब


ू री, ररिि़ स्टे पर, राल्फ, जेम्स
स्टोरी तथा षवसलयम ली्स) अकबरके नाम महारानी एसलजाबेथ का
23 1583
3 ई. पत्र लेकर भारत पहुँि,े अकबर से इनकी मुलाक़ात नहीिं हो पाई,
लेककन ली्स को अकबर के यहाँ झवेरी की नौकरी समल गई, कफिं ि
आठ साल तक भारत-बमा़ की यात्रा करने के बाद 26 अप्रैल, 1591
को लन्दन पहुँिा, कफिं ि के षववरण से ही अिंग्रर्ज
े व्यापाररयों की भारत
से व्यापार करने की लालसा बलवती हुई।

23 1585
कश्मीर पर अकबर का आचधपत्य।
4 ई.

23 1589
राजा टोिरमल की मत्ृ यु।
5 ई.

1590
23 –
अकबर की ससिंध पर षवजय।
6 1592
ई.

23 1591
फैर्जी को मग
ु ल राजदत
ू बनाकर दक्कन के राज्यों में भेजा गया।
7 ई.

23 1592
उडीसा पर अकबर का अचधकार।
8 ई.

23 1595
अकबर की किंधार षवजय, बलचू िस्तानमग
ु ल साम्राज्य में सस्म्मसलत।
9 ई.
24 1597
राणा प्रताप की मत्ृ यु।
0 ई.

अहमदनगर का पतन, लन्दन में महारानी एसलजाबेथ द्वारा अपने


भाई जाज़, अल़ ऑफ कम्बरलैंि तथा सर जॉन हॉट़ की ईस्ट इिंडिया
24 1600
कम्पनी (द गवऩर एिंि कम्पनी ऑफ लन्दन िे डििंग इन टु द ईस्ट
1 ई.
इिंिीज) को भारत से व्यापार करने के सलए अचधकार पत्र प्रदान
ककया गया।

24 1601
अकबर का असीरगढ़ पर अचधकार।
2 ई.

अबुल फजल की मत्ृ यु, िि यूननवस़ल यूनाइटे ि ईस्ट इिंडिया कम्पनी


24 1602
की स्थापना, 13 विों में ही हालैण्ि के एसशया व्यापार में असाधारण
3 ई.
वद्
ृ चध।

1601
24 –
अकबर के पुत्र सलीम का षवद्रोह।
4 1603
ई.

24 1605 अकबर की मत्ृ यु (16 अक्टूबर), जहाँगीर गद्दी पर बैठा (24


5 ई. अक्टूबर)।
शहजादा ख़ुसरो का षवद्रोह, जहाँगीरके आदे शानुसार पाँिवें ससक्ख गुरु
24 1606
अजन
ु़ दे व को प्राणदण्ि, ईराननयों द्वारा किंधार का घेराव, जहाँगीर
6 ई.
की मेवाड पर िढ़ाई।

24 1607
मुगलों के द्वारा किंधार मुक्त।
7 ई.

अहमद नगर पर मसलक अम्बर का पन


ु ः अचधकार, इिंग्लैण्ि के राजा
जेम्स प्रथम का पत्र लेकर षवसलयम हाककिंसजहाँगीर के दरबार में
24 1608
भारत आया तथा तीन साल तक उसके दरबार में रहा, 1612 में
8 ई.
वापस इिंग्लैण्ि लौटकर भारत यात्रा का षववरण सलखा, सिंत
तुकाराम का जन्म।

24 1609
पुसलकट में िि फैक्टरी स्थाषपत।
9 ई.

25 1611
मसुलीपटटम में अिंग्रेर्ज फैक्टरी स्थाषपत, जहाँगीर का नरू जहाँ से षववाह।
0 ई.

1611-
251 1625 गोलकुण्िा में सुल्तान मुहम्मद कुतुबशाह का शासनकाल।
ई.
1612 शाहजादा ख़ुऱम (शाहजहाँ) का मुमतार्ज महल से
252
ई. षववाह, बिंगाल की राजधानी राजमहल से ढाकास्थानान्तररत।

1614
253 मेवाड के राणा अमर ससिंह से जहाँगीरकी सिंचध।
ई.

1615 मेवाड पर जहाँगीर का अचधकार, इिंग्लैण्ि के शासक जेम्स प्रथम


254
ई. के राजदत
ू के रूप में सर टामस रोजहाँगीर के दरबार में आया।

1620
255 कािंगडा पर मुगलों का अचधकार।
ई.

1622 किंधार पर फारस का पुनः अचधकार, शाहजहाँ का षवद्रोह, गोस्वामी


256
ई. तुलसीदास का जन्म।

1625-
257 1674 गोलकुण्िा की गद्दी पर सल्
ु तान अब्दल्
ु ला कुत्बशाह बैठा।
ई.

1624
258 अहमदनगर के मसलक अम्बर के हाथों मुगल सेना परास्जत।
ई.
1626
259 महावत ख़ाँ का षवद्रोह।
ई.

1627 जहाँगीर की मत्ृ यु (29 अक्टूबर), जुन्नार (पूना) के


260
ई. ननकट सशवनेरी के कक़ले में सशवाजी का जन्म (20 अप्रैल)।

1628
261 शाहजहाँ मग
ु ल सम्राट बना (6 फरवरी)।
ई.

1631
262 मुमतार्ज महल की मत्ृ यु (7 जून)।
ई.

1632 बीजापुर पर मुगल आक्रमण, पुतग


़ ासलयों के षवरुद्ध सैन्य
263
ई. असभयन, हुगली में उनकी बस्ती नष्ट।

1633 अहमदनगर के ननर्जामशाही विंश का अन्त, अहमदनगर मुगल


264
ई. साम्राज्य में सस्म्मसलत, दौलताबाद के कक़ले पर अचधकार।

1634 अिंग्रेर्जों को बिंगाल में व्यापार करने का फरमान समला, महावत ख़ाँ
265
ई. की मत्ृ यु।
1636 बीजापुर और गोलकुण्िा से मुगलों की सिंचध, औरिं गर्जेब दक्कन का
266
ई. सब
ू ेदार ननयक्
ु त।

1638
267 अली मदा़न द्वारा किंधार मुगलों को समषप़त।
ई.

1638 शाहजहाँ द्वारा नए राजधानी शहर शाहजहाँनाबाद का ननमा़ण


268
ई. प्रारम्भ।

1639 अिंग्रेर्जों द्वारा मद्रास में सेंट जॉज़ फोट़ की आधारसशला रखी गई।
269
ई. (दक्षिण भारत)

1646
270 बल्ख पर मुगलों का अचधकार, तोरणपर सशवाजी का अचधकार।
ई.

1649
271 किंधार पर पर पुनः फारस का अचधकार।
ई.

1650
272 मराठी सिंत तक
ु ाराम का ननधन।
ई.

1656
273 सशवाजी का जावली पर आचधपत्य।
ई.
बीदर का पतन और मुगलों द्वारा बीजापुर की
1657
274 घेराबन्दी, शाहजहाँ के अस्वस्थ होने पर 'उत्तराचधकारी का यद्
ु ध'
ई.
प्रारम्भ, बीजापुर के साथ द्षवतीय सस्न्ध।

धरमत के युद्ध (5 मई) तथा सामूगढ़ के युद्ध (8 जून)


1658
275 में दारा की औरिं गर्जेबके हाथों पराजय, शाहजहाँ आगरा में बन्दी (5
ई.
जून), औरिं गर्जेब का राज्यासभिेक (31 जुलाई)।

1659
276 दारा को मत्ृ युदण्ि, सशवाजी के हाथों अफर्जल ख़ाँ की मत्ृ यु।
ई.

1660 मीर जुमला बिंगाल का सब


ू ेदार ननयुक्त, सशवाजी के द्वारा
277
ई. दक्षिण कना़टक िेत्र में िारों ओर हमले।

मरु ाद की हत्या, पत
ु ग
़ ासलयों द्वारा इस शत़ पर बम्बई अिंग्रेर्जों को
1661
278 हस्तािंतररत की गयी कक वे ििों को इस िेत्र में व्यापार से बाहर
ई.
खदे डने में इनका साथ दें गे।

1662
279 मीर जम
ु ला का असम असभयान।
ई.

1663
280 मीर जम
ु ला की मत्ृ य,ु शाइस्ता ख़ाँबिंगाल का सब
ू ेदार ननयक्
ु त।
ई.
सशवाजी का सूरत पर आक्रमण, स्थानीय पुतग
़ ाली उपननवेश
1664
281 द्वारा सशवाजी को वाषि़क नर्जराना दे ना स्वीकार, फ़्राँसीसी ईस्ट
ई.
इिंडिया कम्पनीकी स्थापना।

1665 राजा जयससिंह के हाथों सशवाजी की पराजय, मुगलों के साथ सशवाजी


282
ई. की परु न्दर सस्न्ध।

1666 शाहजहाँ की मत्ृ य,ु मग


ु ल दरबार में सशवाजी बन्दी (मई),
283
ई. नर्जरबन्दी से मुक्त।

1668 औरिं गर्जेब द्वारा दहन्दओ


ु िं के षवरुद्ध नये आदे श, ईस्ट इिंडिया
284
ई. कम्पनी का पण
ू ़ अचधकार।

1669 मथरु ा में जाट सरदार गोकुल ससिंह का षवद्रोह, बम्बई पर अिंग्रर्ज

285
ई. कम्पनी का पूण़ अचधकार।

1670
286 सशवाजी का सरू त पर दस
ू रा आक्रमण।
ई.

1671
287 छत्रसाल के नेतत्ृ व में बिंद
ु े लों का षवद्रोह।
ई.
अफ्रीदी तथा सतनामी षवद्रोह, दम लौहे म के नेतत्ृ व
1672 में फ़्राँसीससयों ने श्रीलिंका में बत्रिंकोमाली तथा िेन्नई के ननकट सेंट
288
ई. टोम पर अचधकार, कुछ समय के पश्िात ् ििों ने फ़्राँसीससयों से
दोनों स्थानों को छीन सलया।

1673 सशवाजी का सूरत पर तीसरा आक्रमण, दहन्दी कषव धनानिंद का


289
ई. जन्म।

फ़्राँसीसी कप्तान फ़्राँससस मादट़ न के द्वारा पािंस्ण्ििेरी की


1674
290 स्थापना, सशवाजीद्वारा राज्यासभिेक (रायगढ़ में ) तथा 'छत्रपनत'
ई.
की उपाचध धारण, 'स्वराज' की स्थापना।

1675
291 ससक्ख गुरु तेगबहादरु ससिंह को औरिं गर्जेब द्वारा मत्ृ युदण्ि।
ई.

1677
292 कना़टक में सशवाजी की षवजय।
ई.

1679
293 औरिं गर्जेब द्वारा जस्र्जया कर पुनः आरोषपत, मारवाड असभयान।
ई.

1680 सशवाजी की मत्ृ य,ु शिंभाजी पेशवा बना,


294
ई. अलिंकारवादी दहन्दी कषव केशवदासका जन्म।
1681
295 असम पुनः स्वतिंत्र, औरिं गर्जेब का दक्षिण में असभयान।
ई.

