क्र ततथि
वििरण
म क्रम
7000
1 राजस्थान (साम्भर) में बोने पौधे के प्रथम साक्ष्य।
ई.प.ू
5000
– बागोर (भीलवाडा) तथा आदमगढ़(होशिंगाबाद) के ननकट आखेटकों
3
4000 द्वारा भेड-बकरी पालन के प्रथम अवशेि।
ई.पू.
2500 ससिंधु घाटी में पूव-़ हडप्पा सभ्यता के नगरों का षवकास, अस्स्थ एविं
5
ई.पू. प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूिण के अवशेि।
2500
– रे डिया-काब़न नतचथ-ननधा़रण के आधार पर हडप्पा सभ्यता का काल-
6
1750 षवस्तार।
ई.पू.
2250
– हडप्पा सभ्यता का पूण-़ षवकससत दौर, षवघटन तथा स्थानीय
7
2000 सभ्यताओिं का उदय।
ई.पू.
1500 भारत में आयों का आगमन, ऋग्वेदकी रिना, वैददक काल (1500-
8
ई.पू. 1000) प्रारम्भ, गिंगा के मैदान में आयोत्तर ताम्र सभ्यता।
563–
बौद्ध धम़ के सिंस्थापक गौतम बद्
ु ध का जीवन काल, जन्म-लस्ु म्बनी,
13 483
मत्ृ यु-कुशीनगर।
ई.पू.
599–
जैन धम़ के पुनप्ऱनतष्ठापक वध़मान महावीर का काल (जन्म-
14 257
कुन्िग्राम, वैशाली), मत्ृ यु-पावापरु ी, कुशीनगर।
ई.प.ू
544–
गौतम बद्
ु ध के समकासलक बबस्म्बसार(हय़क विंश) का
15 492
राज्यकाल, मगध राज्य की श्रेष्ठता।
ई.पू.
517– हखमनी विंश (ईरान) के सम्राट िेररयस प्रथम के साथ प्रथम षवदे शी
16 509 आक्रमण, आयों की पराजय, यूनानी नौ-सेनापनत स्काइलैक्स
ई.प.ू द्वारा ससन्धु नदी पर गवेिण असभयान।
492–
17 460 बबस्म्बसार के पत्र
ु अजातशत्रु का राज्यकाल।
ई.पू.
412–
सशशुनाग विंश का शासनकाल, अवस्न्तके प्रद्यौत विंश
18 344
का मगध साम्राज्य में षवलय।
ई.प.ू
344
20 महापद्मनन्द द्वारा मगध में निंदविंश की स्थापना।
ई.प.ू
298–
24 273 िन्द्रगप्ु त मौय़ के पत्र
ु बबन्दस
ु ार का राज्य काल।
ई.पू.
273–
अशोक का शासनकाल, मौय़वश
िं का स्वण़यग
ु , अशोक द्वारा कसलिंग की
25 232
षवजय (262-61)।
ई.पू.
190–
27 171 यवन शासक िेमदे ियस का राज्यकाल।
ई.प.ू
165 कसलिंग शासक खारवेल द्वारा 'त्रसमरदे श सिंघटम' (पाण््य, िोल) राज्य
28
ई.पू. पर षवजय।
155–
29 130 सबसे प्रससद्ध यवन शासक 'समनान्िर' (समसलन्द) का राज्यकाल।
ई.प.ू
128
31 यि
ू ी आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में पिंजाब से प्रवेश।
ई.पू.
71 शिंग
ु विंश के अस्न्तम सम्राट दे वभनू त की हत्या, वसद
ु े व के द्वारा कण्व
32
ई.पू. विंश की स्थापना।
60
33 आन्र में ससमुक द्वारा सातवाहन विंशकी स्थापना।
ई.पू.
58
34 उज्जैन के शासक षवक्रमाददत्य द्वारा षवक्रम सिंवत का प्रारम्भ।
ई.पू.
50
35 दक्षिण भारत (दक्कन) में सातवाहन विंश शुरू।
ई.पू.
22 रोम के शासक आगस्टस के दरबार में पाण््य राजदत
ू पहुँिा, िोल,
36
ई.पू. पाण््यों का रोम में व्यापाररक सम्बन्ध।
14–
शक (दहन्द-पाचथ़यन) शासक गोंिोफ़ॅरस का शासन, ईसाई धम़प्रिार हे तु
37 13
रोमन सिंत सेंट टामस का भारत में आगमन।
ई.
15
38 कुिाणों (यि
ू ी का तोिाररयन) का भारत में प्रवेश।
ई.
64
39 उत्तर-पस्श्िमी भारत में शक षवम किफाइससस का राज्य।
ई.
78–
कननष्क का शासनकाल, िौथी बौद्ध सिंगीनत का (कश्मीर में )
41 101
आयोजन।
ई.
109–
44 132 महानतम सातवाहन शासक गौतमीपत्र
ु सातकर्ण़ द्वारा राज्य षवस्तार।
ई.
200– सातवाहनों का पतन, महाराष्ि में आभीर, उत्तरी कनारा तथा मैसूर
46 250 स्र्जलोंमें कुन्तल और कटु, आन्र में इक्ष्वाकुतथा षवदभ़ में वाकाटकों की
ई. सत्ता स्थाषपत।
300–
47 888 कािंिी में पल्लवों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.
320–
50 335 िन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त विंश को स्थाषपत ककया।
ई.
325
51 कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव विंशीराज्य की स्थापना।
ई.
335–
52 376 समुद्रगुप्त का शासनकाल।
ई.
330– सम्पूण़ उत्तर भारत में समुद्रगुप्त का शासन। पूव़ में असम, पस्श्िम
53 375 में काबल
ु , उत्तर में नेपाल तथा दक्षिण में पल्लवों तक,
ई. केवल उज्जैन स्वतिंत्र (शक विंश के अधीन)।
415–
कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल, नालन्दा में बौद्ध षवहार तथा
56 454
षवश्वषवद्यालय की स्थापना, हुणों के आक्रमण का ख़तरा।
ई.
