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बबुध ददेव

महहाभहारत ककी कथहा कदे अनबुसहार इनककी ववदहा-बबुवद्धि सदे प्रभहाववत हहोकर महहारहाज मनबु नदे अपननी गबुणवतनी कन्यहा इलहा कहा इनकदे सहाथ वववहाह कर
वदयहा थहा। इलहा और बबुध कदे ससंयहोग सदे महहारहाज पबुरूरवहा ककी उत्पवत्ति हहई, इस तरह चन्द्र वसंश कहा आगदे ववस्तहार हहोतहा चलहा गयहा। अथवर्ववदेद कदे
अनबुसहार बबुध कदे वपतहा कहा नहाम चन्द्रमहा और महातहा कहा नहाम तहारहा हह, ब्रहहा जनी नदे इनककी बबुवद्धि व गम्भनीरतहा कहो ददेखतदे हहयदे इनकहा नहाम बबुध रखहा।

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बबुध व्यवक्ति ममें ववनहोदवप्रयतहा, हसंसनी-मजहाक, अवभनय, बबुवद्धिमतहा, प्रवसवद्धि, बहोलनदे ककी कलहा, तकर्व शवक्ति, गवणत व वहसहाब-वकतहाब कहा जहान
आवद कहा प्रतनीक हह, वहनी शरनीर ममें त्वचहा, दहासंत, नस, पहाचन ववकहार, एलजर, वतलनी कदे दहोष, जनीभ आवद ववकहाररों कहा प्रवतवनवधत्व करतदे
हह। बबुध प्रधहान व्यवक्ति तनीखदे चटपटदे कदे शशौककीन, आकहाश यहातहा, भभूत-प्रदेत, तन्त-मन्त ममें रूवच वहालदे, पशबु-पहालन, बहाग-बगनीचदे मदेमें रूवच वहालदे,
भहाषहाववदद व रत्नरों कदे जहानकहार हहोतदे हह। पहापनी हहोनदे पर जहातक कहो नशदे कहा आदनी , पदेशहाब कदे रहोग, दबुरर्वटनहा, वदखहावहा करनदे वहालदे, यहाददहाश्त ममें
कमनी, बहातबुननी, दबुवनयहा ककी समझ कम रखनदे वहालहा बनहा ददेतदे हह। पहाररवहाररक ससंबसंधरों ममें महामहा व गहोद लनी हहई ससंतहान कहा प्रतनीक हह।

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बबुध ददेव कब शबुभ कब पहापनी हहोतदे हह
बबुध ककर्व मनीन ममें अशबुभ हहोतदे हह, वमथबुन, ववृवश्चक, धनबु, मकर, कबु म्भ ममें मध्यम और मदेष, ववृष, वससंह, कन्यहा तबुलहा ममें शबुभ रहतदे हह।
-यवद कबु ण्डलनी ममें बबुध सभूयर्व कदे सहाथ हरों तहो इनककी अशबुभतहा कम रहतनी हह, सभूयर्व कदे बलनी हहोनदे पर भनी अशबुभ बबुध शहासंत रहतदे हह।
-अकदे लदे अशबुभ बबुध यहा रहाहह-कदे तबु कदे सहाथ हरों तहो ज्यहादहा हहावनकहारक हहोतदे हह।
-बबुध जहसदे ग्रह शबुभ-अशबुभ कदे सहाथ हहो वहसहा हनी शबुभ-अशबुभ प्रभहाव लदे लदेतदे हह।
-बबुध यवद सभूयर्व कदे सहाथ हरों तहो दबुगबुनहा फल ददेतदे हह, चन्द्रमहा कदे सहाथ हरों तहो महानवसक ववकहार, मसंगल कदे सहाथ हरों तहो हमलहावर, गबुरू कदे सहाथ
हरों तहो बडबहोलहापन, शबुकक कदे सहाथ हरों तहो चसंचलतहा, शवन कदे सहाथ हरों तहो जहातक कहो स्वहाथर व मशौकहापरस्त बनहातदे हह।
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बबुध ददेव हस्तरदेखहा शहास्त्र कदे अनबुसहार-
कवनवष्ठिकहा उसंगलनी कदे ननीचदे बबुद्धि पवर्वत हहोतहा हह यवद यह पवर्वत सहामहान्य सदे ऊपर ववकवसत हहो यहा पवर्वत अववकवसत हहो यहा उस पर वगर्व कहा वचन्ह
हहो तहो जहातक ममें उपरहोक्ति सबुखरों कहा अभहाव हहोतहा हह।
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बबुध ददेव कहो कह सदे मनहायदे -
1-वहायदहा यहा सटहा कहारहोबहार सदे बचमें।
2-महासंस-मवदरहा कहा पररत्यहाग करमें यहा वफर कम सदे कम बबुधवहार , गबुरूवहार और शवनवहार कहो महासंसहाहहार कहा पररत्यहाग करमें।
3-हहाथ ममें सहोनदे ककी असंगबुठनी पहनदे।
4-पशौधरों कहो गमलमें ममें पत्थर दहानहा डहाल कर रखमें।
5-अपनदे ससबुरहाल पक्ष कदे लहोगरों कदे सहाथ वमलकर व्यवसहाय न करमें, ससबुरहाल सदे सहामहान्य ससंबसंध रखमें।
6-बचरों कहो ज्यहादहा आजहादनी न दमें, उनककी गवतवववधयरों पर नजर रखमें, क्यरोंवक जब बबुध अशबुभ हहोतदे हह तहो बचरों ककी गलवतयहासं महासं -बहाप कहो
भबुगतननी पड़तनी हह।
7-गहाय कहो रहोटनी चहारहा वखलहायमें व वकसनी भनी प्रकहार सदे गहाय ककी सदेवहा करमें।
8-सहोनदे ककी चदेन गलदे ममें पहनमें यहा वफर सस्तदे ववकल्प कदे रूप ममें तहासंबदे कदे छदेद वहालहा वसकहा धहागदे ममें डहालकर पहनमें।
9-वहजड़रों कहो यथहा शवक्ति दहान दमें।
10-रर ममें महोर पसंख, गसंगहा जल रखमें।
11-पदेड़-पशौधदे लगहायमें व उनककी ददेखभहाल करमें।
12-ढहाक कदे पत्तिदे कदे दहोनदे ममें रखकर खहानहा यहा कबु छ खहायमें।
13-"सभूयर्व-ग्रह" सदे ससंबसंवधत उपहाय करमें।
14-बबुध कदे मसंतरों कहा जहाप करमें यहा वकसनी ववदहान पसंवडडत सदे जप करहायमें।
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बबुध आपककी जबुबहान, बतहार्वव, आपकदे वदमहाग और आपककी खभूबसभूरतनी कहा कहारक ग्रह हह. कबुसं डलनी ममें बबुध ककी स्थवत तय करतनी हह वक आप कह सहा
बहोलतदे हह, कह सहा व्यवहहार करतदे हह, आपकहा व्यवक्तित्व और बबुवद्धि कह सनी हह.