1685 अिंग्रेर्ज ईस्ट इिंडिया कम्पनी का मुख्य व्यापार


296
ई. काया़लय सरू त से बम्बईस्थानान्तररत।

1686
297 औरिं गर्जेब का बीजापरु पर अचधकार।
ई.

1687 गोलकुण्िा मग
ु ल साम्राज्य में सस्म्मसलत, अिंग्रर्ज
े कम्पनी
298
ई. द्वारा औरिं गर्जेब के षवरुद्ध युद्ध की घोिणा।

1689 औरिं गर्जेब द्वारा शिंभाजी को प्राणदण्ि, राजाराम सत्तारूढ़, शाहू बन्दी
299
ई. बना।

1699
300 मालवा पर मराठों का प्रथम आक्रमण।
ई.

1700 शिंभाजी के छोटे भाई राजाराम की मत्ृ य,ु ताराबाई के सिंरिण में
301
ई. सशवाजी तत
ृ ीय (राजाराम का पुत्र) गद्दी पर बैठा।
इिंग्लैंण्ि में रानी ऐन गद्दी पर बैठीिं, गोिोस्ल्फन के हस्तिेप से
1702
302 परु ानी और नयी कम्पननयों को एकीकरण कर नयी ईस्ट इिंडिया
ई.
कम्पनी का उदय।

1703
303 मराठों का बरार पर आक्रमण।
ई.

1706
304 मराठों का गुजरात पर आक्रमण, बडौदा ध्वस्त।
ई.

औरिं गर्जेब की मत्ृ यु, बहादरु शाह प्रथम(राजकुमार मुहम्मद


मुअज्जम) मुगलसम्राट बना, शाहू मुक्त, ताराबाई तथा शाहू
1707 समथ़कों के मध्य खेडा का यद्
ु ध, मराठा राज्य दो भागों में
305
ई. षवभक्त, सतारा में शाहू का राज्य तथा कोल्हापुर में ताराबाई (या
सशवाजी तत
ृ ीय) का राज्य, पेशवा बालाजी षवश्वनाथ, शाहू के
साथ।

शाहू का राज्यासभिेक छत्रपनत के रूप में , बालाजी षवश्वनाथ को


1708
306 'सेनाकते' की उपाचध, ससक्खों के अस्न्तम गरु
ु गोषविंद ससिंह का
ई.
ननधन (नादे ड में )।

1712
307 बहादरु शाह प्रथम की मत्ृ यु, जहाँदारशाह उत्तराचधकारी बना।
ई.
1713 जहाँदारशाह की हत्या, बिंधओ
ु िं की मदद
308
ई. से फरु़ ख़ससयर ससिंहासनारूढ़।

1714 बालाजी षवश्वनाथ की 'पेशवा' के पद पर पदोन्ननत, हुसैन अली


309
ई. दक्षिण का सूबेदार, हुसैन अली की मराठों से सस्न्ध।

1715
310 ससक्ख नेता बन्दा बहादरु को प्राणदण्ि।
ई.

ईस्ट इिंडिया कम्पनी को बादशाह फरु़ ख़ससयर का स्वतिंत्र व्यापार


1717
311 (्यट
ू ी-फ़्री) फरमान, कलकत्ता के ननकट 37 गावों को ख़रीदने का
ई.
अचधकार भी समला।

फरु़ ख़ससयर की हत्या, मह


ु म्मदशाह रौशन अततर गद्दी पर
आसीन (दो अल्पकासलक शासकों रफी-उद-दौलातथा रफी-उद-
1719
312 दरजात की मत्ृ यु के उपरान्त), मुगल सम्राट द्वारा सनद प्रदान
ई.
कर िौथ तथा सदरे शमख
ु ी वसल
ू ने का अचधकार तथा दक्कन के
6 सूबों को स्वराज्य प्रदान ककया गया।

1720 बाजीराव प्रथम पेशवा बने, सैय्यद बन्धओ


ु िं का अन्त, मराठों का
313
ई. उत्तरी असभयान प्रारम्भ।
1723 सशवाजी के गुरु समथ़ रामदास की मत्ृ यु, पेशवा का मालवा पर
314
ई. आक्रमण।

1724 सआदत ख़ाँ अवध का सब


ू ेदार ननयुक्त, दक्षिण में ननर्जाम
315
ई. स्वतिंत्र।

1725
316 शज
ु ाउद्दीन बिंगाल का सब
ू ेदार।
ई.

1731 गॉटनबग़ में सम्राट फ़्रेिररक द्वारा 'स्वीडिश ईस्ट इिंडिया' का


317
ई. गठन।

1735 मुगल बादशाह द्वारा पेशवा बाजीराव प्रथम को मालवा के शासक


318
ई. के रूप में स्वीकृनत।

1738
319 गोस्वामी तुलसीदास (रामिररतमानसक रिनयता) का ननधन।
ई.

ददल्ली पर नाददरशाह का आक्रमण, कोदहनूर हीरा एविं ततत-ए-


1739–
320 ताऊसनाददरशाह के क़ब्र्जे में , खुरासान में नाददरशाह की उसके ही
40 ई.
सेनापनतयों के द्वारा हत्या।
सरफराज ख़ाँ की हत्या कर अलीवदी ख़ाँ बिंगाल का नवाब
1740
321 बना, बालाजी बाजीराव पेशवा बने, अरकाट पर मराठों का
ई.
आक्रमण।

1742
322 बिंगाल पर मराठों का आक्रमण, िूप्लेपािंस्ण्ििेरी का गवऩर ननयुक्त।
ई.

1744 यूरोप में फ्राँस तथा इिंग्लैण्ि के बीि युद्ध आरम्भ, दोनों के
323
ई. षवसभन्न उपननवेशों में तनाव तथा सिंघि़।

1746–
324 प्रथम कना़टक (आिंग्ल-फ़्राँसीसी) युद्ध।
48 ई.

1745
325 रूहे लखण्ि रुदहल्लों के अचधकार में ।
ई.

1746
326 ला बोद़ ने के नेतत्ृ व में फ़्राँसीससयों का िेन्नई पर अचधकार।
ई.

1747
327 अहमदशाह अब्दाली का भारत पर आक्रमण।
ई.
है दराबाद के ननर्जाम आसफजाह की मत्ृ यु, पुत्र नाससर
1748 जिंग तथा मज
ु फ़्फफर जिंग में सत्ता के सलए सिंघि़, सिंघि़ के कारण
328
ई. ननर्जाम का प्रभाव िीण तथा गद्दी के सलए कना़टक के
नवाब ििंदा साहब तथा नवाब अनवरुद्दीन के बीि सिंघि़।

अहमदशाह अब्दाली का अफगाननस्तान और पिंजाब पर


1748–
329 अचधकार, मुहम्मदशाह की मत्ृ यु के
51 ई.
पश्िात ् अहमदशाह मुगल बादशाह बना (1748)।

यूरोप में बब्रदटश और फ़्राँसीससयों के बीि 'एक्स-ला-शापेल' की


1749 सस्न्ध, भारत में अिंग्रेर्जी और फ़्राँसीसी कम्पननयों में भी युद्ध
330
ई. षवराम, फ़्राँसीससयों द्वारा िेन्नई अिंग्रेर्जों को वापस, शाहू की मत्ृ यु
तथा रामराज का छत्रपनत के रूप में राज्यासभिेक।

द्षवतीय कना़टक युद्ध, िूप्ले की सहायता से ििंदा


साहब की अनवरुद्दीनपर षवजय, है दराबाद की ननर्जामत मुजफ़्फफर
1750–
जिंग को ददलाने के सलए ििंदा साहब तथा िुप्ले का नाससर जिंग
331 1754
पर सस्म्मसलत हमला, नाससर जिंग को 600 सैननकों की
ई.
सहायता, कना़टक की गद्दी के सलए मह
ु म्मद अली को भी
अिंग्रेर्जी मदद।
अका़ट के कक़ले पर राबट़ क्लाइब का अचधकार,
1751
332 स्जससे फ़्राँसीसीबत्रिनापल्ली से हटे , मज
ु फ़्फफर जिंग की मत्ृ य,ु
ई.
सलावत जिंग ननर्जाम बना, अलीवदी ख़ाँ की मराठों से सस्न्ध।

िूप्ले फ़्राँस वापस, गोिेहू नया फ़्राँसीसी िायरे क्टर जनरल, गोिेहू
तथा अिंग्रेर्ज गवऩर सािंिस़ के बीि सस्न्ध, दोनों का भारतीय
1754
333 ररयासतों के आन्तररक मामलों में हस्तिेप न करने का ननण़य,
ई.
फ़्राँसीससयों द्वारा अिंग्रेर्ज समचथ़त मह
ु म्मद अली कना़टक का
नवाब स्वीकृत, आलमगीर द्षवतीयमुगल बादशाह बना।

1756 अलीवदी ख़ाँ की मत्ृ यु, ससराजुद्दौलाबिंगाल की गद्दी पर आसीन


334
ई. तथा कलकत्ता पर अचधकार, तीसरा कना़टक यद्
ु ध।

प्लासी के यद्
ु ध (23 जन
ू ) में अिंग्रेर्जोंद्वारा ससराजद्
ु दौला
1757 परास्जत, मीर र्जाफरनवाब बनाया गया (28 जून), अिंग्रेर्जों
335
ई. का कलकत्ता पर पुनः अचधकार, ससराजुद्दौला को मत्ृ युदण्ि (2
जुलाई), अिंग्रेर्जों का राजनीनतक प्रभुत्व स्थाषपत।

फ़्राँसीसी गवऩर लाली का भारत आगमन, अिंग्रेर्जों के षवरुद्ध


1758
336 असभयान आरम्भ, फोट़ सेंट िेषवि पर क़ब्र्जा, पिंजाब पर मराठों का
ई.
अचधकार।
बिंगाल में अिंग्रेर्जों द्वारा िि परास्जत, बीदर का युद्ध, गाजीउद्दीन
337 1759 द्वारा आलमगीर द्षवतीय की हत्या, शाहआलम द्षवतीय बादशाह
बना (1759-1806)।

1760 वािंिीवास के युद्ध में अिंग्रेर्जों के हाथों फ़्राँसीसी परास्जत, रोबट़


338
ई. क्लाइबइिंग्लैण्ि वापस, मीर क़ाससम बिंगाल का नवाब बना।

अहमदशाह अब्दाली तथा मराठों के बीि पानीपत का तीसरा


युद्ध (14 जनवरी), मराठे परास्जत, फ़्राँसीससयों
1761
339 द्वारा पािंस्ण्ििेरी अिंग्रेर्जों को समषप़त, पेशवा बाजीराव का
ई.
ननधन, माधवरावससिंहासनारूढ़, है दर अली मैसूर का नवाब, अवध का
नवाब शुजाउद्दौलावर्जीर बना।

1762 माधवराव के ससिंहासनारूढ़ होने के उपरान्त रघन


ु ाथराव द्वारा
340
ई. ननर्जाम से मदद की माँग।

अिंग्रेर्जों द्वारा पािंस्ण्ििेरी फ़्राँसीससयोंको


1763 वापस, बिंगाल एविं बबहार पर मीर क़ाससम का अचधकार समाप्त,
341
ई. मीर क़ाससम ननष्काससत, मीर र्जाफर पुनः नबाब
बना, रघुनाथराव का सत्ता पर क़ब्र्जा, माधवराव बन्दी।
1764 बक्सर का युद्ध, शाहआलम, शज
ु ाउद्दौला तथा मीर क़ाससम की
342
ई. सिंयक्
ु त सेनायें अिंग्रेर्जों से परास्जत।

रोबट़ क्लाइब द्वारा दस


ू री बार पुनः बिंगाल का गवऩर बनकर
वापस आया, शुजाउद्दौला, शाहआलम तथा ईस्ट इिंडिया
1765
343 कम्पनी के मध्य इलाहाबाद की सस्न्ध, शाहआलम ने बबहार,
ई.
बिंगाल तथा उडीसा की दीवानी ईस्ट इिंडिया कम्पनी को सौंपी, मीर
र्जाफर की मत्ृ य।ु

1766
344 ननर्जाम ने उत्तरी सरकार िेत्र अिंग्रेर्जोंको ददया।
ई.