455–
स्कन्दगुप्त का शासनकाल, हूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा
57 467
उनकी पराजय।
ई.
477–
58 496 बुद्धगुप्त गुप्तविंश का अस्न्तम सम्राट, गुप्तविंश का षवघटन प्रारम्भ।
ई.
490–
सौराष्ि के बल्लभी िेत्र में मैत्रक (सम्भवतः षवदे शी मूल) आक्रामकों
59 766
का शासन। (पस्श्िम भारत)
ई.
500–
हूणों के प्रथम शासक तोरमाण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा
60 502
मध्यवती भाग (मालवा में एरण) तक उसका षवस्तार।
ई.
500–
पस्श्िम तथा मध्य दक्कन में वातापीका प्रथम िालक्
ु य विंश। (दक्षिण
61 757
भारत)
ई.
502–
तोरमाण का उत्तराचधकारी समदहरकुलभारत में गुप्त शासक भानुगुप्त
62 528
द्वारा परास्जत, एरण पर गुप्तविंश का पुनः अचधकार, (510)।
ई.
533
63 मिंदसौर के यशोधम़न की समदहरकुल पर षवजय।
ई.
540
64 परवती गप्ु त तथा गप्ु त विंश की मख्
ु य शाखा का अन्त।
ई.
550–
मध्य राजपत
ू ाना में मध्य एसशया में आये हुए गज
ु ऱ खानाबदोश दलों का
65 861
शासन स्थाषपत। (पस्श्िम भारत)
ई.
मौखरर विंश के शासक यशोवम़न की मत्ृ यु (752), उत्तर, मध्य,
पस्श्िम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामिंतों के द्वारा स्वतिंत्रता की
घोिणा, अनेक छोटे -बडे राज्यों का उदय, बिंगाल में गौड,
600– खिंग, वम़न, पाल तथा सेन विंश, उज्जैन में गुजऱ -प्रनतहार, कन्नौज में
66 1200 प्रनतहार, उडीसा में भौम, भिंज, सोम तथा पव
ू ी गिंग
ई. विंश, असम में भास्कर वमा़, गज
ु रात में िालक्
ु य, धारा में परमार, नम़दा-
बत्रपुरी तथा उत्तर प्रदे श में कलिरु ी, राजस्थान में िाहमान
(िौहान), बुिंदेलखण्ि में ििंदेल, कन्नौजमें गहडवाल, कश्मीर में काकोट, उत्प
ल तथा लोहार, अफगाननस्तान-पिंजाब में दहन्दश
ु ाही विंश।
630–
68 970 पूवी दक्कन में वें गी के पव
ू ी िालुक्योंका शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.
636–
ख़लीफा उमर के समय में अरबों का भारत पर पहला असभसलर्खत
69 637
हमला। (दक्षिण भारत)
ई.
643
70 िीनी यात्री ह्वेनसािंग की िीन वापसी। (दक्षिण भारत)
ई.
647 नतब्बत से कन्नौज आते हुए ह्वेन सािंग पर ककसी स्थानीय सामिंत के
71
ई. द्वारा हमला। हि़वध़न की मत्ृ यु। (दक्षिण भारत)
675–
73 685 तीसरे िीन यात्री इस्त्सिंग का नालन्दाआवास। (दक्षिण भारत)
ई.
700–
दक्षिण भारत में आलवारों (वैष्णव) का भस्क्त आिंदोलन, भस्क्त सिंग्रह
75 900
'प्रबिंधम ्' की रिना। (दक्षिण भारत)
ई.
712 मुहम्मद बबन क़ाससम के नेतत्ृ व में भारत पर प्रथम अरब आक्रमण,
76
ई. मैत्रक राज्य का पतन। (पस्श्िम भारत), मुहम्मद बबन क़ाससम
का ससन्ध पर आक्रमण, दे वलगढ़ षवजय, ननरुन की लडाई
में दहन्द ू राजा दादहर की मत्ृ यु, क़ाससम की ब्राह्मणाबाद पर षवजय।
730
77 कन्नौज में मौखरी शासक यशोवम़न ससिंहासनरुढ़।
ई.
753–
ख़लीफा मिंसूर के काल में ब्रह्मगप्ु त के 'ब्रह्म ससद्धान्त' तथा
78 774
'खण्िनखा्य' का अल्फजारी द्वारा अरबी में अनव
ु ाद।
ई.
757–
79 973 मान्यखेत में राष्िकूटों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
ई.
740–
उत्तर भारत में गुजऱ -प्रनतहारों का आचधपत्य, अरबों का प्रनतरोध। (उत्तरी
80 1036
भारत)
ई.
824–
83 924 वैष्णव भस्क्तकाल।
ई.
840–
सतलज
ु से नम़दा नदी तक समदहरभोजया भोज का शासन। (पस्श्िम
85 890
भारत)
ई.
950– इिंदौर के पास धारा में परमारों का राज्य, स्जनमें मुिंज (974-994)
86 1200 तथा भोज प्रससद्ध राजा हुए, भोज ज्योनति,
ई. काव्यशास्त्र, वास्तक
ु ला तथा सिंस्कृनतका षवद्वान ् था। (पस्श्िम भारत)
973–
87 1189 कल्याणी का द्षवतीय िालुक्य विंश। (दक्षिण भारत)
ई.
974–
िालक्
ु यों का अस्न्हलपरु , सौराष्ि तथा आबू िेत्र में प्रभत्ु व, िालक्
ु य
88 1240
शासक मूलराज का शासन काल (974-995)। (पस्श्िम भारत)
ई.
985–
िोल शासक राजराज का शासनकाल, भूसम-सवेिण का प्रारम्भ (1000
89 1014
ई.)। (दक्षिण भारत)
ई.
997–
91 998 सुबुक्तगीन की मत्ृ यु, महमूद गजनवीखुरासान की गद्दी पर बैठा।
ई.