बबुध कहा महत्व और ववशदेषतहाएसं -


- बबुध कहो ग्रहरों ममें सबसदे सबुकबुमहार और सबुन्दर ग्रह महानहा जहातहा हह.
- ज्यहोवतष ममें बबुध कहो यबुवरहाज ग्रह भनी कहतदे हह.
- कन्यहा और वमथबुन रहाशनी कहा स्वहामनी बबुध हह और इसकहा तत्व पवृथ्वनी हह .
- बबुवद्धि, एकहाग्रतहा, वहाणनी, त्वचहा, ससौंदयर्व और सबुगसंध कहा कहारक हहोतहा बबुध हह .
- कहान, नहाक, गलदे और ससंचहार सदे भनी बबुध कहा ससंबसंध हह.
- बबुध बबुवद्धि तदेज करतहा हह.
- गवणतनीय और आवथर्वक महामलरों ममें कहामयहाबनी वदलहातहा हह.
बबुध सदे बबुवद्धि, वहाणनी और एकहाग्रतहा ककी समस्यहा -
आपकहो लगतहा हह वक आपककी सहोचनदे और समझनदे ककी शवक्ति कमजहोर हह . कहोई भनी फह सलहा लदेनदे ममें आपकहो वक्ति लगतहा हह और आपकहा ध्यहान
भनी बहार-बहार भटकतहा हह तहो हहो सकतहा हह वक आपकहा बबुध कमजहोर हहो .
- बबुध कमजहोर हहो तहो इसंसहान अपननी बबुवद्धि कहा सहनी प्रयहोग नहहीं कर पहातहा .
- ऐसदे इसंसहान कहो कहोई भनी चनीज ददेर सदे समझ आतनी हह और वह अक्सर दबुववधहा ममें हनी रहतहा हह.
- बबुध कमजहोर हहो तहो इसंसहान ठनीक सदे बहोल नहहीं पहातहा, कभनी कभनी हकलहाहट भनी हहोतनी हह.

बबुध सदे बबुवद्धि, वहाणनी और एकहाग्रतहा ककी समस्यहाओसं कदे उपहाय -


- रहोज सबुबह तबुलसनी कदे पत्तिरों कहा सदेवन करमें.
- इसकदे बहाद 108 बहार 'ॐ ऐसं सरस्वतयह नमम' कहा जहाप करमें.
- हर बबुधवहार कहो गणदेश जनी कहो दभूवहार्व चढहाएसं और इस दभूवहार्व कहो अपनदे पहास रखमें.

बबुध कदे कहारण त्वचहा ककी समस्यहा -


कमजहोर बबुध कभनी-कभनी त्वचहा सदे जबुड़नी समस्यहाएसं भनी ददेतहा हह.
- कमजहोर बबुद्धि सदे एलजर, दहानदे और खबुजलनी ककी समस्यहा हहोतनी हह.
- सभूयर्व कहा प्रभहाव हहो तहो त्वचहा पर दहाग-धब्बदे पड़ जहातदे हह.
- मसंगल कहा भनी प्रभहाव हहो तहो त्वचहा झबुलस सनी जहातनी हह .
- रहाहह कहा यहोग हहो तहो वववचत तरह ककी त्वचहा ककी समस्यहा हहोतनी हह .