1767
345 रोबट़ क्लाइब इिंग्लैण्ि वापस, वेरेलस्ट बिंगाल का गवऩर बना।
ई.

1767– प्रथम मैसूर युद्ध, अिंग्रेर्जों ने अपमानजनक शतों पर है दर


346
69 ई. अली से सस्न्ध की, है दर अली का िेन्नईअसभयान।

1769
347 ननर्जाम और मराठों के साथ अिंग्रेर्जों की िेन्नई सस्न्ध।
ई.
1770 बिंगाल में भीिण दसु भ़ि, पेररस में ददवासलया हो जाने के कारण
348
ई. फ़्राँसीसी ईस्ट इिंडिया कम्पनी भिंग।

1771 मराठों का है दर अली पर आक्रमण, ददल्ली पर मराठों का


349
ई. क़ब्र्जा, शाहआलम को अिंग्रेर्जों के बन्धन से मस्ु क्त।

वारे न हे स्स्टिं ग्स बिंगाल का गवऩर ् ननयुक्त, मराठों का रुहे लखिंि पर


आक्रमण, भारतीय मामलों के सलए बब्रदटश सिंसद की दो सिंसदीय
ससमनतयों का गठन, पेशवा माधवरावकी मत्ृ यु, नारायणराव पेशवा
1772
350 बना, पर ही शीघ्र मत्ृ य,ु अवध के नवाब और रुदहल्लों
ई.
का मराठों के षवरुद्ध समझौता, कम्पनी द्वारा द्वैध शासन के
समास्प्त की तथा खद
ु दीवान का काय़ अपने हाथों में लेने की
घोिणा।

1772–
351 1833 राजा राममोहन राय का जीवनकाल।
ई.

बब्रदटश सिंसद द्वारा रे ग्यल


ु ेदटिंग एक्टपाररत, कम्पनी पर सिंसद का
आिंसशक ननयिंत्रण, िेन्नई तथा बम्बईप्रेसीिेस्न्सयों
1773
352 पर कलकत्ता प्रेसीिेन्सी का आिंसशक
ई.
ननयिंत्रण, रघुनाथरावपेशवा बना, अिंग्रेर्जों और अवध के नवाब के बीि
रुहे लखण्ि पर सिंयक्
ु त रूप से िढ़ाई का समझौता।
1774 वारे न हे स्स्टिं ग्स बिंगाल का गवऩर-जनरल बना, कलकत्ता में पहले
353
ई. उच्ितम न्यायालय की स्थापना, नारायणराव पेशवा बना।

ईस्ट इिंडिया कम्पनी और अवध के वर्जीर आसफउद्दौला के बीि


(एक-दस
ू रे के षवरुद्ध काऱवाई न करने की) मैत्री सस्न्ध, नवाब
1775 ने अिंग्रेर्जों से सैन्य सहायता लेने के बदले 2,60,000 रुपये
354
ई. प्रनतमाह दे ना स्वीकार ककया, नन्द कुमार पर मुक़दमा तथा
मत्ृ युदण्ि (6 मई), रघुनाथराव तथा अिंग्रेर्जों के बीि सूरत की
सस्न्ध।

1775–
355 1782 प्रथम आिंग्ल मराठा यद्
ु ध।
ई.

1776 अिंग्रेर्जों (कऩल आप्टन) तथा मराठों(रघुनाथराव के षवरोचधयों) के


356
ई. बीि परु न्दर की सस्न्ध।

1777
357 सन 1857 के षवद्रोही वीर कँु वर ससिंह का जन्म।
ई.

1778 यरू ोप में अिंग्रेर्ज-फ़्राँस यद्


ु ध, भारत में फ़्राँसीसी उपननवेशों पर अिंग्रेर्जों
358
ई. का अचधकार।
मराठों तथा अिंग्रेर्जों के बीि बडगाँव समझौता मराठों ने 1773 में
1779
359 खोए हुए िेत्र पन
ु ः प्राप्त ककए, है दर अली, है दराबाद के ननर्जाम
ई.
तथा मराठोंअिंग्रेर्जों का षवरोध करने को एकजट
ु ।

कैप्टन पोफम के नेतत्ृ व में ईस्ट इिंडिया कम्पनी का ग्वासलयर पर


1780 अचधकार, द्षवतीय मैसरू यद्
ु ध प्रारम्भ, है दर अली
360
ई. द्वारा कना़टक ध्वस्त, महाराजा रणजीत ससिंह का जन्म, जेम्स
दहक्की द्वारा 'बिंगाल गजट' का प्रकाशन।

ईस्ट इिंडिया कम्पनी ने बनारस के राजा िेतससिंह को गद्दी से


1781 हटाया, पोटोनोवा में है दर अली परास्जत, रे ग्युलदे टिंग एक्टमें
361
ई. सिंशोधन, वारे न हे स्स्टिं ग्स द्वारा 'कलकत्ता मदरसा' की
स्थापना, बिंगालमें 'बोि़ ऑफ रे वेन्यू' की स्थापना।

अिंग्रेर्ज, मराठा और है दर अली के बीि 'सालबाई की सस्न्ध' है दर


1782 अली की मत्ृ यु, बिंगाल की खाडी में अिंग्रेर्जों तथा फ़्राँसीससयों के
362
ई. बीि नौसेननक युद्ध, अिंग्रेर्जों की मदद
से आसफउद्दौलाद्वारा अवध की बेगमों से धन उगाही।

1782–
363 टीपू सुल्तान मैसूर का शासक बना।
99 ई.
1783
364 फाक्स का इिंडिया बबल बब्रदटश सिंसद में अस्वीकृत।
ई.

टीपू सुल्तान के साथ 'मिंगलौर की सस्न्ध', मैसरू युद्ध द्षवतीय की


1784 समास्प्त, भारतीय मामलों के सलए 'बोि़ ऑफ कन्िोल' की
365
ई. स्थापना हे तु षपट का इिंडिया एक्ट बब्रदटश सिंसद में पाररत,
'एससयादटक सोसाइटी आफ बिंगाल' की स्थापना।

1785 वारे न हे स्स्टिं ग्स का त्यागपत्र, पिंजाब में ससखों का


366
ई. आचधपत्य, ददल्ली पर महादजी ससिंचधया का अचधकार।

1786–
लॉि़ काऩवासलस बिंगाल का गवऩर-जनरल, गवऩर-जनरल को
367 1793
अपने पररिद के ननण़य को ननरस्त करने की व्यवस्था।
ई.

टीपू सुल्तान ने पेररस और कुस्तुनतुननया में दत


ू भेजा, मराठा,
1787
368 ननर्जाम तथा टीपू के बीि सस्न्ध, मराठा लाभास्न्वत, षवसलयम
ई.
षवलबरफोस़ द्वारा 'दासता-षवरोधी लीग' की स्थापना।

गल
ु ाम क़ाददर रुदहल्ला का ददल्ली पर क़ब्र्जा, गल
ु ाम क़ाददर ख़ान
1788
369 द्वारा शाहआलम द्षवतीय को नेत्रहीन बनाया गया, बेदार बतत
ई.
ददल्ली की गद्दी पर आसीन।
1788–
370 1795 वारे न हे स्स्टिं ग्स पर महासभयोग।
ई.

1789–
371 टीपू सल्
ु तान का श्रावणकोर पर अचधकार।
90 ई.

1789–
372 1802 मराठों का ददल्ली पर अचधकार।
ई.

1790– तत
ृ ीय मैसूर युद्ध (टीपू सुल्तान और अिंग्रेर्ज, मराठा की सिंयुक्त
373
92 ई. सेना के बीि)।

श्रीरिं गपट्टनम की सस्न्ध के साथ तत


ृ ीय मैसूर युद्ध
1792 समाप्त, पिंजाब में रणजीत ससिंह सुकरिककया-समसल के
374
ई. मुर्खया, जोनाथन ििंकन द्वारा वाराणसी में राजकीय सिंस्कृत
महाषवद्यालय (बाद में सिंस्कृत षवश्वषवद्यालय) की स्थापना।

1793–
375 1798 बिंगाल के गवऩर-जनरल सर जॉन शोरका काय़काल।
ई.
बिंगाल में भू-राजस्व का स्थायी बिंदोबस्त, बब्रदटश सिंसद
1793 द्वारा भारत में यद्
ु ध ननयिंत्रण षवधेयक
376
ई. पाररत। पािंस्ण्ििेरी पर अिंग्रेर्जों का अचधकार, कम्पनी के िाट़ र का
नवीनीकरण।

1794
377 पन िं े ) का ननधन।
ू ा में महादजी ससिंचधया (सशद
ई.