999 बगदाद के ख़लीफा द्वारा महमूद गजनवी को स्वतुत्र शासक के रूप में
92
ई. मान्यता।
1000 महमूद गजनवी का भारत पर (काबुलमें ) प्रथम आक्रमण, स्थानीय
93
ई. जनता पर लूट तथा जबरन धम़ पररवत़न।
1010
95 आनन्दपाल अपमानजनक शतों पर महमूद गजनवी का सामिंत बना।
ई.
1011
– महमद
ू का थानेश्वर पर हमला, उत्तर-पस्श्िम भारत में दहन्दश
ु ाही
96
1012 विंश के छोटे -बडे सभी राज्य ध्वस्त।
ई.
1013
97 आनन्दपाल की मत्ृ यु, पुत्र बत्रलोिनपाल उत्तराचधकारी बना।
ई.
1018
10 –
महमद
ू गजनवी का गिंगा नदी-यमन
ु ादोआब िेत्र पर क़ब्र्जा।
1 1019
ई.
1025
10 –
गजनवी के द्वारा सोमनाथ मस्न्दर(गज
ु रात) की लट
ू ।
2 1026
ई.
1044
10 राजेन्द्र के उत्तराचधकारी राजाचधराज प्रथम का शासनकाल। (दक्षिण
–52
7 भारत)
ई.
1052
10
–64 राजेन्द्र द्षवतीय का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
8
ई.
1064
10
–70 वीर राजेन्द्र िोल का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
9
ई.
1070
11 – कुलोत्तग
िंु प्रथम का शासनकाल, आन्रका िोल राज्य में षवलेय
0 1120 (1076)। (दक्षिण भारत)
ई.
1120
11 –
परवती िोल शासकों का काल। (दक्षिण भारत)
1 1267
ई.
11 1137
षवसशष्टाद्वैतवाद मत के षविारक सिंत रामानज
ु ािाय़ का दे हान्त।
3 ई.
11 1162
द्वैतवादी वैष्णव सिंत ननम्बाक़ स्वामी का जन्म।
4 ई.
11 1163
मइ
ु जद्
ु दीन मोहम्मद गौरी गजनी का शासन बना।
5 ई.
11 1167
सिंत बाससेश्वर का ननधन।
6 ई.
1192
11 –
ददल्ली पर कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक का आचधपत्य।
9 1193
ई.
12 1199
द्वैतवादी सम्प्रदाय के आिाय़ महादे व मध्वािाय़ का जन्म।
0 ई.
12 1200
मोहम्मद गौरी की मत्ृ य।ु
1 ई.
12 1210
ऐबक की मत्ृ यु, आरामशाहउत्तराचधकारी बना।
3 ई.
1211
12 –
इल्तुतसमश का शासनकाल, रणथम्भौरषवजय (1226)।
4 1236
ई.
12 1221
भारत पर ििंगेर्ज ख़ाँ का हमला।
5 ई.
12 1229
प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैब़नो (इटली) का भारत आगमन।
7 ई.
12 1236 इल्तत
ु समश के उत्तराचधकारी रुकुनद्
ु दीन फीरोर्जशाह की मत्ृ य,ु रस्जया
8 ई. सुल्तानगद्दी पर बैठी।
12 1239
इस्ततयारुद्दीन अल्तूननया का षवद्रोह।
9 ई.
13 1240
रस्जया सुल्तान की हत्या।
0 ई.
13 1241
भारत पर मिंगोलों का प्रथम आक्रमण।
1 ई.
13 1246
सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मत्ृ यु।
2 ई.
13 1253
अमीर ख़ुसरो का जन्म।
3 ई.
13 1266
गयासुद्दीन बलबन गद्दी पर बैठा।
4 ई.
13 1279
महाराष्ि में सिंत सम्मेलन का आयोजन।
5 ई.
13 1279
बिंगाल में तुगररल ख़ाँ का षवद्रोह।
6 ई.
13 1286
बलबन की मत्ृ य।ु
7 ई.
1288
13 –
प्रससद्ध वेननश यात्री माको पोलो की भारत यात्रा।
8 1293
ई.
13 1290
जलालुद्दीन र्ख़लजी ददल्ली का सुल्तान, र्ख़लजी विंश की स्थापना।
9 ई.
14 1294
अलाउद्दीन र्ख़लजी का दे वचगररअसभयान।
0 ई.
1320
गयासुद्दीन तुगलक़ (गार्जी मसलक) ददल्ली का सुल्तान बना, तुगलक़
14 –
विंशकी स्थापना, काकतीय तथा पाण््योंके राज्य का ददल्ली सल्तनत में
2 1325
षवलय (1321-1323)।
ई.
गयासुद्दीन की मत्ृ यु, मुहम्मद बबन तुगलक़ गद्दी पर आसीन, अमीर
14 1325
ख़स
ु रोकी मत्ृ य,ु फैंससस्कन पादरी आिोररक आफ पोिेनॉन की भारत
3 ई.
यात्रा।
1326
14 – मुहम्मद तुगलक़ द्वारा ददल्ली से दौलताबाद राजधानी का
4 1327 स्थानान्तरण।
ई.
14 1330 मह
ु म्मद तग
ु लक़ द्वारा प्रयोग के तौर पर सोने के स्थान पर ताँबे के
5 ई. ससक्के जारी ककए गए।
14 1333
अफ़्रीकी यात्री इब्नबतूता की भारत यात्रा।
6 ई.
14 1336
हररहर एविं बुक्का द्वारा षवजयनगर राज्य की स्थापना।
7 ई.
14
1342 इब्नबतूता का िीन को प्रस्थान।
8
14 1347
अलाउद्दीन बहमन शाह प्रथम के द्वारा बहमनी राज्य की स्थापना।
9 ई.
15 1350
षवद्यापनत का जन्म, सिंत नामदे व का ननधन।
0 ई.
15 1351
मुहम्मद तुगलक़ की मत्ृ यु, कफरोर्ज शाह तुगलक उत्तराचधकारी बना।
1 ई.