बबुध कदे कहारण त्वचहा ककी समस्यहा कदे उपहाय -


- रहोज सबुबह सभूयर्व कहो जल चढहाएसं.
- ज्यहादहा सदे ज्यहादहा हरनी सवब्जयरों और सलहाद कहा सदेवन करमें .
- प्रभहाववत जगह पर नहाररयल कहा तदेल लगहाएसं.
- अगर त्वचहा ककी समस्यहा ज्यहादहा हहो तहो एक ओनदेक्स पहनमें .

बबुध सदे कहान, नहाक और गलदे ककी समस्यहा -


- बबुध बहहत कमजहोर हहो तहो सबुननदे और बहोलनदे ममें वदकत हहोतनी हह .
- कभनी-कभनी गलहा खरहाब हहो जहातहा हह और लगहातहार खरहाब हनी रहतहा हह .
- सदर-जबुकहाम ककी समस्यहा हहो सकतनी हह.
- वकसनी खहास तरह ककी गसंध सदे एलजर हहोतनी हह .

बबुध सदे कहान, नहाक और गलदे ककी समस्यहा कदे उपहाय -


- रहोज सबुबह गहायतनी मसंत कहा जहाप करमें यहा मन ममें दहोहरहाएसं .
- चहासंदनी कदे चशौकहोर टबु कड़दे पर "ऐसं" वलखवहाकर गलदे ममें पहनमें.
- ज्यहादहा सदे ज्यहादहा हरदे कपड़दे पहनमें.
- रहोज सबुबह स्नहान कदे बहाद पनीलहा चन्दन महाथदे, कसंठ और सनीनदे पर लगहाएसं.

कमजहोर बबुध सदे गवणत सदे जबुड़दे ववषयरों ककी समस्यहा -


कई बहार पढहाई-वलखहाई ममें कड़नी मदेहनत करनदे कदे बहावजभूद कबु छ लहोग गवणत और इससदे जबुड़दे ववषयरों ममें कमजहोर हनी रह जहातदे हह . ज्यहोवतष कदे
जहानकहाररों ककी महानमें तहो इसकहा कहारण कमजहोर बबुध हहो सकतहा हह .
- बबुध कमजहोर हहो तहो गवणत यहा गवणत सदे जबुड़दे ववषयरों ममें समस्यहा हहोतनी हह .
- गवणत सदे वमलतदे जबुलतदे ववषय जहसदे - अकहाउसंट्स, इकहोननॉवमक्स यहा सहासंवखयककी ममें भनी वदकत हहोतनी हह .
- इसंसहान कहो बहार-बहार इन ववषयरों ममें नहाकहामनी कहा सहामनहा करनहा पड़तहा हह .

कमजहोर बबुध कदे चलतदे गवणत सदे जबुड़नी समस्यहाओसं कदे उपहाय -
- अपननी इच्छहा सदे हनी गवणत सदे जबुड़दे ववषय चबुनमें, जबरदस्तनी नहहीं.
- रहोज सबुबह और शहाम "ॐ बबुसं बबुधहाय नमम" मसंत कहा जहाप करमें.
- अपनदे पढनदे ककी जगह पर कहोई हरदे रसंग ककी ददेव प्रवतमहा लगहाएसं .
- खहानदे ममें थहोड़नी सनी हरनी वमचर्व कहा प्रयहोग जरूर करमें .
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बबुध (मलयहालम : ബബധന, कन्नड़: ಬಬಧ, तवमल: பபபபப) इसनी नहाम कदे खगहोलनीय ग्रह कदे वलयदे भहारतनीय ज्यहोवतष शहास्त्र ममें
वनयत एक ग्रह हह। बबुध चसंद्रमहा कहा तहारहा यहा रहोवहणनी सदे पबुत कहलहातहा हह। बबुध कहो महाल और व्यहापहाररयरों कहा स्वहामनी और रक्षक महानहा जहातहा हह।

बबुध हल्कदे स्वभहाव कदे , सबुवक्तिहा और एक हरदे वणर्व वहालदे कहलहातदे हह। उन्हमें कवृ पहाण, फ़रसहा और ढहाल धहारण वकयदे हहए वदखहायहा जहातहा हह और
सवहारनी पसंखरों वहालहा वससंह बतहातदे हह। एक अन्य रूप ममें इन्हमें रहाजदण्ड और कमल वलयदे हहए उड़नदे वहालदे कहालनीन यहा वससंहरों दहारहा खहींचदे गए रथ पर
आरूढ वदखहायहा गयहा हह।[1]