ख़दा़ के यद्
ु ध में ननर्जाम का मराठों के समि समप़ण, इन्दौर की
1795
378 रानी अदहल्याबाई होल्कर का ननधन, जोनाथन ििंकन बम्बई का
ई.
गवऩर ननयुक्त।

1796 पेशवा माधवराव नारायण की मत्ृ य,ु बाजीराव द्षवतीय पेशवा


379
ई. ननयुक्त, अिंग्रेर्जों द्वारा श्रीलिंका को ििों से मुक्त कराया गया।

अहमद शाह अब्दाली के पोते जमान शाह का पिंजाब पर


1797 आक्रमण। लाहौरपर अचधकार। अवध में नवाब आसफउद्दौला की
380
ई. मत्ृ यु। वर्जीर अली नये नवाब (अवध), श्रीरिं गपट्टनम में
60 फ़्राँसीससयों द्वारा 'जैकोबबन क्लब' की स्थापना।

1798–
381 1805 लॉि़ वेलज
े ली बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
आस्जद अली को हटाकर सआदत अली अवध का नवाब बना,
ननर्जाम द्वारा आश्रम-सस्न्ध पर हस्तािर, टीपू सल्
ु तान के
1798
382 षवरुद्ध अिंग्रेर्ज, पेशवा और ननर्जाम में एकता, टीपू ने फ़्राँसीसी
ई.
उपननवेश माररशस को दत
ू भेजा, नेपोसलयन
बोनापाट़ का समस्रअसभयान।

नेपोसलयन बोनापाट़ के कादहरा से सलखे पत्र में टीपू सुल्तान को


अिंग्रेर्जों से मुस्क्त ददलाने का आश्वासन। िौथे मैसूर युद्ध में टीपू
1799 की मत्ृ य।ु मैसरू षवभाजन। मैसरू राजविंशज कृष्णराज गद्दी पर
383
ई. आसीन। जमान शाह द्वारा रणजीत ससिंह लाहौर का सूबेदार
ननयक्
ु त। मैल्कम के नेतत्ृ व में अिंग्रेर्ज दत
ू मिंण्िल ईरान पहुँिा।
षवसलयम केरी द्वारा सेरामपुर में बैस्प्टस्ट समशन स्थाषपत।

1800 पेशवा और अिंग्रेर्जों के बीि बसीन की सस्न्ध, अिंग्रेर्जों द्वारा पेशवा


384
ई. पन
ु ः पन
ू ाकी गद्दी पर अचधष्ठाषपत।

द्षवतीय आिंग्ल मराठा यद्


ु ध (1803-05) में मराठों की
1803 पराजय। अलीगढ़पर अिंग्रेर्जों का अचधकार। भोंसले के साथ ईस्ट
385
ई. इिंडिया कम्पनी की 'दे वगाँव की सस्न्ध' तथा ससिंचधया के साथ
'सुजी अजन
ु़ गाँव की सस्न्ध'।

1804 जसविंतराव होल्कर के साथ युद्ध में कऩल मोन्सन परास्जत।


386
ई. बादशाह शाहआलम द्षवतीय बब्रदटश सिंरिण के अधीन।
अिंग्रेर्जों का भरतपुर का घेरा असफल, लॉि़
1805
387 वेलेजली को इिंग्लैंण्ि वापस बल
ु ाया गया, लॉि़ काऩवासलस की मत्ृ य,ु
ई.
होल्कर के साथ सस्न्ध।

1805–
388 1807 सर जॉज़ बालो बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.

1806 अकबर द्षवतीय शाहआलम द्षवतीय का उत्तराचधकारी बना,


389
ई. वेल्लोर सैननक षवद्रोह।

1807–
390 1813 लॉि़ समण्टो प्रथम बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.

1807–
391 1808 नेपोसलयन की भारत पर सिंयुक्त फ़्राँसीसी-रूसी असभयान योजना।
ई.

1808 मैल्कम के नेतत्ृ व में फारस तथा एस्ल्फन्स्टन के नेतत्ृ व


392
ई. में काबुल के सलए अिंग्रेर्ज दत
ू मण्िल भेजा गया।
अिंग्रेर्जों और रणजीत ससिंह के बीि 'अमत
ृ सर की सस्न्ध' (25
1809
393 अप्रैल)। सतलज पव
ू ़ की पिंजाबी ररयासत अिंग्रर्ज
े ों के सिंरिण में ।
ई.
रणजीत ससिंह शासक स्वीकृत।

1809–
394 1811 रणजीत ससिंह का कािंगडा पर क़ब्र्जा।
ई.

1813–
395 1823 लॉि़ हेस्स्टिं ग्स बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.

1813 ईस्ट इिंडिया कम्पनी का िाट़ र नवीनीकृत, सशिा पर सालाना एक


396
ई. लाख रुपये ख़ि़ करने का प्रावधान।

1814–
नेपाल के साथ युद्ध। गोरखा तथा कम्पनी के बीि 'सिंगौली की
397 1816
सस्न्ध' (1816) में ।
ई.

1815 राममोहन राय द्वारा 'आत्मीय सभा' की स्थापना। वाटरलू का


398
ई. युद्ध।
1817 कलकत्ता में 'दहन्द ू कॉलेज' की स्थापना (िेषवि हे यर
399
ई. तथा राममोहन राय द्वारा)।

1817– सेरामपरु ईसाई समशनरी सिंस्था द्वारा भारतीय भािा (बािंग्ला) में
400 1818 'समािार दप़ण' नाम का पहला साप्तादहक
ई. प्रकासशत। पेशवा बाजीराव द्षवतीय का समप़ण।

1819–
401 1827 एलकफिं स्टन बम्बई के गवऩर।
ई.

पेशवा पद की समास्प्त। बब्रदटश वषृ त्तभोगी की है ससयत से पेशवा


1819
402 बाजीराव द्षवतीय को बबठूर ननवास, राजपूताना के राजाओिं के साथ
ई.
सुरिात्मक सस्न्ध। तात्या टोपे का जन्म।

1820
403 मुनरो मद्रास का गवऩर बना। (दक्षिण भारत)
ई.

1821
404 पूना में सिंस्कृत कॉलेज की स्थापना।
ई.

1822 बम्बई में 'नेदटव एजुकेशन सोसाइटी' की स्थापना। 'बम्बई


405
ई. समािार' प्रकासशत।
1823–
406 1828 लॉि़ एमहस्ट़ बिंगाल का गवऩर-जनरलननयुक्त।
ई.

प्रेस आडि़नेन्स के षवरुद्ध राजाराममोहन राय का ज्ञापन। (इसके


1823
407 बाद काय़वाहक गवऩर-जनरल एिम्स ने मुद्रणालयों के सलए
ई.
लाइसेंस अननवाय़ ककया था)।

1824
408 बैरकपुर में सैननक षवद्रोह (अचधक भत्ते की मािंग पर)।
ई.

1824– प्रथम आिंग्ल-बमा़ युद्ध। याण्िबू की सस्न्ध। अराकान तथा


409
26 ई. तेनासरीम बब्रदटश साम्राज्य में शासमल।

1824–
स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवनकाल, आय़ समाज की स्थापना
410 1883
(1875 में )।
ई.

1825 प्रससद्ध स्वतिंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी का जन्म (4


411
ई. ससतम्बर)।

1826
412 भरतपरु पर अिंग्रेर्जों का अचधकार।
ई.
1827 पहला वाष्पिासलत युद्धपोत 'इिंटरप्राइज' मद्रास पहुँिा। (दक्षिण
413
ई. भारत)

1828–
414 1833 लॉि़ षवसलयम बैंदटक बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.

1828 राममोहन राय द्वारा 'ब्रह्म समाज की स्थापना'। ऐकेिसमक


415
ई. एसोससएशन स्थाषपत।

1829
416 लॉि़ षवसलयम बैंदटक द्वारा सती प्रथागैरक़ानूनी घोषित।
ई.

1829–
417 1837 बैंदटक द्वारा ठगों का दमन।
ई.

राजा राममोहन राय द्वारा इिंग्लैंण्िभ्रमण। धम़सभा


1830 द्वारा कलकत्ता में सती प्रथा पर प्रनतबन्ध लगाने के षवरोध में
418
ई. सभा। ईश्वरिन्द्र गुप्ता द्वारा बिंगाल माससक 'सिंवाद प्रभाकर'
प्रकासशत।
1831 मैसूर का राजा पदच्युत। शासन बब्रदटश सरकार के हाथ में , रोपड
419
ई. में लॉि़ षवसलयम बैंदटक और रणजीत ससिंह की भें ट।

1832
420 असम के जैंनतया िेत्र पर अिंग्रेर्जों का आचधपत्य।
ई.

ईस्ट इिंडिया कम्पनी के िाट़ र का नवीनीकरण, वैधाननक शस्क्त


1833 का केन्द्रीयकरण। बिंगाल का गवऩर-जनरल पहली बार भारत के
421
ई. गवऩर-जनरल के नाम से जाने लगा, भारतीय षवचध आयोग की
ननयुस्क्त, बब्रटे न में दास-प्रथा पर प्रनतबिंध लगाया गया।

1833–
422 1835 लॉि़ षवसलयम बैंदटक भारत का गवऩर-जनरल।
ई.

कुग़ पर अिंग्रेर्जों का आचधपत्य। लॉि़ मैकाले सप्र


ु ीम कौंससल में
1834
423 पहला षवचध सदस्य ननयुक्त। सरकार द्वारा िायबागानों की
ई.
स्थापना। आगरा प्रान्त की स्थापना।

1835–
424 1836 सर िाल्स़ मेटकॉफ काय़कारी गवऩर-जनरल।
ई.
मेटकॉफ द्वारा समािार पत्रों पर से प्रनतबन्ध समाप्त। लॉि़
मैकाले का सशिा नीनत पर प्रस्ताव। अिंग्रेर्जी(फारसी के स्थान पर)
पहली बार सरकारी भािा बनी। कम्पनी ने पहली बार अपने
ससक्के जारी ककए (बबना मग
ु ल सम्राट के नाम
1835
425 के)। कलकत्तामेडिकल कॉलेज की स्थापना। कलकत्ता के दहन्द ू
ई.
कॉलेज में धम़सभा के तत्वाधान में पस्श्िमी ढिं ग की पहली
साव़जननक सभा (30 जनवरी) स्जसमें रामकमल सेन ने मािंग की
थी कक सभी र्जमीदारों तथा रै य्यतों के जीवन के मूलभूत
सामास्जक आचथ़क प्रश्नों पर षविार-षवमश़ करे ।

1836–
426 1842 लॉि़ आकलैण्ि गवऩर-जनरल।
ई.

1837 अकबर द्षवतीय का उत्तराचधकारी बहादरु शाह द्षवतीय 'जफर' गद्दी


427
ई. पर आसीन, महारानी षवक्टोररया गद्दी पर आसीन।

अफगाननस्तान के भू. पू. शासक शाहशुजा, रणजीत


ससिंह तथा अिंग्रेर्जोंके बीि 'बत्रपिीय सस्न्ध'। काबुल-किंधार पर अिंग्रेर्जों
1838
428 का अचधकार। 'कलकत्ता सोसाइटी फॉर द एक्यज
ू ीशन आफ
ई.
जनरल नालेज' नाम की सादहस्त्यक वैिाररक सिंस्था की
स्थापना, केशविन्द्र सेन का जन्म (19 नवम्बर)।
महाराजा रणजीत ससिंह की मत्ृ यु। कलकत्ता तथा ददल्ली के बीि जी.
1839 टी. रोि का काय़ आरम्भ। अिंग्रेर्जों द्वारा शाहशज
ु ा को काबल
ु का
429
ई. अमीर (बाद में यूनाइटे ि इिंडिया एसोससयशन) की स्थापना (9
फरवरी)। लन्दन में बब्रदटश इिंडिया सोसाइटी की स्थापना।

1839–
430 1842 प्रथम आिंग्ल-अफगान युद्ध।
ई.

1840 अफगान कबाइसलयों का षवद्रोह, दोस्त मुहम्मद पदच्युत, मैन्िेस्टर


431
ई. में 'नाद़ न सेंिल बब्रदटश इिंडिया सोसाइटी' की स्थापना।

1841
432 कलकत्ता में 'दे श दहतेिणी सभा' की स्थापना (3 अक्टूबर)।
ई.

1841–
433 1844 लॉि़ एलनबरो गवऩर-जनरल।
ई.