1351
सल्
ु तान कफरोर्ज शाह तग
ु लक का राज्यकाल, बिंगाल असभयान (1353-
15 –
54, 1359, 1369), कािंगडा षवजय (1360-61), थट्टा षवजय (1371-
2 1388
72), कफरोज की मत्ृ य।ु
ई.
1388
15 –
परवती तुगलक़ शासकों का शासनकाल।
3 1414
ई.
1411
15
–42 अहमदशाह द्वारा अहमदाबाद की स्थापना एविं स्वतिंत्रता की घोिणा।
6
ई.
15 1412
अस्न्तम तुगलक़ शासक महमूद की मत्ृ यु, तुगलक़ विंश का पतन।
7 ई.
15 1414
ददल्ली पर र्ख़ज़्र ख़ाँ का अचधकार।
8 ई.
1420
15 –
इटली के यात्री ननकोलो कोंटी की भारत यात्रा।
9 1421
ई.
16 1429
बहमनी राज्य की राजधानी गुलबगा़ से बीदर स्थानान्तररत।
0 ई.
1430
16
–69 मेवाड में राणा कुम्भा का राज्यकाल।
1
ई.
16 1442
अब्दरु ़ज्जाक की षवजयनगर यात्रा।
2 ई.
16 1447
बहलोल लोदी का ददल्ली पर अचधकार, लोदी विंश की स्थापना।
3 ई.
16 1450
गोरखनाथ की सार्खयों की रिना।
4 ई.
16 1455
प्रससद्ध सिंत कबीर का जन्म।
5 ई.
16 1472
शेरशाह सूरी का जन्म।
8 ई.
16 1479
बल्लभािाय़ का जन्म।
9 ई.
17 1483
जहीरूद्दीन बाबर का फरगना में जन्म।
0 ई.
17 1485
िैतन्य महाप्रभु का जन्म।
1 ई.
पत
ु ग
़ ाली नाषवक सरदार बाथोलोम्यो डिआज िेनोवेज ने 'केप ऑफ
17 1486
गुि होप' (शुभ यात्रा अिंतरीप) की खोज की, इसी माग़ से बाद
2 ई.
में वास्कोडिगामाने भारत की यात्रा की।
17 1489
ससकन्दर लोदी गद्दी पर आसीन, बीजापुर स्वाधीन।
3 ई.
17 1490
ददल्ली सल्तनत से अहमदनगरस्वाधीन।
4 ई.
17 1494
बिंगाल में हुसैनशाह गद्दी पर आसीन, बाबर फरगना का अमीर बना।
5 ई.
17 1498
पुतग
़ ाली नाषवक वास्कोडिगामा भारत में , कालीकट पहुँिा।
6 ई.
पत
ु ग
़ ाल के राजा जॉन द्षवतीय को पोप अलेक्जेंिर िष्टम का 'बल
ु '
17 1502 प्रदान ककया गया, स्जससे पुतग
़ ासलयों को भारत के साथ व्यापार
7 ई. करने का एकाचधकार तथा भारत में राज्य स्थाषपत करने का
औपिाररक अचधकार समला।
17 1503
फरगना बाबर के अचधकार से मुक्त।
8 ई.
17 1504 इटली के लि
ु ोषवको िी बाथेमा की पस्श्िम तथा दक्षिण भारत की
9 ई. यात्रा, काबुल पर अचधकार कर बाबर का मुल्तान की ओर प्रस्थान।
1509
18 –
मेवाड में राणा सािंगा का राज्यकाल।
3 1527
ई.
18 1510
गोवा पर पुतग
़ ासलयों का अचधकार, अलबुकक़ गवऩर बना।
4 ई.
1512
18 –
गोलकुण्िा बहमनी राज्य से मुक्त।
5 1518
ई.
18 1517
ससकन्दर लोदी की मत्ृ यु के पश्िात ् इब्रादहम लोदी गद्दी पर बैठा।
6 ई.
18 1519
बाबर का भारत आगमन।
7 ई.
18 1520
बाबर का भीरा, ससयालकोट पर आक्रमण।
8 ई.
18 1522
बाबर का किंधार पर अचधकार।
9 ई.
19 1531
गुजरात के बहादरु शाह का मालवातथा उज्जैन पर अचधकार।
5 ई.
19 1532 रायसेन, ििंदेरी एविं मिंदसौर पर बहादरु शाह का अचधकार तथा चित्तौडपर
6 ई. पहला हमला।
19 1535 पत
ु ग
़ ासलयों की सहायता से बहादरु शाहका चित्तौड पर अचधकार, हुमायूँ से
9 ई. बहादरु शाह परास्जत, हुमायूँ की गज
ु रात तथा मालवा पर षवजय।
20 1539
िौसा के युद्ध में हुमायूँ शेरशाह से परास्जत।
3 ई.
20 1540
शेरशाह ददल्ली की गद्दी पर बैठा।
4 ई.
20 1544
हुमायूँ फारस के तहमस्प शाह की शरण में पहुँिा।
6 ई.
20 1555
लाहौर पर हुमायूँ का अचधकार।
9 ई.
21 1557 र्ख़ज़्र ख़ाँ के साथ लडाई में आददलशाह मारा गया, ससकन्दर सूर को
1 ई. हराकर मानकोट के कक़ले पर अकबर का अचधकार।
21 1560
अकबर के द्वारा बैरम ख़ाँ का ननष्कासन।
2 ई.
21 1561
अकबर की मालवा पर षवजय।
3 ई.
1564
21 –
उजबेकों का षवद्रोह।
7 1567
ई.
22 1568
अकबर की चित्तौड पर षवजय।
0 ई.
22 1573
कबीर का ननधन, गुजरात पर अकबर का आचधपत्य।
4 ई.
1574
22
–76 अकबर की बबहार-बिंगाल पर षवजय।
5
ई.
1580
23 – गोलकुण्िा में सुल्तान कुली कुतुबशाह द्षवतीय के आश्रय में 'रे ख्ता'
0 1611 (दहन्दस्
ु तानी के आदद रूप) के कषवयों को प्रोत्साहन।
ई.