बबुध कहा रहाज बबुधवहार वदवस पर रहतहा हह। आधबुवनक वहन्दनी, उदबुर्व, तदेलबुगबु, बसंगहालनी, मरहाठनी, कन्नड़ और गबुजरहातनी भहाषहाओसं ममें सपहाह कदे तनीसरदे
वदवस कहो बबुधवहार कहहा जहातहा हह। बबुध कहा वववहाह वहवस्वत मनबु ककी पबुतनी इलहा सदे वववहाह वकयहा। इलहा सदे प्रसन्न हहोकर वमतहावरुण नदे उसदे अपनदे
कबु ल ककी कन्यहा तथहा मनबु कहा पबुत हहोनदे कहा वरदहान वदयहा। कन्यहा भहाव ममें उसनदे चन्द्रमहा कदे पबुत बबुध सदे वववहाह करकदे पबुरूरवहा नहामक पबुत कहो जन्म
वदयहा। तदबुपरहान्त वह सबुदबुम्न बन गयनी और उसनदे अत्यन्त धमहार्वत्महा तनीन पबुतरों सदे मनबु कदे वसंश ककी ववृवध्द ककी वजनकदे नहाम इस प्रकहार हह-
उत्कल, गय तथहा ववनतहाश्व।
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बबुध कहा उद्भव

चसंद्रमहा कदे गबुरु थदे ददेवगबुरु बवृहस्पवत। बवृहस्पवत ककी पत्ननी तहारहा चसंदमहा ककी ससंदरतहा पर महोवहत हहोकर उनसदे प्रदेम करनदे लगनी। तदहोपरहासंत वह चसंद्रमहा
कदे ससंग सहवहास भनी कर गई एवसं बवृहस्पवत कहो छहोड़ हनी वदयहा। बवृहस्पवत कदे वहापस बबुलहानदे पर उसनदे वहापस आनदे सदे मनहा कर वदयहा, वजससदे
बवृहस्पवत कहोवधत हहो उठदे तब बवृहस्पवत एवसं उनकदे वशष्य चसंद्र कदे बनीच यबुद्धि आरसंभ हहो गयहा। इस यबुद्धि ममें दहत्य गबुरु शबुकहाचहायर्व चसंद्रमहा ककी ओर हहो
गयदे और अन्य ददेवतहा बवृहस्पवत कदे सहाथ हहो वलयदे। अब यबुद्धि बड़दे स्तर पर हहोनदे लगहा। क्यरोंवक यह यबुद्धि तहारहा ककी कहामनहा सदे हहआ थहा, अतम यह
तहारकहाम्यम कहलहायहा। इस ववृहत स्तरनीय यबुद्धि सदे सवृवष्टिकत्तिहार्व ब्रहहा कहो भय हहआ वक यदे कहहीं पभूरनी सवृवष्टि कहो हनी लनील न कर जहाए, तहो वदे बनीच
बचहाव कर इस यबुद्धि कहो रुकवहानदे कहा प्रयहोजन करनदे लगदे। उन्हरोंनदे तहारहा कहो समझहा -बबुझहा कर चसंद्र सदे वहापस वलयहा और बवृहस्पवत कहो ससौंपहा। इस
बनीच तहारहा कदे एक सबुसंदर पबुत जन्महा जहो बबुध कहलहायहा। चसंद्र और बवृहस्पवत दहोनरों हनी इसदे अपनहा बतहानदे लगदे और स्वयसं कहो इसकहा वपतहा बतहानदे
लगदे यदवप तहारहा चबुप हनी रहनी। महातहा ककी चबुप्पनी सदे अशहासंत व कहोवधत हहोकर स्वयसं बबुद्धि नदे महातहा सदे सत्य बतहानदे कहो कहहा। तब तहारहा नदे बबुध कहा
वपतहा चसंद्र कहो बतहायहा।[2]
बबुध कहा जनीवन
नक्षत मण्डलरों ममें बबुध कहा स्थहाण बबुध मण्डल ममें हह।

चसंद्र नदे बहालक बबुध कहो रहोवहणनी और कवृ वत्तिकहा नक्षत-रूपनी अपननी पवत्नयरों कहो ससौंपहा। इनकदे लहालन पहालन ममें बबुध बड़हा हहोनदे लगहा। बड़दे हहोनदे पर
बबुध कहो अपनदे जन्म ककी कथहा सबुनकर शमर्व व ग्लहावन हहोनदे लगनी। उसनदे अपनदे जन्म कदे पहापरों सदे मबुवक्ति पहानदे कदे वलयदे वहमहालय ममें श्रवणवन पवर्वत
पर जहाकर तपस्यहा आरसंभ ककी। इस तप सदे प्रसन्न हहोकर ववष्णबु भगवहान नदे उसदे दशर्वन वदयदे। उसदे वरदहान स्वरूप वहवदक ववदहाएसं एवसं सभनी कलहाएसं
प्रदहान ककीसं। एक अन्य कथहा कदे अनबुसहार बबुध कहा लहालन-पहालन बवृहस्पवत नदे वकयहा व बबुध उनकहा पबुत कहलहायहा।
ज्यहोवतष ममें