अफगाननस्तान में अिंग्रेर्जी सेना का सिंहार। काबल


ु पर पन
ु ः
1842
434 आचधपत्य। दोस्त मुहम्मद पुनः अमीर बना। एलनबरो की सशमला
ई.
घोिणा। अफगाननस्तान से अिंग्रेर्जी सैननक वापस।
1843 ससन्ध पर अिंग्रेर्जों का आचधपत्य। दासप्रथा पर प्रनतबन्ध। 'बिंगाल
435
ई. बब्रदटश इिंडिया सोसाइटी' की स्थापना।

1844–
436 1848 लॉि़ हाडििंग गवऩर-जनरल।
ई.

लॉि़ हाडििंग द्वारा सरकारी नौकररयों में अिंग्रर्ज


े ी सशक्षित भारतीयों
1844
437 को ननयस्ु क्त दे ने का ननण़य। कािंग्रेस नेता ददनशा एदल
ु जी वािा
ई.
का जन्म।

1845–
438 प्रथम आिंग्ल-ससख यद्
ु ध में ससखपरास्जत।
46 ई.

439 1846 अिंग्रेर्जों तथा ससखों के बीि लाहौर की सस्न्ध।

1847
440 रुडकी में प्रथम इिंजीननयररिंग कॉलेज की स्थापना।
ई.

1848–
441 1856 लॉि़ िलहौर्जी गवऩर-जनरल।
ई.
सतारा बब्रदटश साम्राज्य में सस्म्मसलत। गोद लेने की प्रथा पर
1848
442 प्रनतबन्ध। बम्बईमें 'स्टूिेंट्स सलटरे री एिंि साइिंदटकफक सोसाइटी'
ई.
की स्थापना।

1848–
443 1849 दस
ू रे आिंग्ल ससख युद्ध में ससखपरास्जत।
ई.

पिंजाब, जैतपुरा तथा सिंभलपुर का बब्रदटश साम्राज्य में


1849
444 षवलय। कलकत्तामें बेथन
ु द्वारा पहली कन्या पाठशाला की
ई.
स्थापना। िलहौर्जी द्वारा मग
ु लराजविंश की समास्प्त पर षविार।

1850
445 ससस्क्कम का एक भाग अिंग्रेर्जों के क़ब्र्जे में ।
ई.

1851
446 कलकत्ता में 'बब्रदटश इिंडियन एसोससयशन' की स्थापना।
ई.

द्षवतीय आिंग्ल-बमा़ यद्


ु ध। रिं गन
ू (वत़मान यािंगन
ू ) तथा पेगू पर
1852 आचधपत्य। भूतपव
ू ़ पेशवा बाजीराव द्षवतीय की मत्ृ यु तथा उसकी
447
ई. पें शन समाप्त। पूना में 'दक्कन एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना।
ननर्जाम द्वारा बरार अिंग्रर्ज
े ों का समषप़त। कम्पनी के िाट़ र का
नवीनीकरण तथा पहली बार आई सी एस. (भारतीय प्रशासननक
सेवा) परीिा प्रारम्भ। सस्ती िाक सेवा प्रारम्भ।

1854
448 बिंगाल में नील षवद्रोह।
ई.

1855 सिंथाल षवद्रोह। पटसन उद्योग की शुरुआत। कलकत्ता में 'अिंजुमने


449
ई. इस्लामी' (या मोहम्मिन एसोससएशन) की स्थापना (मई 6)।

अवध बब्रदटश साम्राज्य में सस्म्मसलत। भारतीय षवश्वषवद्यालय


अचधननयम। बिंगाल षवधान पररिद् द्वारा दहन्द ू षवधवा पुनषव़वाह
1856
450 अचधननयम पाररत। यूरोप में क्रीसमया युद्ध समाप्त। भारतीय
ई.
सैननकों को इनफील्ि रायफल और िबीयुक्त कारतूस प्रयोग के
सलए ददये गये। कलकत्ता में इिंजीननयररिंग कॉलेज की स्थापना।

1856–
451 लॉि़ कैननिंग गवऩर-जनरल।
62 ई.

कलकत्ता, बम्बई तथा मद्रास षवश्वषवद्यालयों की स्थापना। 1857का


1857
452 षवद्रोह, केशविन्द्र सेन ब्रह्म समाजमें शासमल, मिंगल पाण्िे द्वारा
ई.
लेस्टटनें ट बाग की गोली मारकर हत्या।
भारत का शासन ईस्ट इिंडिया कम्पनीसे बब्रदटश सरकार के हाथों
में । महारानी षवक्टोररया का घोिणा पत्र। लॉि़
कैननिंग को वायसराय की एक अनतररक्त उपाचध (तत्पश्िात ् गवऩर
1858
453 जनरल के साथ वायसराय का भी प्रयोग प्रारम्भ)। समाज
ई.
सुधारक िी. के. कवे का जन्म (18 अप्रैल)। जगदीश िन्द्र
बोस का जन्म (30 नवम्बर), लखनऊ पर अिंग्रर्ज
े ों का पन
ु ः
अचधकार।

गोद-प्रथा की समास्प्त की घोिणा रद्द। बिंगाल में नील षवद्रोह।


1859 कस्तरू ी रिं गा आयिंगर का जन्म (15 ददसम्बर)। जेम्स षवल्सन
454
ई. (सुप्रीम कौंससल का प्रथम षवत्त सदस्य) द्वारा आयकर
लागू। कागर्ज के नोट जारी।

भारतीय पररिद् अचधननयम तथा भारतीय हाईकोट़्स अचधननयम


1861 लाग।ू आकक़योलास्जकल सवे आफ इिंडिया (ए. एस. आई.) का
455
ई. गठन। दीनबिंधु समत्र का नाटक 'नील-दप़ण' प्रकासशत। रवीन्द्रनाथ
ठाकुर का जन्म।

1862 सदर न्यायालय उच्ि न्यायालयों के साथ एकीकृत। भारतीय दिं ि


456
ई. सिंदहता लाग।ू

1862–
457 लॉि़ एस्ल्गन प्रथम का वायसरायकाल।
63 ई.
1863 कलकत्ता में अब्दल
ु लतीफ की प्रेरणा से 'मोहम्मिन एसोससएशन'
458
ई. की स्थापना। पटना कॉलेज की स्थापना।

1863–
459 1902 स्वामी षववेकानन्द।
ई.

1864–
460 सर जॉन लारें स वायसराय।
69 ई.

सैय्यद अहमद द्वारा 'मोहम्मिन साइिंदटकफक सोसायटी' की


1864 स्थापना। मद्रास में ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से समान उद्दे श्यों वाली
461
ई. सिंस्था स्थाषपत। बिंककमिन्द्र िटजी द्वारा 'दग
ु श
े नन्दनी' उपन्यास
की रिना। (दक्षिण भारत)

1865
462 यरू ोप के साथ दरू सिंिार व्यवस्था का उदघाटन। उडीसा में दसु भ़ि।
ई.

केशविन्द्र सेन द्वारा 'भारतीय ब्रह्म समाज' की स्थापना। गोपाल


1866
463 कृष्ण गोखले का जन्म। 'ईस्ट इिंडिया एसोससएशन' की स्थापना
ई.
तथा बाद में 'लन्दन इिंडिया सोसाइटी' का इसमें षवलेय।
ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से बम्बई में प्राथ़ना समाज की स्थापना।
1867 नवगोपाल समत्र द्वारा कलकत्ता में स्वदे शी वस्तओ
ु िं के प्रिार के
464
ई. सलए वाषि़क मेले का उदघाटन। आयकर पुनः लागू ककए जाने
का षवरोध। 'पन
ू ा साव़जननक सभा: स्थाषपत।

अम्बाला से ददल्ली तक रे लवे लाइन का उदघाटन। सशसशर कुमार


1868
465 घोि द्वारा 'अमत
ृ बार्जार पबत्रका' प्रकासशत। भारत का प्रथम
ई.
सिंध्या समािार पत्र 'मद्रास-मेल' प्रकासशत।

1869–
467 लॉि़ मेयो का वायसराय काल।
72 ई.

1869 ्यूक आफ एडिनबरा की भारतयात्रा। स्वेज नहर का


468
ई. उदघाटन। महात्मा गािंधी का जन्म। ठक्कर बापा का जन्म।

मेयो का प्रान्तीय बिंदोबस्त। लाल सागर टे लीग्राफ की


1870
469 शुरुआत। दे शबन्धु चितरिं जनदास का जन्म (5 नवम्बर)। महादे व
ई.
गोषवन्द रानािे प्राथ़ना सभा में शासमल।

कूका षवद्रोह। लॉि़ मेयो की हत्या (पोट़ ब्लेयर में )। आनन्द मोहन
1872
470 बोसद्वारा लन्दन में 'इिंडियन सोसायटी' की स्थापना। जनगणना
ई.
प्रारम्भ।
1872–
471 लॉि़ नाथ़ब्रुक वायसराय।
76 ई.

1873 लाहौर में स्वदे शी वस्तुओिं के प्रिार के सलए 'स्वदे शी सभा'


472
ई. स्थाषपत।

1874
473 बबहार में दसु भ़ि।
ई.

स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा 'आय़ समाज' की स्थापना। षप्रिंस


आफ वेल्स एिवि़ की भारत यात्रा। सैय्यद अहमद ख़ान द्वारा
1875 'मोहम्मिन ऐिंग्लो-ओररएन्टल कॉलेज' (अलीगढ़) की
474
ई. स्थापना। अजमेर में 'मेयो कॉलेज' की
स्थापना। अमेररका में चथयोसॉकफकल सोसायटी की
स्थापना। कलकत्ता में 'इिंडिया लीग' की स्थापना।

1876–
475 लॉि़ सलटन प्रथम का वायसराय काल।
80 ई.

क्केटा पर अिंग्रेर्जी सेना का अचधकार। कलकत्ता में 'इिंडियन


1876
476 एसोससएशन' की स्थापना। आई.सी.एस. (भारतीय प्रशासननक
ई.
सेवा) परीिा में शासमल होने के सलए आयु सीमा में कटौती।
लॉि़ सलटन का ददल्ली दरबार। महारानी षवक्टोररया भारत की
साम्राज्ञी घोषित। सरु े न्द्रनाथ बनजीद्वारा ददल्ली में 'ददल्ली दरबार'
1877 के अवसर पर पहली 'नेदटव प्रेस ऐसोससएशन' की स्थापना (वे
477
ई. स्वयिं इसके सचिव बने)। आई.सी.एस. की परीिा लन्दन के साथ-
साथ भारत में भी आयोस्जत ककए जाने की मािंग। सैय्यद अमीर
अली ने 'नेशनल मोहम्मिन एसोससएशन' की स्थापना की।

सलटन का वना़क्यूलर प्रेस एक्ट लागू, दस


ू रा अफगान
1878 यद्
ु ध आरम्भ। कलकत्ता में भारतीय पत्रकारों की 'नेदटव प्रेस
478
ई. कािंफ्रेंस' का पहला सम्मेलन। 'साधारण ब्रह्म समाज' की
स्थापना।

अियार (मद्रास) में मैिम ब्लावत्सकी (रूसी) तथा कऩल अल्कॉट


1879 (अमेररका) द्वारा 'चथयोसोकफकल सोसाइटी' की स्थापना। िक्रवती
479
ई. राजगोपालािारी का जन्म (7 ददसम्बर)। सलटन द्वारा इिंग्लैंण्ि से
आयानतत सूती माल पर आयात कर हटाया गया।

1880– दसु भ़ि आयोग की स्थापना। अफगाननस्तान के प्रनत बब्रदटश नीनत


480
84 ई. में पररवत़न। िॉ. पट्टासभ सीतारमैय्या का जन्म (24 ददसम्बर)।

1881 पहला फैक्िी अचधननयम। मैसूर राज्य उसके मूल शासकों को


481
ई. सौंपा गया। 'िबबयन
ू ', 'केसरी' तथा 'मराठा' का प्रकाशन।
वना़क्यूलर प्रेस एक्ट ननरस्त। हिं टर आयोग, भारतीय सशिा
1882
482 आयोग, पिंजाब षवश्वषवद्यालय की स्थापना। सरू त में
ई.
'प्रजादहतवध़क सभा' का गठन, पुरुिोत्तम दास टिं िन का जन्म।

1883 इल्बट़ बबल गवऩर-जनरल की षवधान पररिद् में प्रस्तुत। भारतीय


483
ई. राष्िीय सम्मेलन का आयोजन।

1884–
484 लॉि़ िफररन वायसराय।
88 ई.