1611
23
– आददलशाह बीजापुर की गद्दी पर आसीन।
1
1656
23 1582
अकबर के द्वारा दीन-ए-इलाही की घोिणा।
2 ई.
23 1585
कश्मीर पर अकबर का आचधपत्य।
4 ई.
23 1589
राजा टोिरमल की मत्ृ यु।
5 ई.
1590
23 –
अकबर की ससिंध पर षवजय।
6 1592
ई.
23 1591
फैर्जी को मग
ु ल राजदत
ू बनाकर दक्कन के राज्यों में भेजा गया।
7 ई.
23 1592
उडीसा पर अकबर का अचधकार।
8 ई.
23 1595
अकबर की किंधार षवजय, बलचू िस्तानमग
ु ल साम्राज्य में सस्म्मसलत।
9 ई.
24 1597
राणा प्रताप की मत्ृ यु।
0 ई.
24 1601
अकबर का असीरगढ़ पर अचधकार।
2 ई.
1601
24 –
अकबर के पुत्र सलीम का षवद्रोह।
4 1603
ई.
24 1607
मुगलों के द्वारा किंधार मुक्त।
7 ई.
24 1609
पुसलकट में िि फैक्टरी स्थाषपत।
9 ई.
25 1611
मसुलीपटटम में अिंग्रेर्ज फैक्टरी स्थाषपत, जहाँगीर का नरू जहाँ से षववाह।
0 ई.
1611-
251 1625 गोलकुण्िा में सुल्तान मुहम्मद कुतुबशाह का शासनकाल।
ई.
1612 शाहजादा ख़ुऱम (शाहजहाँ) का मुमतार्ज महल से
252
ई. षववाह, बिंगाल की राजधानी राजमहल से ढाकास्थानान्तररत।
1614
253 मेवाड के राणा अमर ससिंह से जहाँगीरकी सिंचध।
ई.
1620
255 कािंगडा पर मुगलों का अचधकार।
ई.
1625-
257 1674 गोलकुण्िा की गद्दी पर सल्
ु तान अब्दल्
ु ला कुत्बशाह बैठा।
ई.
1624
258 अहमदनगर के मसलक अम्बर के हाथों मुगल सेना परास्जत।
ई.
1626
259 महावत ख़ाँ का षवद्रोह।
ई.
1628
261 शाहजहाँ मग
ु ल सम्राट बना (6 फरवरी)।
ई.
1631
262 मुमतार्ज महल की मत्ृ यु (7 जून)।
ई.
1634 अिंग्रेर्जों को बिंगाल में व्यापार करने का फरमान समला, महावत ख़ाँ
265
ई. की मत्ृ यु।
1636 बीजापुर और गोलकुण्िा से मुगलों की सिंचध, औरिं गर्जेब दक्कन का
266
ई. सब
ू ेदार ननयक्
ु त।
1638
267 अली मदा़न द्वारा किंधार मुगलों को समषप़त।
ई.
1639 अिंग्रेर्जों द्वारा मद्रास में सेंट जॉज़ फोट़ की आधारसशला रखी गई।
269
ई. (दक्षिण भारत)
1646
270 बल्ख पर मुगलों का अचधकार, तोरणपर सशवाजी का अचधकार।
ई.
1649
271 किंधार पर पर पुनः फारस का अचधकार।
ई.
1650
272 मराठी सिंत तक
ु ाराम का ननधन।
ई.
1656
273 सशवाजी का जावली पर आचधपत्य।
ई.
बीदर का पतन और मुगलों द्वारा बीजापुर की
1657
274 घेराबन्दी, शाहजहाँ के अस्वस्थ होने पर 'उत्तराचधकारी का यद्
ु ध'
ई.
प्रारम्भ, बीजापुर के साथ द्षवतीय सस्न्ध।
1659
276 दारा को मत्ृ युदण्ि, सशवाजी के हाथों अफर्जल ख़ाँ की मत्ृ यु।
ई.
मरु ाद की हत्या, पत
ु ग
़ ासलयों द्वारा इस शत़ पर बम्बई अिंग्रेर्जों को
1661
278 हस्तािंतररत की गयी कक वे ििों को इस िेत्र में व्यापार से बाहर
ई.
खदे डने में इनका साथ दें गे।
1662
279 मीर जम
ु ला का असम असभयान।
ई.
1663
280 मीर जम
ु ला की मत्ृ य,ु शाइस्ता ख़ाँबिंगाल का सब
ू ेदार ननयक्
ु त।
ई.
सशवाजी का सूरत पर आक्रमण, स्थानीय पुतग
़ ाली उपननवेश
1664
281 द्वारा सशवाजी को वाषि़क नर्जराना दे ना स्वीकार, फ़्राँसीसी ईस्ट
ई.
इिंडिया कम्पनीकी स्थापना।
1669 मथरु ा में जाट सरदार गोकुल ससिंह का षवद्रोह, बम्बई पर अिंग्रर्ज
े
285
ई. कम्पनी का पूण़ अचधकार।
1670
286 सशवाजी का सरू त पर दस
ू रा आक्रमण।
ई.
1671
287 छत्रसाल के नेतत्ृ व में बिंद
ु े लों का षवद्रोह।
ई.
अफ्रीदी तथा सतनामी षवद्रोह, दम लौहे म के नेतत्ृ व
1672 में फ़्राँसीससयों ने श्रीलिंका में बत्रिंकोमाली तथा िेन्नई के ननकट सेंट
288
ई. टोम पर अचधकार, कुछ समय के पश्िात ् ििों ने फ़्राँसीससयों से
दोनों स्थानों को छीन सलया।
1675
291 ससक्ख गुरु तेगबहादरु ससिंह को औरिं गर्जेब द्वारा मत्ृ युदण्ि।
ई.
1677
292 कना़टक में सशवाजी की षवजय।
ई.