ज्यहोवतष शहास्त्र ममें बबुद्धि कहो एक शबुभ ग्रह महानहा जहातहा हह। वकसनी हहावनकर यहा अशबुभकहारनी ग्रह कदे ससंगम सदे यह हहावनकर भनी हहो सकतहा हह। बबुध
वमथबुन एवसं कन्यहा रहावशयरों कहा स्वहामनी हह तथहा कन्यहा रहावश ममें उच भहाव ममें वस्थत रहतहा हह तथहा मनीन रहावश ममें ननीच भहाव ममें रहतहा हह। यह सभूयर्व
और शबुक कदे सहाथ वमत भहाव सदे तथहा चसंद्रमहा सदे शतबुतहापभूणर्व और अन्य ग्रहरों कदे प्रवत तटस्थ रहतहा हह। यह ग्रह बबुवद्धि, बबुवद्धिवगर्व, ससंचहार, ववश्लदेषण,
चदेतनहा (ववशदेष रूप सदे त्वचहा), ववजहान, गवणत, व्यहापहार, वशक्षहा और अनबुससंधहान कहा प्रवतवनवधत्व करतहा हह। सभनी प्रकहार कदे वलवखत शब्द और
सभनी प्रकहार ककी यहातहाएसं बबुध कदे अधनीन आतनी हह।

बबुध तनीन नक्षतरों कहा स्यहावहामनी हह: अश्लदेषहा, ज्यदेष्ठि और रदेवतनी (नक्षत)। हरदे रसंग, धहातबु, पनीतल और रत्नरों ममें पन्नहा बबुद्धि ककी वप्रय वस्तबुएसं हह। इसकदे
सहाथ जबुड़नी वदशहा उत्तिर हह, मशौसम शरद ऋतबु और तत्व पवृथ्वनी हह।
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बबुध ग्रह, बबुधवहार आहर महानवनीय जनीवन

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वहवदक ज्यहोवतष सपहाह कदे प्रत्यदेक वदन कदे सहाथ 9 ग्रहरों ममें सदे प्रत्यदेक ग्रह कहा ससंबसंध बनहातहा हह। बबुधवहार सपहाह कहा तनीसरहा वदन हह , वजसकहा
स्वहामनी बबुध ग्रह हह। ज्यहोवतषनीय दृवष्टि सदे बबुध कम्यबुवनकदे शन, नदेटववकर ग, ववचहार चचहार्व एवसं अवभव्यवक्ति कहा प्रवतवनवधत्व करतहा हह।

बबुधवहार एवसं बबुध सदे ससंबसंवधत कबु छ महत्वपभूणर्व बहातमें

वदन कहा रसंग – हरहा


वदन कहा वप्रय असंक – 5
वदशहा – उत्तिर पवश्चमनी
रत्न – पन्नहा
धहातबु – कहासंस्य / पनीतल
ददेवतहा – भगवहान ववष्णबु

गवणतज्यहोवतष कदे अनबुसहार बबुध, सशौर मसंडल कदे आठ ग्रहरों ममें सबसदे छहोटहा और सभूयर्व सदे वनकटतम हह। बबुध हरदे कहा रसंग शनीतल और नम ग्रह हह।
ज्यहोवतष और वहवदक ग्रसंथरों ममें, बबुध कहो एक कहोमल ग्रह कदे रूप ममें ददेखहा जहातहा हह यहा कह सकतदे हह वक चसंद्रमहा कदे गबुण रखनदे वहालहा ग्रह हह। इसकदे
अलहावहा, बबुध कहो चसंद्रमहा कहा पबुत भनी कहहा जहातहा हह। ज्यहोवतषनीय दृवष्टि सदे बबुध तनीसरदे एवसं छठदे कमशम वमथबुन एवसं कन्यहा रहावश स्वहामनी हह। कन्यहा
रहावश ममें शबुरूआतनी 15 वडग्रनी ममें बबुध उच कहा एवसं बहाककी 15 वडग्रनी ममें मभूलवतकहोणनी कहलहातहा हह। वमथबुन ममें बबुध स्वगवृहनी हहोतहा हह। हहालहासंवक , मनीन
रहावश ममें बबुध ननीच कहा हहोतहा हह।

गबुण –
बबुध कहो यबुवहा, बदेचहन, चसंचल, बबुवद्धिमहान, प्रजहात्मक, चतबुर, मजहावकयहा, मनहोरसंजक, बहातभूननी, ववश्लदेषणहात्मक, तहावकर्वक, वहजहावनक, गणनहात्मक,
हसंसमबुख और लहापरवहाह, लचनीलदे स्वभहाव, बहहमबुखनी, हहावजर जवहाबनी, वमलनसहार, वमतवत, तहावकर्वक ववशदेषतहाआमें कदे कहारण जहानहा जहातहा हह।