1884 केशविन्द्र सेन की मत्ृ यु (8 जनवरी)। िॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म


485
ई. (3 ददसम्बर)। मद्रास में 'महाजन सभा' स्थाषपत। (दक्षिण भारत)

भारतीय राष्िीय कािंग्रेस की स्थापना तथा पहला


अचधवेशन बम्बई के गोकुलदास तेजपाल सिंस्कृत स्कूल में । बिंगाल
1885
486 टे नेंसी एक्ट पाररत, बिंगाल स्थानीय स्वशासन। अचधननयम
ई.
पाररत, आिंग्ल-बमा़ यद्
ु ध। बम्बई प्रेसीिेन्सी एसोससएशन की
स्थापना।

उत्तरी बमा़ का बब्रदटश साम्राज्य में षवलय। अफगाननस्तान की उत्तरी


1886 सीमा का ननधा़रण। रामकृष्ण परमहिंसकी मत्ृ य।ु कािंग्रेस के दस
ू रे
487
ई. अचधवेशन में पिंजाब के प्रनतननचध लाला मुरलीधर का दहन्दी में
भािण। कािंग्रेस के मिंि से दहन्दी में यह पहला भािण था।
महारानी षवक्टोररया के शासनकाल की स्वण़ जयन्ती। इलाहाबाद
1887
488 षवश्वषवद्यालय की स्थापना। सशवनारायण अस्ग्नहोत्री द्वारा 'दे व
ई.
समाज' की स्थापना।

1888 कऩल चथयोिोर बैंक द्वारा 'यूनाइटे ि इिंडियन पैदियॉदटक


489
ई. एसोससएशन' की स्थापना।

1888–
490 लॉि़ लैन्सिाउन वायसराय।
94 ई.

1889 षप्रिंस आफ वेल्स की भारत की दस


ू री यात्रा। जमनालाल
491
ई. बजाज, खद
ु ीराम बोस तथा जवाहरलाल नेहरू का जन्म।

द्षवतीय फैक्िी अचधननयम। सहवास वि़ अचधननयम (एज ऑफ


1891
492 कॉनसेन्ट एक्ट), मर्णपुर में षवद्रोह, िॉ. भीमराव अम्बेिकर का
ई.
जन्म (14 अप्रैल)।

1892
493 भारतीय पररिद् अचधननयम, िन
ु ाव की प्रणाली ननधा़रत।
ई.

1893 एनी बेसेन्ट का भारत आगमन, स्वामी षववेकानन्द सशकािंगो


494
ई. सम्मेलन के सलए अमेररका रवाना।
1894 नटाल (दक्षिण अफ़्रीका) में भारतीय राष्िीय कािंग्रेस की स्थापना
495
ई. (कािंग्रेस के लाहौर (1893) अचधवेशन से प्रभाषवत होकर)।

1894–
496 लॉि़ एस्ल्गन द्षवतीय का वायसरायकाल।
99 ई.

1896
497 बम्बई में प्लेग।
ई.

भारतीय सशिा सेवा का गठन। सभ


ु ाििन्द्र बोस का
1897
498 जन्म। लोकमान्य नतलक को सशवाजी से सम्बोचधत दे श के भस्क्त
ई.
के पद्य सलखने के आरोप में 18 माह की कडी क़ैद।

1898
499 'प्राथ़ना समाज' (बम्बई) द्वारा एक दसलत वग़ समशन प्रारम्भ।
ई.

1899–
500 1905 लॉि़ कर्ज़न वायसराय।
ई.

1900 भूसम स्वासमत्व-पररिद् अचधननयम, दसु भ़ि आयोग, कािंग्रेस के मिंि


501
ई. से पहली मदहला श्रीमती कादस्म्बनी गािंगुली का भािण।
1901 महारानी षवक्टोररया की मत्ृ यु, एिवि़ सप्तम ससिंहासनारूढ़, उत्तर-
502
ई. पस्श्िम सीमा प्रान्त का गठन।

1904 कोआपरेदटव सोसायटी अचधननयम, परु ातत्त्व षवभाग की स्थापना,


503
ई. भारतीय षवश्वषवद्यालय अचधननयम, जतीन्द्रदासका जन्म।

1905
504 बिंगाल षवभाजन, लॉि़ माले भारतीय मामलों के सचिव ननयुक्त।
ई.

1905–
505 लॉि़ समण्टो द्षवतीय का वायसराय काल।
10 ई.

कािंग्रेस (कलकत्ता अचधवेशन) मिंि से दादाभाई नौरोजी द्वारा


1906
506 'स्वराज' शब्द का पहली बार प्रयोग। ढाका में 'मस्ु स्लम लीग' की
ई.
स्थापना।

सूरत अचधवेशन में कािंग्रेस षवभास्जत। एनी बेसन्


े ट चथयोसोकफकल
1907
507 सोसायटी की अध्यि बनी। टाटा इस्पात कारखाने से इस्पात का
ई.
उत्पादन प्रारम्भ।

1908 समािार पत्र अचधननयम। खद


ु ीराम बोस को फाँसी। नतलक पर
508
ई. राजद्रोह का मुकदमा।
मॉले समण्टो सुधार। भारतीय पररिद् अचधननयम
पाररत। वायसराय के काय़कारी पररिद् में प्रथम भारतीय (एि.
1909
509 पी. ससन्हा) की ननयुक्ती। मदन लाल धीिंगरा द्वारा लन्दन में
ई.
कर्ज़न वाइली की हत्या। दक्षिण अफ़्रीकाजाते हुए जहार्ज पर गाँधी
जी ने 30 हर्जार शब्दों की 'दहन्दी स्वराज' नामक पुस्तक सलखी।

1910–
510 लॉि़ हाडििंग द्षवतीय का वायसरायकाल।
16 ई.

1910
511 एिवि़ तत
ृ ीय की मत्ृ यु, जाज़ पिंिम ससिंहासनारूढ़।
ई.

द्षवतीय ददल्ली दरबार। सम्राट जाज़ पिंिम की भारत यात्रा। बिंगाल


1911
512 षवभाजन रद्द। राजधानी कलकत्ता से ददल्ली स्थानान्तररत करने
ई.
की घोिणा। जनगणना।

राजधानी कलकत्ता से ददल्लीस्थानान्तररत। ददल्ली प्रान्त का


गठन। लॉि़ हाडििंग ददल्ली में बम षवस्फोट में घायल। जवाहर
1912
513 लाल नेहरू पहली बार कािंग्रेस अचधवेशन (बािंकीपुर) में उपस्स्थत।
ई.
इिंस्स्लिंग्टन कमीशन का गठन। अबुलकलाम आर्जाद द्वारा 'अल-
दहलाल' अख़बार प्रकासशत।
रवीन्द्रनाथ टै गोर को नोबेल पुरस्कार। कफरोजशाह मेहता द्वारा 'द
1913
514 बम्बई क्रॉननकल' की शरु
ु आत। सैन फ़्राँससस्को में गदर पाटी का
ई.
गठन।

नतलक मािंिले जेल से ररहा। 'फॉरे स्ट ररसि़ इिंस्टीट्यट


ू ' की
1914
515 स्थापना। पनामा नहर की शुरुआत। एनी बेसन्
े ट द्वारा 'न्यू
ई.
इिंडिया' प्रकासशत।

1914–
516 प्रथम षवश्व यद्
ु ध। बब्रटे न द्वारा तक
ु ी के षवरुद्ध हमला।
18 ई.

भारतीय सरु िा अचधननयम। गाँधी जीदक्षिण अफ़्रीका से


1915 लौटे । अहमदाबादमें सत्याग्रह आश्रम की स्थापना। गोपाल कृष्ण
517
ई. गोखले का ननधन। एनी बेसेन्ट द्वारा 'होमरूल लीग' के गठन की
घोिणा (25 ससतम्बर)।

लोकमान्य नतलक द्वारा 'होमरूल लीग' की स्थापना (26


1916 अप्रैल)। कािंग्रेस-मुस्स्लम लीग के बीि 'लखनऊ समझौता'। पूना में
518
ई. प्रथम मदहला षवश्वषवद्यालय की स्थापना। बनारस दहन्द ू
षवश्वषवद्यालय की स्थापना। दादाभाई नौरोजी का ननधन।
1916–
519 1921 लॉि़ िेम्सफोि़ का वायसराय काल।
ई.