1679
293 औरिं गर्जेब द्वारा जस्र्जया कर पुनः आरोषपत, मारवाड असभयान।
ई.
1686
297 औरिं गर्जेब का बीजापरु पर अचधकार।
ई.
1687 गोलकुण्िा मग
ु ल साम्राज्य में सस्म्मसलत, अिंग्रर्ज
े कम्पनी
298
ई. द्वारा औरिं गर्जेब के षवरुद्ध युद्ध की घोिणा।
1689 औरिं गर्जेब द्वारा शिंभाजी को प्राणदण्ि, राजाराम सत्तारूढ़, शाहू बन्दी
299
ई. बना।
1699
300 मालवा पर मराठों का प्रथम आक्रमण।
ई.
1700 शिंभाजी के छोटे भाई राजाराम की मत्ृ य,ु ताराबाई के सिंरिण में
301
ई. सशवाजी तत
ृ ीय (राजाराम का पुत्र) गद्दी पर बैठा।
इिंग्लैंण्ि में रानी ऐन गद्दी पर बैठीिं, गोिोस्ल्फन के हस्तिेप से
1702
302 परु ानी और नयी कम्पननयों को एकीकरण कर नयी ईस्ट इिंडिया
ई.
कम्पनी का उदय।
1703
303 मराठों का बरार पर आक्रमण।
ई.
1706
304 मराठों का गुजरात पर आक्रमण, बडौदा ध्वस्त।
ई.
1712
307 बहादरु शाह प्रथम की मत्ृ यु, जहाँदारशाह उत्तराचधकारी बना।
ई.
1713 जहाँदारशाह की हत्या, बिंधओ
ु िं की मदद
308
ई. से फरु़ ख़ससयर ससिंहासनारूढ़।
1715
310 ससक्ख नेता बन्दा बहादरु को प्राणदण्ि।
ई.
1725
316 शज
ु ाउद्दीन बिंगाल का सब
ू ेदार।
ई.
1738
319 गोस्वामी तुलसीदास (रामिररतमानसक रिनयता) का ननधन।
ई.
1742
322 बिंगाल पर मराठों का आक्रमण, िूप्लेपािंस्ण्ििेरी का गवऩर ननयुक्त।
ई.
1744 यूरोप में फ्राँस तथा इिंग्लैण्ि के बीि युद्ध आरम्भ, दोनों के
323
ई. षवसभन्न उपननवेशों में तनाव तथा सिंघि़।
1746–
324 प्रथम कना़टक (आिंग्ल-फ़्राँसीसी) युद्ध।
48 ई.
1745
325 रूहे लखण्ि रुदहल्लों के अचधकार में ।
ई.
1746
326 ला बोद़ ने के नेतत्ृ व में फ़्राँसीससयों का िेन्नई पर अचधकार।
ई.
1747
327 अहमदशाह अब्दाली का भारत पर आक्रमण।
ई.
है दराबाद के ननर्जाम आसफजाह की मत्ृ यु, पुत्र नाससर
1748 जिंग तथा मज
ु फ़्फफर जिंग में सत्ता के सलए सिंघि़, सिंघि़ के कारण
328
ई. ननर्जाम का प्रभाव िीण तथा गद्दी के सलए कना़टक के
नवाब ििंदा साहब तथा नवाब अनवरुद्दीन के बीि सिंघि़।
िूप्ले फ़्राँस वापस, गोिेहू नया फ़्राँसीसी िायरे क्टर जनरल, गोिेहू
तथा अिंग्रेर्ज गवऩर सािंिस़ के बीि सस्न्ध, दोनों का भारतीय
1754
333 ररयासतों के आन्तररक मामलों में हस्तिेप न करने का ननण़य,
ई.
फ़्राँसीससयों द्वारा अिंग्रेर्ज समचथ़त मह
ु म्मद अली कना़टक का
नवाब स्वीकृत, आलमगीर द्षवतीयमुगल बादशाह बना।
प्लासी के यद्
ु ध (23 जन
ू ) में अिंग्रेर्जोंद्वारा ससराजद्
ु दौला
1757 परास्जत, मीर र्जाफरनवाब बनाया गया (28 जून), अिंग्रेर्जों
335
ई. का कलकत्ता पर पुनः अचधकार, ससराजुद्दौला को मत्ृ युदण्ि (2
जुलाई), अिंग्रेर्जों का राजनीनतक प्रभुत्व स्थाषपत।
1766
344 ननर्जाम ने उत्तरी सरकार िेत्र अिंग्रेर्जोंको ददया।
ई.
1767
345 रोबट़ क्लाइब इिंग्लैण्ि वापस, वेरेलस्ट बिंगाल का गवऩर बना।
ई.
1769
347 ननर्जाम और मराठों के साथ अिंग्रेर्जों की िेन्नई सस्न्ध।
ई.
1770 बिंगाल में भीिण दसु भ़ि, पेररस में ददवासलया हो जाने के कारण
348
ई. फ़्राँसीसी ईस्ट इिंडिया कम्पनी भिंग।
1772–
351 1833 राजा राममोहन राय का जीवनकाल।
ई.
1775–
355 1782 प्रथम आिंग्ल मराठा यद्
ु ध।
ई.
1777
357 सन 1857 के षवद्रोही वीर कँु वर ससिंह का जन्म।
ई.
1782–
363 टीपू सुल्तान मैसूर का शासक बना।
99 ई.
1783
364 फाक्स का इिंडिया बबल बब्रदटश सिंसद में अस्वीकृत।
ई.
1786–
लॉि़ काऩवासलस बिंगाल का गवऩर-जनरल, गवऩर-जनरल को
367 1793
अपने पररिद के ननण़य को ननरस्त करने की व्यवस्था।
ई.
गल
ु ाम क़ाददर रुदहल्ला का ददल्ली पर क़ब्र्जा, गल
ु ाम क़ाददर ख़ान
1788
369 द्वारा शाहआलम द्षवतीय को नेत्रहीन बनाया गया, बेदार बतत
ई.