वजन जहातकरों ककी जन्म कबुसं डलनी ममें बबुध अच्छनी जगह यहा अच्छनी वस्थवत ममें हहोतहा हह , उन जहातकरों ममें उपरहोक्ति गबुण एवसं ववशदेषतहाएसं कहाफकी प्रफबु वलत
हहोतनी हह।

महत्व
बबुध लशौवकक गवणतज, लदेखहाकहार, लदेखक, ज्यहोवतषनी, व्यहापहारनी और बवनयहा हह। यह कम्यबुवनकदे शन व कम्यबुवनकदे शन कदे सहाधनरों, इलदेक्टक नॉवनक
उपकरणरों, कसंप्यभूटसर्व, इसंटरनदेट, टदेक्नहोलहालाॅजनी, कहालाॅमसर्व, टक डदे व इसंडस्टक नी, ववत्ति, बहक, महाल-व्यहापहाररयरों, उदमनी व बवनयहा कहा प्रवतवनवधत्व करतहा
हह। अनबुससंधहान, प्रवशक्षण, छपहाइर्व एवसं प्रकहाशन ससंस्थहान, लदेखन, ससंपहादन, ख़बर एजमेंवसयहासं, पतकहाररतहा, उदवमतहा, सहोशल मनीवडयहा, बहवकसंग,
कम्यबुवनकदे शन्स इत्यहावद क्षदेतरों सदे बबुध जबुड़दे हहए हह।

इसकदे अलहावहा लदेखक, ससंपहादक, कहालाॅमदेवडयन, वठठहोवलयहा, कहाटभूर्ववनस्ट, शहोधकतहार्व, प्रवशक्षकरों, ववजहापन पदेशवदे र, टदेलनी-कम्यबुवनकदे शन ववशदेषज,
गवणतज, सहासंवखयककीववदद, नदेटवकर्व इसंजनीवनयर, सहासंकदेवतक शब्दरों ममें बदलनदे वहालहा बबुध कदे प्रभहाव सदे बदेहद प्रभहाववत हहोतहा हह।

कबु ल वमलहाकर, ज्यहोवतष कहा महाननहा हह वक बबुध हम कहो सहोचनदे ककी क्षमतहा, वनष्कषर्व पर पहहसंचनदे कहा बल, ववचहाररों कहो समझनदे एवसं आत्मसहात कहा
सहाहस, पररकल्पनहा कहो समझनदे ककी समझ, ववचहाररों एवसं खयहालरों कहो अवभव्यक्ति करनदे ककी क्षमतहा, हमहारनी रहाय कदे बहारदे ममें दभूसररों कहो समझहानदे
ककी कलहा, दभूसररों कहो हसंसहानदे कहा फन, भनीतर ककी भहावनहाआमें कहो शब्दरों ममें उतहारनदे ककी क्षमतहा प्रदहान करतहा हह। जहसदे वक चसंद्रमहा हमहारनी प्रवतवकयहा
कहा प्रवतवनवधत्व करतहा हह, उसनी तरह बबुध हमहारनी प्रवतवकयहा कदे तरनीकदे कहा प्रवतवनवधत्व करतहा हह यहा कह सकतदे हह वक हम रटनहाआमें पर वकस
तरह प्रवतवकयहा ददेतदे हह, उसममें बबुध ककी भभूवमकहा अहम हहोतनी हह।

इसकदे अलहावहा वहाकद-पटबु तहा, समझ, बबुवद्धिमत्तिहा, मनहोववृवत्ति, तकर्व, वहाणनी, चपलतहा, बहहमबुखनी, दक्षतहा, महामहा, यहातहाएसं, जहान कदे ग्रसंथ एवसं अन्य
दभूसरनी चनीजरों कहो दहोवतत करतहा हह।

परहोपकहारनी
ज्यहोवतष ममें, बबुध कहो एक परहोपकहारनी ग्रह कदे रूप ममें जहानहा जहातहा हह। वकसंतबु, आपककी जन्म कबुसं डलनी ममें बबुध ककी अन्य ग्रहरों कदे सहाथ यबुवत यहा भहाव ममें
उपवस्थवत आपकदे व्यवहहार कहा वनधहार्वरण करतनी हह। यवद बबुध पहाप ग्रहरों कदे सहाथ यबुवत ममें हह तहो बबुध ग्रह नकहारहात्मक प्रभहाव भनी डहाल सकतहा हह।
इसवलए, बबुध कहो चसंचल एवसं अचल ग्रह कदे रूप ममें भनी जहानहा जहातहा हह।

यवद आपककी जन्म कबुसं डलनी ममें बबुध बबुरनी वस्थवत ममें हह तहो आपकहो कमजहोर तसंवतकहा तसंत, मवस्तष्क ससंबसंधनी ववकहार, अवभव्यवक्ति, बहोलनदे, वलखनदे व
वशक्षहा ससंबसंधनी समस्यहाएसं, धनीमनी उत्तिरदहायनी प्रणहालनी, सबुस्त प्रकवृ वत, कठहोर भहाषहा ककी प्रववृवत्ति, ससंवक्षप वहवहावहक जनीवन, चमड़नी ससंबसंधनी समस्यहाएसं,
कमजहोर यहाददहाश्त, धन जहोड़नदे ममें असमथर्व, कमजहोर दहासंत एवसं अन्य समस्यहाएसं हहोनदे ककी ससंभहावनहा हह।