मािंटेग्यू भारत-मिंत्री ननयुक्त तथा


इनकी भारत यात्रा। कािंग्रेस तथा मस्ु स्लम लीगकी बम्बई में पहली
सिंयुक्त बैठक। 'मािंटेग्यू घोिणा'। भारत में स्वायत्तशासी सिंस्थाओिं
1917
520 का क्रसमक षवकास तथा उत्तरदायी सरकार की स्थापना। गाँधी
ई.
जी द्वारा िम्पारन सत्याग्रह आरम्भ। होमरूल आिंदोलनके
ससलससले में एनी बेसेन्ट बिंदी। सशिा से सम्बस्न्धत सैिलर
आयोग की ननयस्ु क्त। रौलट एक्ट कमेटी का गठन।

रौलट एक्ट ररपोट़ तथा मािंटेग्यू-िेम्सफोि़ ररपोट़ प्रकासशत। सेनामें


अफसरों के पद पर ननयस्ु क्त के सलए भारतीय अह़
घोषित। रासबबहारी बोसकी अध्यिता में 'बिंगीय जनसभा' की
स्थापना। सुरेन्द्रनाथ बनजी की अध्यिता में बम्बई में आल
1918
521 इिंडिया मॉिरे ट कािंफ्रेंस आयोस्जत। गाँधी जीके
ई.
द्वारा अहमदाबाद कपडा मर्जदरू ों की मािंग के समथ़न
में सत्याग्रह के रूप में पहली बार भख
ू हडताल का प्रयोग ककया
गया। सुरेन्द्रनाथ बनजी नेशनल सलबरल लीग के अध्यि
ननवा़चित।
मािंटेग्यू-िेम्सफोि़ सुधार पाररत। रौलट एक्ट पाररत। जसलयािंवाला
बागनरसिंहार। र्ख़लाफत कमेटी की स्थापना। रवीन्द्रनाथ
ठाकुर द्वारा सर की उपाचध वापस। बम्बई में समल मर्जदरू ों का
1919 पहला सम्मेलन। एनी बेसेन्ट की अध्यिता में ददल्ली में पहला
522
ई. अर्खल भारतीय मदहला सम्मेलन आयोस्जत। इलाहाबाद में 'लीिर
समािार पत्र' के काया़लय में 'उत्तर प्रदे श सलबरे शन एसोससएशन'
की स्थापना। तत
ृ ीय अफगान यद्
ु ध। भारतीय सरकार अचधननयम
1919 पाररत।

र्ख़लाफत तथा असहयोग आिंदोलनआरम्भ। गाँधी जी द्वारा बोअर


युद्ध में समला 'केसर-ए-दहन्द' पदक सरकार को वापस। लॉि़
1920 ससन्हा बबहार-उडीसाके गवऩर। कािंग्रेस का नेतत्ृ व गािंधीजी के हाथ
523
ई. में । 'अर्खल भारतीय िे ि यनू नयन कािंग्रेस' की स्थापना। अलीगढ़
मुस्स्लम षवश्वषवद्यालय की स्थापना। नतलक की मत्ृ यु। हण्टर
ससमनत की ररपोट़ प्रकासशत।

1921–
524 1926 लॉि़ रीडििंग का वायसराय काल।
ई.

1921 षप्रिंस आफ वेल्स एिवि़ की भारत यात्रा। 'िेम्बर आफ षप्रिंसेस'


525 की स्थापना। षवजयवाडा अर्खल भारतीय कािंग्रेस कमेटी
ई.
सम्मेलन में नतलक स्वराज कोि के सलए एक करोड रुपये
एकबत्रत करने का ननण़य (1 अप्रैल)। ददल्ली अर्खल भारतीय
कािंग्रेस कमेटी में गाँधी जी का सषवनय अवज्ञा आिंदोलन प्रस्ताप
पाररत (4 नवम्बर)। मोपला षवद्रोह (20 नवम्बर)। गुरुद्वारा
सध
ु ार आिंदोलन, बोलपरु ([[पस्श्िम बिंगाल]) में 'षवश्वभारती
शास्न्त ननकेतन षवश्वषवद्यालय' की स्थापना। हडप्पा में उत्खनन
प्रारम्भ। भारत सरकार अचधननयम 1919 लागू।

कलकत्ता में सषवनय अवज्ञा आिंदोलनआरम्भ (15 जून)। िौरी-िौरा


कािंि (5 फरवरी)। बारदोली में कािंग्रेस काय़ससमनत द्वारा सषवनय
1922 अवज्ञा आिंदोलन स्थचगत करने का ननण़य (12 फरवरी)। कािंग्रेस
526
ई. द्वारा सामदू हक सषवनय अवज्ञा आिंदोलन स्थचगत (31
ददसम्बर)। मोतीलाल नेहरू तथा चितरिं जन दास द्वारा 'स्वराज
पाटी' की स्थापना। मािंटेग्यू का इस्तीफा।

मदन मोहन मालवीय द्वारा 'इिंडियन पाटी' की स्थापना। बम्बई में


कपडा मर्जदरू ों की 'चगरनी कामगार यनू नयन' स्थाषपत।
'दहन्दस्
ु तान ररपस्ब्लकन एसोससएसन' की स्थापना। नमक-कर
क़ानून पाररत। सेना की कुछ बटासलयनों की क़मान का
1923
527 भारतीयकरण। प्रफुल्ल िन्द्र
ई.
द्वारा अहमदाबाद में गुजरात षवद्यापीठ की आधारसशला, कमाल
पाशा द्वारा तक
ु ी को धम़ननरपेि राज्य घोषित करने
से र्ख़लाफत आिंदोलन स्वतः समाप्त। स्वरास्जयों का पररिदों में
प्रवेश।
1924 कानपुर कॉस्न्सषपरे सी केस। गाँधी जीपहली बार एविं अस्न्तम
528
ई. बार कािंग्रेसअध्यि (बेलगाँव)।

अर्खल भारतीय दसलत वग़ एसोससएशन की स्थापना।


अिंतरषवद्यालय बोि़ गदठत। अर्खल भारतीय कािंग्रेस कमेटी की
काय़वादहयों के सलए दहन्दस्
ु तानी भािा की स्वीकृनत (26
1925 ददसम्बर)। ससख गरु
ु द्वारा पाररत। चितरिं जन दास का
529
ई. ननधन। षवट्ठलभाई पटे ल षवधानसभा में प्रथम भारतीय अध्यि
ननयक्
ु त। शास्न्त ननकेतन में गाँधी जी तथा रवीन्द्रनाथ ठाकुर में
सामास्जक समस्याओिं पर बातिीत (30 मई)। लॉि़ सलटन
द्षवतीय स्थानापन्न वायसराय।

1926–
530 लॉि़ इरषवन वायसराय।
31 ई.

िे ि यूननयन एक्ट पाररत। रुपये का अवमूल्यन। ददल्ली में 'आल


इिंडिया प्रोदहबेशन लीग' (अर्खल भारतीय नशाबन्दी लीग) की
स्थापना (31 जनवरी)। अर्खल भारतीय कािंग्रस
े कमेटी
1926
531 द्वारा स्वराज पाटी के सदस्यों को केन्द्रीय षवधानसभा से
ई.
त्यागपत्र दे ने का प्रस्ताव पाररत (6 माि़)। गाँधी
जी द्वारा गव
ु ाहाटी अचधवेशन में स्वाधीनता प्रस्ताव का षवरोध
(26 ददसम्बर)।
साइमन कमीशन की ननयस्ु क्त। भारतीय नौसेना
अचधननयम। कािंग्रेसके मद्रास अचधवेशन में स्वतिंत्रता के लक्ष्य की
घोिणा। पूना में बडौदा की महारानी की अध्यिता में 'अर्खल
1927
532 भारतीय सम्मेलन' आयोस्जत (5 जन
ू )। इलाहाबाद में पिंडित मदन
ई.
मोहन मालवीय की अध्यिता में आयोस्जत सव़दलीय सम्मेलन
द्वारा साइमन कमीशन का बदहष्कार करने का ननण़य (11
ददसम्बर)। मुस्स्लम लीगका षवभाजन (29 ददसम्बर)।

िॉ. अिंसारी की अध्यिता में सव़दलीय बदहष्कार


सम्मेलन बनारस में आयोस्जत। साइमन कमीशन के भारतआगमन
पर 3 फरवरी को हडताल का आह्वान (15 जनवरी)। साइमन
कमीशन भारत में आया (3 फरवरी)। नेहरू ररपोट़ , दहन्दस्
ु तान
ररपस्ब्लकन की षवसभन्न शाखाओिं को सिंगदठत कर 'दहन्दस्
ु तान
सोशसलस्ट ररपस्ब्लक' की स्थापना (8-9 ददसम्बर) (इसका
ननण़य सख
ु दे व, सशववमा़, फणीन्द्रनाथ बोस, भगत ससिंह, षवजय
1928 कुमार ससन्हा तथा किंु दनलाल षवद्याथी द्वारा कफरोर्जशाह कोटला
533
ई. स्टे डियम, ददल्लीमें एक गुप्त बैठक में सलया गया। िन्द्रशेखर
आर्जाद बैठक में नहीिं थे, परन्तु उन्हें एसोससएशन के सशस्त्र
षवभाग का प्रधान ननयुक्त ककया गया।) साइमन कमीशन का
षवरोध करते समय पसु लस लाठीिाज़ में लाला लाजपत राय घायल
(17 नवम्बर)। कलकत्ता में जवाहर लाल नेहरू की अध्यिता में
'अर्खल भारतीय समाजवादी यव
ु ा कािंगेस' का पहला सम्मेलन
(27 ददसम्बर)। कािंग्रेस अचधवेशन में गािंधीजी की घोिणा—"यदद
आप मेरे साथ सहयोग करें और ईमानदारी तथा बद्
ु चधमता से
काम करें तो साल भर में स्वराज समल जाएगा" (31
ददसम्बर)। कािंग्रस
े अचधवेशन में िोसमननयन स्टे ट्स के पि में
प्रस्ताव पाररत तथा सुभाििन्द्र बोस का पण
ू ़ स्वाधीनता प्रस्ताव
अस्वीकृत। 'इिंडिपेन्िेंस लीग' की स्थापना। कृषि के सलए शाही
आयोग की ननयुस्क्त।

इलाहाबाद में अबल


ु कलाम आर्जाद की अध्यिता में 'अर्खल
भारतीय मुस्स्लम सोशसलस्ट पाटी' की स्थापना (इससे पहले
राष्िवादी मस
ु लमान नेता सैय्यद अहमद बरेलवी तथा यस
ु फ

मुहर अली द्वारा 'कािंगेस मस्ु स्लम पाटी की स्थापना) (27-28
जुलाई)। केन्द्रीय असेम्बली में भगतससिंह व बटुकेश्वर दत्त द्वारा
बम फेंका गया (8 अप्रैल)। कृषि शोध पररिद् का
गठन। मेरठिडयिंत्र के असभयुक्तों पर मुकदमा आरम्भ। लाहौर
1929
534 िडयिंत्र के असभयक्
ु त जनतन दास की 64 ददनों की भख
ू हडताल
ई.
के बाद मत्ृ यु। 166 ददन की भख
ू हडताल के बाद रिं गून जेल में
फिंू जी षवजाजा की मत्ृ य।ु लॉि़ इरषवनकी घोिणा। भारत का
सिंवैधाननक प्रगनत का लक्ष्य औपिाररक राज्य की स्थापना (31
अक्टूबर)। लाहौर में कािंगेस के 44वें अचधवेशन में जवाहर लाल
नेहरू की अध्यिता में स्वराज्य का प्रस्ताव पाररत (29
ददसम्बर)। 31 ददसम्बर की मध्यराबत्र के समय पिंडित जवाहरलाल
नेहरू ने रावी तट पर नतरिं गा फहराया।

1930 जवाहर लाल नेहरू द्वारा 26 जनवरीको स्वाधीनता ददवस के रूप


535
ई. में मनाने का आह्वान (7 जनवरी)। दहन्दस्
ु तान ररपस्ब्लकन
सोसायटी द्वारा 'बम का दश़न' नामक पिी प्रकासशत (2
फरवरी)। अर्खल भारतीय कािंग्रेस पाटी द्वारा सषवनय अवज्ञा
आिंदोलन(नमक) का काय़क्रम स्वीकृत (19 फरवरी)। िािंिी
यात्रा आरम्भ (12 माि़)। नमक क़ानन
ू तोडा गया (6
अप्रैल)। 28 माि़ को 'आनन्द भवन' दे श को समषप़त तथा 11
अप्रैल को 'स्वराज भवन' के रूप में नामकरण। सभ
ु ाििन्द्र
बोस कलकत्ता नगर ननगम के मेयर ननवा़चित (22 अगस्त)। सी.
वी. रमन को भौनतकी का नोबेल पुरस्कार (14 नवम्बर)। प्रथम
गोलमेज सम्मेलन लन्दन में । कािंग्रेसकाय़ससमनत गैरक़ानूनी घोषित
(25 अगस्त)।

1931–
536 1936 वायसराय लॉि़ षवसलिंगटन का वायसराय काल।
ई.