ददल्ली की गद्दी पर आसीन।
1788–
370 1795 वारे न हे स्स्टिं ग्स पर महासभयोग।
ई.
1789–
371 टीपू सल्
ु तान का श्रावणकोर पर अचधकार।
90 ई.
1789–
372 1802 मराठों का ददल्ली पर अचधकार।
ई.
1790– तत
ृ ीय मैसूर युद्ध (टीपू सुल्तान और अिंग्रेर्ज, मराठा की सिंयुक्त
373
92 ई. सेना के बीि)।
1793–
375 1798 बिंगाल के गवऩर-जनरल सर जॉन शोरका काय़काल।
ई.
बिंगाल में भू-राजस्व का स्थायी बिंदोबस्त, बब्रदटश सिंसद
1793 द्वारा भारत में यद्
ु ध ननयिंत्रण षवधेयक
376
ई. पाररत। पािंस्ण्ििेरी पर अिंग्रेर्जों का अचधकार, कम्पनी के िाट़ र का
नवीनीकरण।
1794
377 पन िं े ) का ननधन।
ू ा में महादजी ससिंचधया (सशद
ई.
ख़दा़ के यद्
ु ध में ननर्जाम का मराठों के समि समप़ण, इन्दौर की
1795
378 रानी अदहल्याबाई होल्कर का ननधन, जोनाथन ििंकन बम्बई का
ई.
गवऩर ननयुक्त।
1798–
381 1805 लॉि़ वेलज
े ली बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
आस्जद अली को हटाकर सआदत अली अवध का नवाब बना,
ननर्जाम द्वारा आश्रम-सस्न्ध पर हस्तािर, टीपू सल्
ु तान के
1798
382 षवरुद्ध अिंग्रेर्ज, पेशवा और ननर्जाम में एकता, टीपू ने फ़्राँसीसी
ई.
उपननवेश माररशस को दत
ू भेजा, नेपोसलयन
बोनापाट़ का समस्रअसभयान।
1805–
388 1807 सर जॉज़ बालो बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
1807–
390 1813 लॉि़ समण्टो प्रथम बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
1807–
391 1808 नेपोसलयन की भारत पर सिंयुक्त फ़्राँसीसी-रूसी असभयान योजना।
ई.
1809–
394 1811 रणजीत ससिंह का कािंगडा पर क़ब्र्जा।
ई.
1813–
395 1823 लॉि़ हेस्स्टिं ग्स बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
1814–
नेपाल के साथ युद्ध। गोरखा तथा कम्पनी के बीि 'सिंगौली की
397 1816
सस्न्ध' (1816) में ।
ई.
1817– सेरामपरु ईसाई समशनरी सिंस्था द्वारा भारतीय भािा (बािंग्ला) में
400 1818 'समािार दप़ण' नाम का पहला साप्तादहक
ई. प्रकासशत। पेशवा बाजीराव द्षवतीय का समप़ण।
1819–
401 1827 एलकफिं स्टन बम्बई के गवऩर।
ई.
1820
403 मुनरो मद्रास का गवऩर बना। (दक्षिण भारत)
ई.
1821
404 पूना में सिंस्कृत कॉलेज की स्थापना।
ई.
1824
408 बैरकपुर में सैननक षवद्रोह (अचधक भत्ते की मािंग पर)।
ई.
1824–
स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवनकाल, आय़ समाज की स्थापना
410 1883
(1875 में )।
ई.
1826
412 भरतपरु पर अिंग्रेर्जों का अचधकार।
ई.
1827 पहला वाष्पिासलत युद्धपोत 'इिंटरप्राइज' मद्रास पहुँिा। (दक्षिण
413
ई. भारत)
1828–
414 1833 लॉि़ षवसलयम बैंदटक बिंगाल का गवऩर-जनरल।
ई.
1829
416 लॉि़ षवसलयम बैंदटक द्वारा सती प्रथागैरक़ानूनी घोषित।
ई.
1829–
417 1837 बैंदटक द्वारा ठगों का दमन।
ई.
1832
420 असम के जैंनतया िेत्र पर अिंग्रेर्जों का आचधपत्य।
ई.
1833–
422 1835 लॉि़ षवसलयम बैंदटक भारत का गवऩर-जनरल।
ई.
1835–
424 1836 सर िाल्स़ मेटकॉफ काय़कारी गवऩर-जनरल।
ई.
मेटकॉफ द्वारा समािार पत्रों पर से प्रनतबन्ध समाप्त। लॉि़
मैकाले का सशिा नीनत पर प्रस्ताव। अिंग्रेर्जी(फारसी के स्थान पर)
पहली बार सरकारी भािा बनी। कम्पनी ने पहली बार अपने
ससक्के जारी ककए (बबना मग
ु ल सम्राट के नाम
1835
425 के)। कलकत्तामेडिकल कॉलेज की स्थापना। कलकत्ता के दहन्द ू
ई.
कॉलेज में धम़सभा के तत्वाधान में पस्श्िमी ढिं ग की पहली
साव़जननक सभा (30 जनवरी) स्जसमें रामकमल सेन ने मािंग की
थी कक सभी र्जमीदारों तथा रै य्यतों के जीवन के मूलभूत
सामास्जक आचथ़क प्रश्नों पर षविार-षवमश़ करे ।
1836–
426 1842 लॉि़ आकलैण्ि गवऩर-जनरल।
ई.
1839–
430 1842 प्रथम आिंग्ल-अफगान युद्ध।
ई.
1841
432 कलकत्ता में 'दे श दहतेिणी सभा' की स्थापना (3 अक्टूबर)।
ई.
1841–
433 1844 लॉि़ एलनबरो गवऩर-जनरल।
ई.
1844–
436 1848 लॉि़ हाडििंग गवऩर-जनरल।
ई.
1845–
438 प्रथम आिंग्ल-ससख यद्
ु ध में ससखपरास्जत।
46 ई.
1847
440 रुडकी में प्रथम इिंजीननयररिंग कॉलेज की स्थापना।
ई.