हहालहासंवक, गणदेशजनी आपकहो बबुध कहो शवक्तिशहालनी बनहानदे कदे वलए कबु छ उपहाय बतहानदे जहा रहदे हह, तहावक आप बबुध कदे सकहारहात्मक प्रभहाव कहो जहागवृत
कर अपनदे जनीवन कहो सरल बनहानदे ममें सक्षम हरोंगदे। इसकदे वलए आप वनम्न बतहाए जहा रहदे सबुझहाव अपनहाएसं।

1. भवगहान ववष्णबु ककी पभूजहा करमें एवसं बबुधवहार कहो ववष्णबु सहस्रनहाम स्तहोत कहा जहाप करमें।
2. आप अपननी छहोटनी उसंगलनी ममें लहोहदे ककी ररसंग पहनमें, यवद हहो सकदे तहो बबुधवहार कहो धहारण करमें।
3. बबुधवहार कदे वदन बकरनी कहो हरहा रहास डहालकर आएसं।
4. गरनीबरों कहो हरनी वस्तबुएसं दहान करमें।
5. तहासंबदे सदे बननी वस्तबुएसं जरूरतमसंद लहोगरों कहो दहान करमें।
6. आप छहोटदे बचरों ककी मदद कर सकतदे हह। आप बचरों कहो वशक्षहा एवसं खहाद सहामग्रनी उपलब्ध करवहा सकतदे हह।

गणदेशजनी सभनी कहो उज्जवल भववष्य ककी दबुआ ददेतदे हह।


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भहारतनीय वहवदक ज्यहोवतष ममें बबुध ग्रह कहो मबुखय रूप सदे वहाणनी और बबुवद्धि कहा कहारक महानहा जहातहा हह। इसवलए बबुध कदे प्रबल प्रभहाव वहालदे जहातक
आम तशौर पर बहहत बबुवद्धिमहान हहोतदे हह तथहा उनकहा अपननी वहाणनी पर बहहत अच्छहा वनयसंतण हहोतहा हह वजसकदे चलतदे वदे अपननी बबुवद्धि तथहा वहाणनी
कशौशल कदे बल पर मबुवश्कल सदे मबुवश्कल पररवस्थवतयरों कहो भनी अपनदे अनबुकभूल बनहा लदेनदे ममें सक्षम हहोतदे हह। ऐसदे जहातकरों ककी वहाणनी तथहा व्यवहहार
आम तशौर पर अवसर कदे अनबुकभूल हनी हहोतहा हह वजसकदे कहारण यदे अपनदे जनीवन ममें बहहत लहाभ प्रहाप करतदे हह। वकसनी भनी व्यवक्ति सदे अपननी बबुवद्धि
तथहा वहाणनी कदे बल पर अपनहा कहाम वनकलवहा लदेनहा ऐसदे लहोगरों ककी ववशदेषतहा हहोतनी हह तथहा वकसनी प्रकहार ककी बहातचनीत , बहस यहा वहाक
प्रवतयहोवगतहा ममें इनसदे जनीत पहानहा अत्यसंत कवठन हहोतहा हह। आम तशौर पर ऐसदे लहोग सहामनदे वहालदे ककी शहारनीररक मबुद्रहा तथहा मनहोवस्थवत कहा सहनी
आसंकलन कर लदेनदे कदे कहारण उसकदे दहारहा पभूछदे जहानदे वहालदे ससंभहाववत प्रश्नरों कदे बहारदे ममें पहलदे सदे हनी अनबुमहान लगहा लदेतदे हह तथहा इसनी कहारण सहामनदे
वहालदे व्यवक्ति कदे प्रश्न पभूछतदे हनी यदे उसकहा उत्तिर तबुरसंत ददे ददेतदे हह। इसवलए ऐसदे लहोगरों सदे बहातचनीत ममें पहार पहानहा वकसनी सहाधहारण व्यवक्ति कदे बस ककी
बहात नहहीं हहोतनी तथहा ऐसदे जहातक अपनदे वहाणनी कशौशल तथहा बबुवद्धि कदे बल पर आसहाननी सदे सच कहो झभूठ तथहा झभूठ कहो सच सहावबत कर ददेनदे ममें भनी
सक्षम हहोतदे हह।