कािंग्रेस काय़ससमनत पर से प्रनतबिंध हटा (26


जनवरी)। लखनऊ में मोतीलाल नेहरू का ननधन (5
फरवरी)। इलाहाबाद में पसु लस मठ
ु भेड में िन्द्रशेखर आर्जाद की

1931 मत्ृ यु (27 फरवरी)। गािंधी-इरषवन समझौता


537 (माि़)। लाहौर में रावी तट पर भगत ससिंह, राजगरु
ई. ु तथा सख
ु दे व को
फाँसी (23 माि़)। शोक स्वरूप गाँधी जी को करािी अचधवेशन में
यव
ु ा क्रास्न्तकाररयों द्वारा काले फूल भें ट (31
माि़)। बम्बई कािंग्रेस हाउस में सरोस्जनी नायिू द्वारा राष्िीय झिंिा
ददवस का उदघाटन (26 अप्रैल)। कािंग्रेस काय़ससमनत की ओर
से गािंधीजी को गोलमेज सम्मेलन में कािंग्रेस का प्रनतननचध ननयुक्त
ककया गया (10 जन
ू )। गािंधीजी द्वारा प्रस्ताषवत िरखा यक्
ु त
झिंिा राष्िीय कािंग्रेस का ध्वज बना (1 अगस्त)। सिंयुक्त प्रान्त
में लगान-रोको आिंदोलन (11 ददसम्बर)। रॉयल लेबर कमीशन
की ररपोट़ प्रकासशत।

सरकार द्वारा प्रस्ताषवत सिंवैधाननक शासन सध


ु ारों पर श्वेतपत्र
प्रकासशत। मेरठ िडयिंत्र केस के 27 असभयक्
ु तों को सर्जा (16
जनवरी)। गाँधी जीद्वारा व्यस्क्तगत सत्याग्रह आरम्भ (26

1932 जन
ू )। एनी बेसेन्ट का दे हान्त (20 ससतम्बर)। पहली बार
538
ई. 'पाककस्तान' शब्द का प्रयोग। गािंधीजी द्वारा साप्तादहक 'हररजन'
की शुरुआत। रै म्जे मैक्िोनल्ि द्वारा 16 अगस्त को साम्प्रदानयक
ननण़य की घोिणा। 24 ससतम्बर को गािंधीजी और अम्बेिकरके
मध्य पूना समझौता सम्पन्न।

सषवनय अवज्ञा आिंदोलन वापस। पटना में आिाय़ नरे न्द्रदे व की


अध्यिता में 'कािंग्रेस समाजवादी पाटी' के गठन की घोिणा (17
मई)। कािंग्रेस िन
ु ाव घोिणा पत्र प्रकासशत (14 जून)। गाँधी
1934
539 जी कुछ समय के सलए कािंग्रेस से अलग (17 ससतम्बर)। बम्बई में
ई.
सम्पूणा़नन्द की अध्यिता में 'अर्खल भारतीय कािंग्रेस
सोशसलस्ट पाटी' का औपिाररक उदघाटन (21 अक्टूबर)। उत्तरी
भारत में भारी भूकम्प। बबहार में भीिण तबाही।
भारत सरकार अचधननयम 1935 पाररत (अगस्त)। भारत-
बब्रटे न व्यापार समझौता। गाँधी जी के साथी तथा सत्याग्रह
1935
540 आिंदोलन में जेल जाने वाले प्रथम व्यस्क्त मोहन लाल पाण््या
ई.
का ननधन (18 मई)। गाँधीजी द्वारा मीरा बेन के सलए वधा़ के
पास सेवा गाँव के आश्रम (सेवाश्रम) की स्थापना (22 अक्टूबर)।

1936–
541 लॉि़ सलनसलथगो का वायसराय काल।
44 ई.

सम्राट जॉज़ पिंिम का ननधन (21 जनवरी)। जॉज़ िष्टम सम्राट


1936 बने। अर्खल भारतीय कािंग्रेस कमेटी अचधवेशन में कािंग्रेस काऱवाई
542
ई. की भािा दहन्दी बनाए जाने सम्बन्धी प्रस्ताव अस्वीकृत (23
अगस्त)।

सिंघीय न्यायालय की स्थापना। प्रान्तीय स्वशासन का उदघाटन


(अप्रैल)। 11 में से 7 प्रान्तों में कािंग्रेस मिंबत्रमण्िल गदठत। मध्य
प्रान्त में िॉ. एन. जी. खरे द्वारा दे श का पहला मिंबत्रमण्िल
1937 गदठत (9 जून)। केन्द्रीय षवधानसभी में चििंतामर्ण दे शमुख
543
ई. द्वारा प्रस्तुत पनत की सम्पषत्त में षवधवाओिं को उत्तराचधकार
ददलाने वाला षवधेयक पाररत (5 फरवरी)। गाँधी जी के नेतत्ृ व में
अर्खल भारतीय सशिा कािंफ़्रेंस द्वारा नई सशिा नीनत का
ननयोजन।
सुभाििन्द्र बोस कािंग्रेस के अध्यि ननवा़चित। बी.
1938
544 िी. सावरकर दहन्द ू महासभा के अध्यि ननवा़चित। शरतिन्द्र
ई.
िटजी तथा मोहम्मद इक़बाल की मत्ृ यु।

बत्रपुरा अचधवेशन में सभ


ु ाििन्द्र बोसकािंग्रेस के अध्यि पद पर
दब
ु ारा ननवा़चित तथा बाद में त्यागपत्र (28 अप्रैल)। बोस द्वारा
'फारवि़ ब्लाक' की स्थापना (3 मई)। द्षवतीय षवश्वयुद्ध
1939 आरम्भ (3 ससतम्बर)। षवश्वयुद्ध में भारत को बबना इजार्जत
545
ई. शासमल करने के षवरोधस्वरूप प्रान्तीय कािंग्रेस मिंबत्रमण्िलों का
त्यागपत्र। स्जन्ना द्वारा कािंग्रेस शासन से मुस्क्त के सलए 22
ददसम्बर को 'मुस्क्त ददवस' के रूप में मनाने का आह्वान (8
अक्टूबर)।

मौलान अबल
ु कलाम आर्जाद कािंग्रेसअध्यि। मस्ु स्लम लीग
के लाहौरअचधवेशन में स्जन्ना द्वारा मुसलमानोंके सलए पथ
ृ क् दे श
1940
546 की मािंग (22 माि़)। कािंग्रेस काय़ससमनत द्वारा गाँधी जी का
ई.
व्यस्क्तगत सत्याग्रह स्वीकृत (13 अक्टूबर)। षवनोबा भावे पहले
व्यस्क्तगत सत्याग्रही।

जापान द्वारा यद्


ु ध की घोिणा। स्जन्ना द्वारा पाककस्तान की
1941 पररकल्पना पर कािंग्रेस की स्वीकृनत की मािंग (17
547
ई. अप्रैल)। सुभाििन्द्र बोस नर्जरबन्दी से
भागकर कलकत्ता से जम़नी पहुँि।े
बमा़ में अिंग्रेर्जों का आत्मसमप़ण। अर्खल भारतीय कािंग्रेस कमेटी
1942
548 के बम्बई अचधवेशन में 'अिंग्रेर्जों, भारत छोडो' प्रस्ताव पाररत तथा
ई.
दे शव्यापी आिंदोलन शरू
ु (8 अगस्त)।

1943 मुस्स्लम लीग ने अपने करािी अचधवेशन में 'डिवाइि एिंि स्क्कट'
549
ई. (बाँटों और छोडो) स्लोगन को पाररत ककया।

1944–
550 लॉि़ वेवेल का वायसराय काल।
47 ई.

असम पर जापानी आक्रमण। लाहौरमें प्रमख


ु अकाली नेता शेरससिंह
की घोिणा कक दे श षवभाजन या पाककस्तान की मािंग को
1944 स्वीकृनत दी गई तो ससख भी अलग स्वतिंत्र राष्ि की मािंग करें गे
551
ई. (1 ससतम्बर)। सी. राजगोपालािारी के सुझावों पर सिंवैधाननक
अडिन के सलए गािंधीजी-स्जन्ना वाता़ (9 ससतम्बर)। आर्जाद दहन्द
फौज भारत के ननकट पहुँिी।

बब्रटे न में लेबर पाटी की सरकार। द्षवतीय षवश्वयुद्ध की


1945
552 समास्प्त। लॉि़ वेवेल की घोिणा। आर्जाद दहन्द फौजका
ई.
आत्मसमप़ण तथा उन पर पहली बार मक
ु दमा।

1946 कैबबनेट समशन भारत में । नौसेना षवद्रोह (18 फरवरी)। मस्ु स्लम
553
ई. लीग ने 16 अगस्त को 'सीधी काऱवाई' ददवस मनाया। अिंतररम
सरकार का गठन (2 ससतम्बर)। जवाहर लाल
नेहरूप्रधानमिंत्री ननयक्
ु त। मस्ु स्लम लीग अिंतररम सरकार में
शासमल (26 अक्टूबर)। सिंषवधान सभा की पहली बैठक
(ददसम्बर)। कैबबनेट समशन योजना की घोिणा (16 जन
ू )।

1947–
554 लॉि़ माउण्टबेटन का वायसराय काल (24 माि़ से)।
48 ई.

बब्रदटश सिंसद में प्रधानमिंत्री क्लीमें ट ररिि़ हे िली


द्वारा जून, 1948 तक अिंग्रेर्जों के भारत छोडने के ननण़य की
घोिणा (20 फरवरी)। माउण्ट बेटन द्वारा जन
ू , 1948 के स्थान
पर 15 अगस्त, 1947 को सत्ता हस्तािंतरण करने का ननण़य (3
जन
ू )। अर्खल भारतीय कािंग्रेस ससमनत द्वारा षवभाजन प्रस्ताव
1947 पाररत (15 जून)। बब्रदटश सिंसद में भारत-पाककस्तान षवभाजन
555
ई. पाररत तथा 15 अगस्त, 1947 को सत्ता हस्तािंतरण सम्बन्धी
'भारतीय स्वाधीनता अचधननयम' 4 जुलाई, 1947 को सिंसद में
पेश ककया गया। भारतीय स्वाधीनता अचधननयम को बब्रदटश
सम्प्रभु (सम्राट) की स्वीकृनत (18 जुलाई)। 14 अगस्त को
पाककस्तान बना तथा 15 अगस्त को भारत स्वाधीन। जवाहरलाल
नेहरूप्रधानमिंत्री तथा लॉि़ माउण्टबेटन गवऩर-जनरल बने।
षवष्णु कुशवाह

भरतपुर

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