1848–
441 1856 लॉि़ िलहौर्जी गवऩर-जनरल।
ई.
सतारा बब्रदटश साम्राज्य में सस्म्मसलत। गोद लेने की प्रथा पर
1848
442 प्रनतबन्ध। बम्बईमें 'स्टूिेंट्स सलटरे री एिंि साइिंदटकफक सोसाइटी'
ई.
की स्थापना।
1848–
443 1849 दस
ू रे आिंग्ल ससख युद्ध में ससखपरास्जत।
ई.
1850
445 ससस्क्कम का एक भाग अिंग्रेर्जों के क़ब्र्जे में ।
ई.
1851
446 कलकत्ता में 'बब्रदटश इिंडियन एसोससयशन' की स्थापना।
ई.
1854
448 बिंगाल में नील षवद्रोह।
ई.
1856–
451 लॉि़ कैननिंग गवऩर-जनरल।
62 ई.
1862–
457 लॉि़ एस्ल्गन प्रथम का वायसरायकाल।
63 ई.
1863 कलकत्ता में अब्दल
ु लतीफ की प्रेरणा से 'मोहम्मिन एसोससएशन'
458
ई. की स्थापना। पटना कॉलेज की स्थापना।
1863–
459 1902 स्वामी षववेकानन्द।
ई.
1864–
460 सर जॉन लारें स वायसराय।
69 ई.
1865
462 यरू ोप के साथ दरू सिंिार व्यवस्था का उदघाटन। उडीसा में दसु भ़ि।
ई.
1869–
467 लॉि़ मेयो का वायसराय काल।
72 ई.
कूका षवद्रोह। लॉि़ मेयो की हत्या (पोट़ ब्लेयर में )। आनन्द मोहन
1872
470 बोसद्वारा लन्दन में 'इिंडियन सोसायटी' की स्थापना। जनगणना
ई.
प्रारम्भ।
1872–
471 लॉि़ नाथ़ब्रुक वायसराय।
76 ई.
1874
473 बबहार में दसु भ़ि।
ई.
1876–
475 लॉि़ सलटन प्रथम का वायसराय काल।
80 ई.
1884–
484 लॉि़ िफररन वायसराय।
88 ई.
1888–
490 लॉि़ लैन्सिाउन वायसराय।
94 ई.
1892
493 भारतीय पररिद् अचधननयम, िन
ु ाव की प्रणाली ननधा़रत।
ई.
1894–
496 लॉि़ एस्ल्गन द्षवतीय का वायसरायकाल।
99 ई.
1896
497 बम्बई में प्लेग।
ई.
1898
499 'प्राथ़ना समाज' (बम्बई) द्वारा एक दसलत वग़ समशन प्रारम्भ।
ई.
1899–
500 1905 लॉि़ कर्ज़न वायसराय।
ई.
1905
504 बिंगाल षवभाजन, लॉि़ माले भारतीय मामलों के सचिव ननयुक्त।
ई.
1905–
505 लॉि़ समण्टो द्षवतीय का वायसराय काल।
10 ई.
1910–
510 लॉि़ हाडििंग द्षवतीय का वायसरायकाल।
16 ई.
1910
511 एिवि़ तत
ृ ीय की मत्ृ यु, जाज़ पिंिम ससिंहासनारूढ़।
ई.
1914–
516 प्रथम षवश्व यद्
ु ध। बब्रटे न द्वारा तक
ु ी के षवरुद्ध हमला।
18 ई.
1921–
524 1926 लॉि़ रीडििंग का वायसराय काल।
ई.
1926–
530 लॉि़ इरषवन वायसराय।
31 ई.
1931–
536 1936 वायसराय लॉि़ षवसलिंगटन का वायसराय काल।
ई.
1932 जन
ू )। एनी बेसेन्ट का दे हान्त (20 ससतम्बर)। पहली बार
538
ई. 'पाककस्तान' शब्द का प्रयोग। गािंधीजी द्वारा साप्तादहक 'हररजन'
की शुरुआत। रै म्जे मैक्िोनल्ि द्वारा 16 अगस्त को साम्प्रदानयक
ननण़य की घोिणा। 24 ससतम्बर को गािंधीजी और अम्बेिकरके
मध्य पूना समझौता सम्पन्न।
1936–
541 लॉि़ सलनसलथगो का वायसराय काल।
44 ई.
मौलान अबल
ु कलाम आर्जाद कािंग्रेसअध्यि। मस्ु स्लम लीग
के लाहौरअचधवेशन में स्जन्ना द्वारा मुसलमानोंके सलए पथ
ृ क् दे श
1940
546 की मािंग (22 माि़)। कािंग्रेस काय़ससमनत द्वारा गाँधी जी का
ई.
व्यस्क्तगत सत्याग्रह स्वीकृत (13 अक्टूबर)। षवनोबा भावे पहले
व्यस्क्तगत सत्याग्रही।
1943 मुस्स्लम लीग ने अपने करािी अचधवेशन में 'डिवाइि एिंि स्क्कट'
549
ई. (बाँटों और छोडो) स्लोगन को पाररत ककया।
1944–
550 लॉि़ वेवेल का वायसराय काल।
47 ई.
1946 कैबबनेट समशन भारत में । नौसेना षवद्रोह (18 फरवरी)। मस्ु स्लम
553
ई. लीग ने 16 अगस्त को 'सीधी काऱवाई' ददवस मनाया। अिंतररम
सरकार का गठन (2 ससतम्बर)। जवाहर लाल
नेहरूप्रधानमिंत्री ननयक्
ु त। मस्ु स्लम लीग अिंतररम सरकार में
शासमल (26 अक्टूबर)। सिंषवधान सभा की पहली बैठक
(ददसम्बर)। कैबबनेट समशन योजना की घोिणा (16 जन
ू )।
1947–
554 लॉि़ माउण्टबेटन का वायसराय काल (24 माि़ से)।
48 ई.
भरतपुर