अपननी इन्हहीं ववशदेषतहाओसं कदे चलतदे बबुध आम तशौर पर उन्हहीं क्षदेतरों तथहा उनसदे
जबुड़दे लहोगरों कहा प्रवतवनवधत्व करतदे हह वजनममें सफलतहा प्रहाप करनदे कदे वलए चतबुर वहाणनी, तदेज गणनहा तथहा बबुवद्धि कशौशल ककी आवश्यकतहा दभूसरदे
क्षदेतरों ककी अपदेक्षहा अवधक हहोतनी हह जहसदे वक वककील, पतकहार, वववत्तिय सलहाहकहार तथहा अन्य प्रकहार कदे सलहाहकहार, अनबुससंधहान तथहा
ववश्लदेषणहात्मक क्षदेतरों सदे जबुड़दे व्यवक्ति, महावकर्ववटसंग क्षदेत सदे जबुड़दे लहोग, व्यहापहार जगत सदे जबुड़दे लहोग, मध्यस्थतहा करकदे मबुनहाफहा कमहानदे वहालदे लहोग,
अकहाउसंटमेंट, सहाफ्टवदेयर इसंजनीवनयर, रहाजननीवतज, रहाजनवयक, अध्यहापक, लदेखक, ज्यहोवतवष तथहा ऐसदे हनी अन्य व्यवसहाय तथहा उनसदे जबुड़दे
लहोग। इस प्रकहार यह कहनहा अवतश्यहोवक्ति नहहीं हहोगहा वक आज कदे इस व्यसहावयक जगत ममें बबुध ग्रह कदे प्रभहाव वहालदे जहातक हनी सबसदे अवधक
सफल पहायदे जहातदे हह।

बबुध कहो ज्यहोवतष ककी गणनहाओसं कदे वलए ज्यहोवतवषयरों कहा एक वगर्व तटस्थ अथवहा
नपबुसंसक ग्रह महानतहा हह जबवक ज्यहोवतवषयरों कहा दभूसरहा वगर्व इन्हमें स्त्रनी ग्रह महानतहा हह। मनबुष्य कदे शरनीर ममें बबुध मबुखय रूप सदे वहाय बु तत्व कहा
प्रवतवनवधत्व करतदे हह। कन्यहा रहावश ममें वस्थत हहोनदे सदे बबुध सवहार्ववधक बलशहालनी हहो जहातदे हह जहो वक इनककी अपननी रहावश हह तथहा इस रहावश ममें
वस्थत हहोनदे पर बबुध कहो उच कहा बबुध भनी कहहा जहातहा हह। इसकदे अवतररक्ति वमथबुन रहावश ममें वस्थत हहोनदे सदे भनी बबुध कहो अवतररक्ति बल प्रहाप हहोतहा हह
तथहा यह रहावश भनी बबुध ककी अपननी रहावश हह। कबुसं डलनी ममें बबुध कहा प्रबल प्रभहाव हहोनदे पर कबुसं डलनी धहारक सहामहान्यतयहा बहहत व्यवहहार कबु शल हहोतहा हह
तथहा कवठन सदे कवठन अथवहा उलझदे सदे उलझदे महामलरों कहो भनी कभू टननीवत सदे हनी सबुलझहानदे ममें ववश्वहास रखतहा हह। ऐसदे जहातक बड़दे शहातसं स्वभहाव
कदे हहोतदे हह तथहा प्रत्यदेक महामलदे कहो सबुलझहानदे ममें अपननी चतबुरहाई सदे हनी कहाम लदेतदे हह तथहा इसनी कहारण ऐसदे जहातक अपनदे सहासंसहाररक जनीवन ममें बड़दे
सफल हहोतदे हह वजसकदे कहारण कई बहार इनकदे आस-पहास कदे लहोग इन्हमें स्वहाथर तथहा पहसदे कदे पनीछदे भहागनदे वहालदे भनी कह ददेतदे हह वकन्तबु ऐसदे जहातक
अपननी धबुन कदे बहहत पकदे हहोतदे हह तथहा लहोगरों ककी कहनी बहातरों पर ववचहार न करकदे अपनदे कहाम ममें हनी लगदे रहतदे हह।

बबुध मनीन रहावश मदे वस्थत हहोनदे पर बलहनीन हहो जहातदे हह और इसनी कहारण मनीन रहावश ममें
वस्थत बबुध कहो ननीच कहा बबुध भनी कहहा जहातहा हह। इसकदे अवतररक्ति बबुध वकसनी कबुसं डलनी ममें अपननी वस्थवत ववशदेष कदे कहारण अथवहा वकसनी बबुरदे ग्रह कदे
प्रभहाव कदे कहारण भनी बलहनीन हहो सकतदे हह वजसकदे कहारण जहातक पदेट, गलदे यहा नवर्वस तसंत सदे ससंबसंवधत समस्यहाओसं अथवहा वबमहाररयरों सदे पनीवड़त
हहो सकतहा हह। इसकदे अवतररक्ति बबुध पर वकन्हहीं ववशदेष बबुरदे ग्रहरों कहा प्रभहाव कबुसं डलनी धहारक कहो आसंतरों ककी वबमहारनी, दमहा, त्वचहा कदे रहोग, अवनद्रहा,
मनहोवहजहावनक रहोग तथहा ऐसनी हनी कई अन्य वबमहाररयरों सदे पनीवड़त कर सकतहा हह।
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